बिहार राज्य के जिला नालंदा से शम्भू प्रसाद , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप सिर्फ वोट लें और लोगों को अपने लिए छोड़ दें क्योंकि आज के राजनीतिक दल वही काम कर रहे हैं जो गन्ना किसानों और मंटू कर रहे हैं। ऐसे लोग हैं जिनके पास केवल अपने अधिकार बचे हैं, उसके बाद भी उनके पास आधार कार्ड या कोई जानकारी नहीं है ताकि वे अपने काम के किसी भी पहलू को न खोएं। वहाँ की राशन योजना के साथ भी नहीं मिल सकता क्योंकि हमने इतने सारे खानाबदोश लोगों से बात की है क्योंकि लातूर जाति के लोग यहाँ आते हैं। और जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नहीं, भाई, हम इस सब के बारे में कुछ नहीं जानते हैं, इसलिए हम यहाँ से वहाँ जाते हैं। अगर उन लोगों को भी राशन कार्ड दिए जाते तो उनके बच्चे को कुछ फायदा होता। क्योंकि उनके पास कहीं भी साधन नहीं हैं, जहां वे रहते हैं, उनके बच्चे का मतलब यह भी है कि विकास का कोई भी काम नहीं किया जा सकता है।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से रिंकू कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहती है कि क्या राशन में मिलने वाले चावल में प्रोटीन मिला कर दिया जाता है

राशन कार्ड बनाने के लिए कौन सा डॉक्यूमेंट का जरूरत पड़ता है फैमिली का फोटो होना चाहिए आधार कार्ड होना चाहिए जाति आई लगता है

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राशन मिलने से किसी प्रकार के दिक्कत नहीं होता है

सरकार का दावा है कि वह 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन दे रही है, और उसको अगले पांच साल तक दिये जाने की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में यह भी दावा किया कि उनकी सरकार की नीतियों के कारण देश के आम लोगों की औसत आय में करीब 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। इस दौरान वित्त मंत्री यह बताना भूल गईं की इस दौरान आम जरूरत की वस्तुओं की कीमतों में कितनी बढ़ोत्तरी हुई है।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखण्ड से संवादाता निर्मला कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से रामघाट की निवासी जुली कुमारी से साक्षात्कार लिया है। जिसमें जुली कुमारी ने बताया कि वे मेरी आवाज़ मेरी पहचान को सुनकर राशन कार्ड का लाभ उठाया है और वह राशन उठा रही है । इसके साथ ही साथ जुली कुमारी ने बताया कि वे लंबे समय से राशन कार्ड बनाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। जब वे जीविका मोबाइल वाणी में काम करने वाली निर्मला दीदी से राशन कार्ड कैसे बनाया जाता है इस बारे में सलाह ली । उनको जानकारी मिली कि आप अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य के आधार कार्ड , अपने परिवार की तस्वीर और बी.पी.एल नाम सूची की एक फोटोकॉपी लें , सभी तस्वीरों को कॉपी करें और इसे ब्लॉक में जमा करें । ऐसा करने के कुछ महीनों के बाद राशन कार्ड बन जायेगा । वैसे ही कुछ महीनों के बाद उनका राशन कार्ड बन गया और अब वे राशन उठा रही हैं । इसके लिए वे मोबाइल वाणी को धन्यवाद दे रही है कि उनको राशन कार्ड का लाभ उठाने में मोबाइल वाणी से सहायता मिली

बिहार राज्य के नालंदा जिले से प्रतिभा कुमारी की बात मोबाइल वाणी के माध्यम से चंपा कुमारी से हुई वो जन वितरण प्रणाली के विक्रेता हैं उन्होंने बताया की किसी का ऊँगली अगर काम नहीं करता है तो हम आँख से चेक करके अनाज देते हैं

बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखंड से रूबी कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती हैं कि उनका राशन कार्ड नहीं बना है। राशन कार्ड बनाने में बहुत दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है