बाज़ार में बढ़ती एआई की धमक और उसके आर्थिक-सामाजिक असर को लेकर कई तरह के रिसर्च और शोध पत्र लगातार जारी हो रह हैं. इसी कड़ी में अमेरिका की मशहूर कंसल्टेंसी संस्था मैकिन्से एंड कंपनी जो 2030 तक अमेरिकी श्रम बाज़ार के रुझानों पर काम कर रही थी ने हालिया जारी अपनी एक रिपोर्ट में ये जानकारी साझा की कि बाज़ार में एआई के बढ़ते इस्तेमाल का बुरा असर महिला श्रमिकों पर ज्यादा पड़ेगा. राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र के रहने वाले 7 मजदूरों के सऊदी अरब में फंसे होने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार मुंबई की एक ट्रेवल्स एजेंसी कामगारों को अच्छे काम और वेतन का झांसा देकर सऊदी अरब लेकर गई थी. सऊदी अरब में फंसे नवलगढ़ निवासी कामगार जावेद अली और उसके साथियों ने बताया कि वे लोग सऊदी अरब के जुबेल में हैं. मुंबई की आबू ट्रेवल्स कंपनी के माध्यम से इस वर्ष जनवरी में यहां आए थे. कंपनी के द्वारा फतेहपुर और झुंझुनू में इंटरव्यू कराए गए थे. हम लोगों को सऊदी अरब की जीसीसी कंपनी में मैशन के काम के लिए भेजा गया था लेकिन सऊदी अरब आते ही उन्हें पाकिस्तानी कंपनी को लेबर के रूप में भेज दिया गया.