गांव कापासेड़ा से नंदकिशोर साझा मंच के माध्यम से एक श्रोता से बात कर रहें हैं इनका नाम शकील जी से बात कर रहें हैं जो की कंपनियों में मज़दूर हैं. उनका कहना है की कंपनियों में काम करने के बावजूद इतना पैसा नहीं बच पाटा है जिस से की ये घर बना सकते लेकिन बारिश में घर गिरने के बाद इन्हें बंधन से लोन लेकर घर बना रहें हैं इसमें इन्हें सापताहिक क़िस्त देना पड़ता है और जो भी बचत था वो सारा लोखड़ौन में ख़तम हो गया.