मध्य प्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिला से दिनकर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी की मंदसौर में पुलिस की गोलीबारी के बाद संघ समन्वय समिति का गठन किया गया था। जिसमें 250 किसान थे, फिर बाद में जब सरकार तीन किसान विरोधी कानून लाई, तो हमने इसका विस्तार किया और संयुक्त किसान मोर्चा का गठन किया। तीन सौ अस्सी दिन का आंदोलन, सात सौ बत्तीस किसान हमारे शहीद थे, हमारी मुख्य मांग थी कि ये तीन किसान विरोधी कानून निरस्त किए जाए। लेकिन इसके साथ ही एम . एस . पी . की कानूनी गारंटी , पूर्ण ऋण राहत , जो हमने आखिरकार कर दिया है । भारतीय किसान संघ समन्वय समिति की ओर से हमने लोकसभा और राज्यसभा में दो कानून पेश करने का काम किया था , हम चाहते थे कि भारत सरकार उन्हें पारित करे और इसके साथ ही किसानों की दस हजार रुपये प्रति माह की पेंशन भी दे। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।