हमारे श्रोता साझा मंच मोबाइल वाणी के है कि मजदूरों को प्राइवेट कंपनियां मनमाने ढंग से काम से निकाल दे रही है साथ ही बता रहे है कि मजदूर इस कारण बहुत परेशांन है तथा मजबूर भी हैं