जिला हज़ारीबाग़ दाढ़ी प्रखंड से मोहमद असरार अंसारी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि कम उम्र में छोटी बच्चियों की शादी करना अपराध है साथ ही जीवन जोड़ी का मानसिक,आर्थिक और शारीरिक रूप से काफी नुकसान दायक होता है।कम आयु में शादी होने से पति-पत्नी के साथ-साथ बच्चो पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है।वे कई रोगों का शिकार हो जाते हैं।अतः लड़कों की शादी कम से कम 21 और लड़कियों की शादी कम से कम वर्ष में करना चाहिए।
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जिला हज़ारीबाग़ के दाढ़ी प्रखंड से मोहम्मद ताजीम अहमद जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि दाढ़ी प्रखंड में जो लोग बाल विवाह करते हैं तो प्रशासन द्वारा उनपर सख्ती से करवाई की जाए। ताकि बच्चो का भविष्य उज्वल हो सकें। क्योकि शिक्षा में कमी होने के कारण क्षेत्र विकास की ओर नहीं बढ़ पा रहा है। अतः जिस भी समाज के लोग बाल विवाह करते हैं वे सभी मिलकर बाल विवाह पर रोक लगाने का प्रयास करें।साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता भी सरकार द्वारा बनाई गई कानून का सख्ती से पालन करें
जिला हज़ारीबाग़ के दाढ़ी प्रखंड से मोहम्मद ताजीम अहमद जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि परिवार वालों द्वारा बाल विवाह कराया जाता है यह बहुत ही गलत है खास कर कनकी पंचायत के मुखिया इसे सख्ती से लेते हुए लोगों से आह्वाहन किया है कि किसी भी समुदाय के लोग यदि बेटा या बेटी का बाल विवाह करते हैं तो उनपर सख्ती से क़ानूनी करवाई की जाएगी साथ ही सरकार से आग्रह करते हुए अपील किए की जो भी व्यक्ति बाल विवाह करते हैं तो सरकार उनपर सख्ती से क़ानूनी करवाई करने का निर्देश दें साथ ही साथ समाज से यह उम्मीद करते हैं कि जो बाल विवाह करते हैं वे अपने बच्चो की जिंदगी अंधकार में डूबा देते हैं।बच्चों की शिक्षा पूरी तरह से ख़त्म हो जाती है जिसके कारण बच्चे अपना भविष्य उज्वल नहीं कर पातें हैं।अतः मुखिया प्रमोद कुमार महतो ने सभी से यह अनुरोध किये कि सभी अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दें जिससे वे उच्य स्थान को प्राप्त कर सकें।
हजारीबाग जिले के दाड़ी प्रखंड से मोहम्मद असरार अंसारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि जलसहिया सरकारी सुविधा तथा अधिकारों से वंचित हैं। साथ ही इन्हे किसी भी प्रकार का वेतन भत्ता नहीं मिलता है। दाड़ी प्रखंड के रुआत पंचायत के ग्राम पटरंगी की जल सहिया श्रीमती सरस्वती देवी ने बताया कि सरकारी सुविधा के नाम पर इस बार मात्र एक शौचालय पर पचहत्तर रुपये और एक चापाकल पर पाँच सौ रुपये के अलावे आज-तक किसी प्रकार का कोई सुविधा नहीं मिला है। राशन-कार्ड से जो राशन मिलता है ,उससे भी वंचित किये जाने का संकेत दिया जा रहा है। इन्होने यह भी बताया कि पाइप कनेक्शन लगवाने या कटवाने के लिए भी इन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जल मीनार का जो ठेकेदार हैं वे भी समस्या को सुलझाने में असमर्थ है। ब्लॉक के अधिकारिओं के समक्ष भी अपनी परेशानी रख चुके इन लोगों को, हज़ार रूपये वेतन भी नहीं मिलता है।यहाँ तक कि ब्लॉक और जिला भी खुद का पैसा लगा कर जाना पड़ता है।इन लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द जलसहिया को सरकारी सुविधाएँ, अविलम्ब लागु करने की अपील की है।
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झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला के दाड़ी प्रखंड से मोहम्मद असरार अंसारी जी मोबाइल वाणी के माधयम से कहते है कि सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में काम कर रहे ठेका मजदूरों को आवश्यकता अनुसार मजदूरी नहीं मिलती है। जिसके कारण मजदूरों को बदहाल जिंदगी जीना पड़ता है। साथ ही कार्य क्षेत्र में किसी भी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं रहती है। मजदूरों को केवल 180 से 200 तक की ही मजदूरी मिलती है, जिसकी समय निर्धारित नहीं होती है। श्रम कानून होने के बावजूद मजदूरों की बदहाल स्थिति पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।अतः सरकार द्वारा इन ठेका मजदूरों के प्रति विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
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हजारीबाग जिले से मोहम्मद असरार अंसारी जी ने मोबाइल वाणी को बताया कि दाड़ी प्रखंड क्षेत्र के गांव पटरंगी ,कुंडा बेड़ा के जंगल में एक साथ 18 हांथियों का झुंड खेतों में काम कर रहे किसानों द्वारा देखे जाने के बाद से जंगल से सटे गांव पटरंगी , तोयरा,गागाली,पतरवा, दररिया आदि गांव के लोगो में दहशत का माहौल उतपन्न हो गया है। अतः वन विभाग से आग्रह है कि हांथियों से लोगों का किसी भी तरह से जानमाल का क्षति न हो इसके लिए कोई उचित कदम उठाये।