गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू बैंगन के पौधों एवं फलों में लगने वाले रोग और कीटाणु से बचाव के बारे में जानकारी दे रहे हैं ।

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू बैगन का पौधा रोपाई करते समय ध्यान रखने वाली बातों की जानकारी दे रहे हैं ।

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू बैंगन की नर्सरी को रोग एवं किट से बचाने की जानकारी दे रहे हैं।

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू बैगन की खेती के लिए किस्मों का चयन और नर्सरी तैयार करने के सम्बन्ध में जानकारी दे रहें हैं।

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू धान की नर्सरी में दवा और खाद का प्रयोग कब और कैसे करना चाहिए इसके सम्बन्ध में जानकारी दे रहें हैं।

खरीफ सीजन के दौरान किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से छिंदवाड़ा जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। बीते दो दिनों में इफको एवं आईपीएल कंपनियों की दो रेक के माध्यम से 4100 मीट्रिक टन यूरिया जिले में पहुंच चुका है। इस खाद का वितरण मार्कफेड गोदामों, प्राथमिक सहकारी समितियों एवं चिन्हित निजी विक्रेताओं के माध्यम से किया जा रहा है।सोमवार से जिले में तेज़ गति से यूरिया वितरण प्रारंभ किया जाएगा। साथ ही ब्रह्मपुत्र और चंबल कंपनियों की दो और रेकें छिंदवाड़ा पहुंच चुकी हैं, जिनसे अगले एक-दो दिनों में अतिरिक्त 3000 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति की जाएगी।

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू उन्नत विधि से धान की खेती और बिचड़ा के हैंडलिंग की जानकारी दे रहें हैं।

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गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू जानकारी दे रहें हैं धान के बिचड़ा को कैसे तैयार किया जाए। उन्होंने बताया कि सारा बिचड़ा एक ही दिन में तैयार नहीं करना चाहिए, बिचड़ा को तैयार करने के लिए क्रमबद्ध तरीक़ा के साथ साथ मौसम का भी ख़ास ध्यान रखना चाहिए .

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू जानकारी दे रहें हैं धान के बिचड़ा को कैसे तैयार किया जाए। उन्होंने बताया कि सारा बिचड़ा एक ही दिन में तैयार नहीं करना चाहिए, बिचड़ा को तैयार करने के लिए क्रमबद्ध तरीक़ा के साथ साथ मौसम का भी ख़ास ध्यान रखना चाहिए .