बिहार राज्य के नालंदा जिले से रिंकू कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं की ग्रामीण मजदुर को सरकारी योजना का लाभ सही से नहीं मिलता है अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

बिहार राज्य के जिला नालंदा के नगरनौसा प्रखंड से बिमला मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि अस्पताल जाने के बाद बहू कभी बहू नहीं रही, उसके बाद भी बच्चे को सारी वैक्सीन दी जा चुकी है, लेकिन अब तक आने वाला एक भी पैसा दो हजार रुपये या तीन गुना में नहीं आएगा। एक रुपया नहीं आया, हम बहुत परेशान थे। दीदी नहीं आईं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को सिदी को दो बार दान करने दें। दस्तावेज़ ले लीजिए। बोलिये नगरना जमा करने के लिए उप-ब्लॉक। अभी तक शून्य बने एक बार भी नहीं आया। हम परेशान हैं कि मेरे पिता को पैसे क्यों नहीं मिले। सरकारी अस्पताल सरकार नवजात शिशु के लिए पैसे कहाँ रखती है ताकि बच्चे के लिए सरकार से लाभ हो, इसलिए धन्यवाद दीदी, मेरी आवाज़ और मेरी पहचान पर आपकी राय के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। पाँचवें पर, हाँ दोस्तों, जो कहानी पाँचवें पर चल रही है, जब सरकार को वोट देने की बात आती है, तो लोग लालच देते हैं और जब वोट खत्म हो जाता है, तो वे समय बर्बाद कर देते हैं।

मेरा नाम शोभा देवी है मेरा नाम शोभा देवी है कछ्यामा पंचायत नौसा ब्लॉक से मैं अभी बोल रही हूँ मैं यहाँ वोभी गाँव आई हूँ यह उस समूह की दीदी है जिससे हम उनसे मिलते हैं यह दीदी है पोते ने अभी-अभी एक बच्चे को जन्म दिया है, तो उन्हें पैसे मिले या नहीं, दीदी आपको नहीं बताएगी, तो हां, दीदी, पहले, अपना नाम बोलिया, क्या नाम हैलादी, क्या कुंतला देवे, घर कहाँ चौरा से। अच्छा दीदी आपको जो बहू का बच्चा है तो किसी में बच्चा बारात की कितने कैसे दिया है हो गया बीस महीने हो गया बच्चा का अच्छा जिदी आपको बच्चा को खाता पर है तो उसका माता की नहीं आया नहीं आया है। इसलिए टीकाकरण भी किया जा चुका है। बच्चा को अच्छा सब हां सब कागज अच्छा दीदी कहीं पैसा मिलता है क्या बातते हैं तो हम बताते हैं कि जिन लोगों ने ब्लॉक में कागजात जमा किए हैं, हम उन्हें जमा कर देंगे। भाग जाना अच्छा है, ऊपर के लोगों को पता चल जाएगा, हाँ, ऊपर के लोगों को, लेकिन अगर आपको पैसे नहीं मिले हैं, तो आपने कहीं शिकायत की है। साल में दो बार भी पेपर जमा किया जाता है, इसलिए आपके बारे में कुछ भी नहीं है, जानकारी अभी भी अच्छी है और अगर आप आज किसी बहन को देखते हैं जिसका प्रसव होता है, जिसमें बच्चे पैदा होते हैं, तो आप उनसे बात करते हैं। गाँव की बात करें तो किसी को हमारा पैसा नहीं मिला है, किसी को हमारा पैसा नहीं मिला है, दूसरे ब्लॉक में किसी को नहीं मिल रहा है, जो कि नगर नौसा ब्लॉक के बारे में है।

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भारत का आम समाज अक्सर सरकारी सेवाओं की शिकायत करता रहता है, सरकारी सेवाओं की इन आलोचनाओं के पक्ष में आम लोगों सहित तमाम बड़े बड़े अर्थशास्त्रियों तक का मानना है कि खुले बाजार से किसी भी क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों में कंपटीशन बढ़ेगा जो आम लोगों को बेहतर सुविधाएं देगा। इस एक तर्क के सहारे सरकार ने सभी सेवाओं को बाजार के हवाले पर छोड़ दिया, इसमें जिन सेवाओं पर इसका सबसे ज्यादा असर हुआ वे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर पड़ा है। इसका खामियाजा गरीब, मजदूर और आम लोगों को भुगतना पड़ता है।

बिहार राज्य के नालंदा जिले से दीपू कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं की उनके गांव में कई दिनों से नल से जल नहीं मिल रहा है क्योकि बिजली विभाग ने कनेक्शन काट दिया अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

बिहार राज्य के नालंदा जिले के इस्लामपुर प्रखंड से दीपू कुमार ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इनके इलाके में बिजली विभाग द्वारा कनेक्शन काटने के कारण नल-जल योजना के अंतर्गत पानी नहीं मिल रहा है। इस वजह से हजारों की संख्या में लोग जल से वंचित हैं

नमस्कार दोस्तों, मोबाइल वाणी पर आपका स्वागत है। तेज़ रफ्तार वक्त और इस मशीनी युग में जब हर वस्तु और सेवा ऑनलाइन जा रही हो उस समय हमारे समाज के पारंपरिक सदस्य जैसे पिछड़ और कई बार बिछड़ जाते हैं। ये सदस्य हैं हमारे बढ़ई, मिस्त्री, शिल्पकार और कारीगर। जिन्हें आजकल जीवन यापन करने में बहुत परेशानी हो रही है। ऐसे में भारत सरकार इन नागरिकों के लिए एक अहम योजना लेकर आई है ताकि ये अपने हुनर को और तराश सकें, अपने काम के लिए इस्तेमाल होने वाले ज़रूरी सामान और औजार ले सकें। आज हम आपको भारत सरकार की विश्वकर्मा योजना के बारे में बताने जा रहे हैं। तो हमें बताइए कि आपको कैसी लगी ये योजना और क्या आप इसका लाभ उठाना चाहते हैं। मोबाइल वाणी पर आकर कहिए अगर आप इस बारे में कोई और जानकारी भी चाहते हैं। हम आपका मार्गदर्शन जरूर करेंगे। ऐसी ही और जानकारियों के लिए सुनते रहिए मोबाइल वाणी,

जिसमें बेटी जन्म के 1 साल पूरे होने पर ₹2000 और आधार कार्ड बनाने पर दो साल पूरे होने पर 1000 रुपए टीकाकरण पूरा होने पर ₹1000

सभी व्यक्ति अपने-अपने आयुष्मान कार्ड बनवा ले उससे उससे 5 लाख के इलाज में बचत होगा