झारखंड से सर्वेश तिवारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान मरीजों को हो रही रेमेडीसिवीर इंजेक्शन की किल्लत को देखते हुए कालाबाजारी के मामलों की जांच अब सीआईडी करेगी। इस संबंध में राज्य के डीजीपी नीरज सिन्हा ने निर्णय लिया। बता दें कि इस संक्रमण काल में यह इंजेक्शन ₹3000 से ₹5000 में बेची जाने की शिकायतें मिली थी।