किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

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बिहार राज्य के मुंगेर जिला से गोरीलाल मंडल मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि आज से पांचवें दिन मुंगेर लोकसभा क्षेत्र और उसके बाद जबलपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान होगा।हमें 4 या 8 जून तक इंतजार करना होगा और जो भी व्यक्ति जाए, मतदान का प्रतिशत बढ़ना चाहिए।

बिहार राज्य के मुंगेर जिला के खड़गपुर से गौरीलाल मंडल मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि नितीश कुमार जी खड़गपुर प्रखंड के गढ़बिहारी मैदान में सभा को संबोधित करेंगे। एस. डी. एम. राजीव रोशन जीम बी. एस. पी. चाहर चंदन कुमार जी प्रशिक्षु जी. एस. पी. विकास कुमार तिवारी और एस. एस. एच. ओ. खड़गपुर और एस. एच. ओ. नितीश कुमार जी शामपुर सहित सभी लोग, पूरा प्रशासन लगा हुआ है और सभी मुंगेर से भी आ रहे हैं।लोग हर जगह मुख्यमंत्री के कल आने का इंतजार कर रहे हैं जिसमें मुंगेर के सांसद राजीव रंजन सिंह उखलन सिंह जी के लिए प्रचार करेंगे। मान्ती साहब अधिक वोट मांगेंगे और एनडीए के सभी कार्यकर्ता भी वहां मौजूद रहेंगे।

बिहार राज्य के जिला मुंगेर से गोरी लाल मंडल , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि इस बार मतदान कम हुआ है।

दोस्तों, प्रधानमंत्री के पद पर बैठे , किसी भी व्यक्ति से कम से कम इतनी उम्मीद तो कर ही सकते हैं कि उस पद पर बैठने वाला व्यक्ति पद की गरिमा को बनाए रखेगा। लेकिन कल के भाषण में प्रधानमंत्री ने उसका भी ख्याल नहीं रखा, सबसे बड़ी बात देश के पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ खुले मंच से झूठ बोला। लोकतंत्र में आलोचना सर्वोपरि है वो फिर चाहे काम की हो या व्यक्ति की, सवाल उठता है कि आलोचना करने के लिए झूठ बोलना आवश्यक है क्या? दोस्तों आप प्रधानमंत्री के बयान पर क्या सोचते हैं, क्या आप इस तरह के बयानों से सहमत हैं या असहमत, क्या आपको भी लगता है कि चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जाना अनिवार्य है, या फिर आप भी मानते हैं कि कम से कम एक मर्यादा बनाकर रखी जानी चाहिए चाहे चुनाव जीतें या हारें। चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर आप क्या सोचते हैं। अपनी राय रिकॉर्ड करें मोबाइलवाणी पर।

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2024 के आम चुनाव के लिए भी पक्ष-विपक्ष और सहयोगी विरोधी लगभग सभी प्रकार के दलों ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिये हैं। सत्ता पक्ष के घोषणा पत्र के अलावा लगभग सभी दलों ने युवाओं, कामगारों, और रोजगार की बात की है। कोई बेरोजगारी भत्ते की घोषणा कर रहा है तो कोई एक करोड़ नौकरियों का वादा कर रहा है, इसके उलट दस साल से सत्ता पर काबिज राजनीतिक दल रोजगार पर बात ही नहीं कर रहा है, जबकि पहले चुनाव में वह बेरोजगारी को मुद्दा बनाकर ही सत्ता तक पहुंचा था, सवाल उठता है कि जब सत्ताधारी दल गरीबी रोजगार, मंहगाई जैसे विषयों को अपने घोषणापत्र का हिस्सा नहीं बना रहा है तो फिर वह चुनाव किन मुद्दों पर लड़ रहा है।

बिहार राज्य के जिला मुंगेर से गोरी लाल मंडल , मोबाइल वाणी के माध्यम से होने वाले चुनाव के सम्बन्ध में अपनी राय दे रहे है।