बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर से रंजन ने मोबाईल वाणी के माध्यम से सहाबुद्दीन अंसारी से साक्षात्कार लिया। सहाबुद्दीन अंसारी ने बताया कि सरकार जो स्किम के तहत पोखर खुदवा रही है,उससे किसान सिंचाई कर सकते हैं। मछली पालन भी कर सकते हैं। किसान घर से पैसा लगा कर सोख्ता या पोखर नही बनाना चाहते हैं। सरकार को इन कार्यों के लिए पहले पैसा देना चाहिए

कई राज्य सरकारों द्वारा खेत में पोखर और तालाब बनवाने सम्बंधित योजनाएं चलाई जा रही है।इसके अंतर्गत अनुदान की भी व्यवस्था की गई है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रंजन कुमार जानकारी दे रहे हैं की सरकार जलवायु परिवर्तन को लेकर काफी गंभीर है और इसके लिए मनरेगा के अंतर्गत बंजर भूमि में पेड़ लगाने के लिए शिशु पौधे लगाने और सिंचाई के लिए चापाकल की व्यवस्था साथ ही पौधों को सुरक्षित रखने के लिए आने वाले खर्च को वहन करने के लिए तैयार है।ताकि किसान अपने भूमि में पेड़ पौधे लगा सके और जलती धरती को शीतलता प्रदान कर सके।जिससे जलवायु परिवर्तन में भी कमी आ सके।किसानों के पास भुमि तो है लेकिन उनके पास पूँजी नहीं है। इस कारण वो ना फलदार पौधें लगा पा रहे हैं और ना ही सिंचाई के लिए बोरिंग करवा पाते हैं।इसके अलावा पेड़ लगाने से ज्यादा पेड़ काटे जा रहे हैं। जिसका प्रभाव भी खेती पर पड़ रहा है

बिहार राज्य के जिला जमुई से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि पहले के मुकाबले अब खेती में अधिक नुक्सान होती है। आगे कह रहे है कि खेती सही से हो इसके लिए सरकार द्वारा कई योजनाए चलाई जा रही है। आगे कह रहे है कि बहुत से लोग योजनाओं का लाभ नहीं उठा प् रहे है क्यूंकि उनको योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं हैं

बिहार राज्य से मंगल मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि वो अपने खेत में तालाब बनवाना चाहते है इसके बारे में उन्हें जानकारी चाहिए

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से ऋतिक कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं इन दिनों किसान हाइब्रिड बीज और रासायनिक खाद का उपयोग अधिक कर रहे हैं जिसे खाने से बच्चों के स्वास्थ्य में बुरा प्रभाव पड़ रहा है। किसानों को सिंचाई सुविधा नहीं मिलती इसलिए किसान सभी पौधे भी नहीं लगा पा रहे हैं

आत्मनिर्भर भारत के तहत भारत सरकार ने "मीठी क्रांति"का नारा दिया है। किसान खेती के अलावा पशुपालन या मधुमक्खी पालन कर के भी पैसे कमा सकते हैं। इसके लिए सरकार ट्रेनिंग एवं रोजगार शुरू करने के लिए सहायता राशि भी दे रही है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से रुदल पंडित मोबाइल वाणी के माध्यम से रविंदर कुमार पाण्डेय से बातचीत जिसमे उन्होंने जानकारी दी की वे खेती करते है। लेकिन पानी का समस्या होने के कारण खेती नहीं कर पा रहे हैं। जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए हमें वृक्षा रोपण करना चाहिए। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से रविंद्र पंडित को मोबाइल वाणी के माध्यम से वृक्ष लगाने के लिए सरकार से मदद चाहिए।

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से रुदल पंडित मोबाइल वाणी के माध्यम से गीतांजलि कुमारी से बातचीत जिसमे उन्होंने जानकारी दी की वे जीविका में काम करती है। साथ में खेती भी करती हैं। जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए वृक्षा रोपण करना चाहती है।अपने खेत में वे दो सौ पौधा लगाना चाहती हैं। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें