खगड़िया जिला के मथुरापुर के मैदान में अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन के देशव्यापी आह्वान पर भाकपा माले , ऐफ्टू , अस्गठित निर्माण मजदूर यूनियन , एआईटीयूसी के संयुक्त तत्वावधान में खगडिया मथुरापुर के मैदान में ‘ भूख के खिलाफ रोटी के लिए ‘ मजदूर सभा का आयोजन किया गया।इससे पुर्व यूपी दिल्ली सहित अन्य राज्य में मजदूरों के साथ अन्याय , शोषण , दमन , पुलिस द्वारा मजदूरों को लाठी से पिटाई करने के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकाला जिसका नेतृत्व भाकपा माले एवं ऐफ्टू के जिला संयोजक किरण देव यादव एवं मजदूर यूनियन के सचिव सुनील कुमार , ऐटू के सचिव जीतेन्द्र कुमार ने किया।सभा में सर्वप्रथम विभिन्न दुर्घटनाओं में सैकडों मृतक मजदूर को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजली दी गयी। सभा की अध्यक्षता करते हुए भाकपा माले नेता किरण देव यादव प्रवासी मजदूरों को रोजी रोटी देने , मृतक मजदूर परिवार को पचास लाख मुआवजा देने , लॉकडाउन अवधि में दस हजार रूपये प्रति माह प्रति मजदूर को देने , मजदुरों का निवंधन कर श्रम विभाग के द्वारा सभी प्रकार का सरकारी लाभ देने , मजदूरों का कार्य अवधि पूर्वत आठ घंटा करने , मनरेगा का काम चालूकर काम देने , तथा शोषण दोहन करने पर रोक लगाने की मांग किया , उन्होने कोरोना के आड में करोडों का हो रही लूट पर रोक लगाने , आशा ममता रसोईया को दो साल का लंवित मानदेय देने की मांग सरकार से किया | सुनील कुमार ने किसानों को फसल क्षति पूर्ति देने , किसान सम्मान राशि देने , मक्का क्रय केद्र खोलने , मजदूरों को अनुदान राशि देने , कोरोना की जांच करने , भोजनादि की व्यवस्था मीनू के अनुसार करने , कीट देने की मांग किया ! जीतेन्द्र  , मनीष , गायित्री देवी , मूंगा देेवी , खुशबू , अनिता , राधा , रंजू , आदि ने दुनियां के मजदुरों एक हो नारे को बुलंद किया।हलांकी इन सब के वावजुद सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया ,इसका आयोजकों को ख्याल रखना चाहिये।अपनी आवाज को बुलंद करना मांग रखना प्रजातंत्र में सबको अधिकार है लेकिन इन सबके वावजूद आज जो हमारा देश या फिर विश्व का हालात कोरोना महामारी को लेकर है जो सरकार ने गाइडलाइन जारी किया इसका पालन करना भी हम सबों का कर्तव्य है।खासकर जो जिम्मदार व्यक्ति है इसका ख्याल रखना जरुरी है।जब-तक लॉकडाउन है ओर गाइड लाइन जारी तब-तक आगे से इसका ख्याल रखना बेहद जरुरी है ओर भी शासन-प्रशासन की जिम्मेवारी है की इन सबका पालन करवाया जाय अगर जो नहीं मानता है उसपर अगर कारवाई करने की आवश्यकता पड़े तो कारवाई करनी चाहिये।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।