राज्य बिहार के जमुई जिला, प्रखंड सिकंदरा से ज्योति कुमारी जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रही है की हमारे जीवन में दोस्त की भूमिका बहुत अनमोल होता है जिसे हम शब्दों में शायद ही बंया कर सकते है । हमारे दोस्त हर परस्थिति में हमारे साथ रहते है।हम अपने दोस्तों से सभी बातें साझा कर सकते है वे हमे अपने जीवन में कभी अकेलापन महसूस होने नहीं देते है। हमारे जीवन में दोस्तों की एक अहम भूमिका होती है अतः हमे अपने जीवन में दोस्त के महत्व को समझना चाहिए और इस अटूट रिश्ते को कभी टूटने या कमजोर होने नहीं होने देना चाहिए।दोस्तों इनकी तरह आप भी कोई जानकारी या किसी विषय पर अपना विचार मोबाइल वाणी के साथ बाँटना चाहते हैं ,तो मिस्ड कॉल जरूर करें हमारे निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।
राज्य बिहार जिला जमुई,प्रखंड सिकन्दरा से विजय कुमार जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है की उत्पाद विभाग के वरीय पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण प्रखंड के सुदूर ग्रामीण इलाके में आज भी यहाँ चोरी-छुपे महुँवा से शराब बनाने का धंधा जोरो पर है।इसके चलते ग्रामीण युवा खासकर जो बेरोजगार है उनपर इसका खासा असर देखा जा रहा है। यदि प्रशासन की हालत यही रही तो आने वाले समय में वयस्क युवा से लेकर बच्चे को भी नशा का शिकार होने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।
जिला जमुई,प्रखंड अलीगंज से विजय कुमार सिंह जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे कि बिहार में बढ़ती बेरोजगारी के कारण प्रतिदिन हजारो युवाओं को दूसरे प्रदेशो में काम करने के जाते देखा जा रहा है।इन युवाओं का कहना है कि बिहार की सरकार को बनाने में काफी मेहनत किया और इन्हे लगा की अब काम के सिलसिले में बाहर जाने की नौबत नहीं आएगी और अपने परिवार के साथ रहकर उनका भरण-पोषण आसानी से कर लेंगे।किन्तु इस सरकार ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे बेरोजगारों को रोजगार मिल सके और लोग बाहर पलायन ना करे।इनलोगो का कहना है की वे अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए बाहर जाते है और अगर यही हाल रहा है तो वे वंही स्थायी रूप से रह जायेंगे जहाँ स्थायी रूप से इन्हे काम मिलेगा।
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बिहार राज्य के जमुई जिले से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रदूषण रोकने के सम्बन्ध में अपने विचार व्यक्त किये और कहा की लोगो को भी प्रदुषण रोकने के लिए अपना योगदान देना होगा सभी को ये समझना होगा की हम वातावरण को प्रदूषित न करें और अपने आस-पास गंदगी न फैलाएं न किसी को फैलाने दें।जल प्रदुषण फैलाने में सबसे अहम योगदान कारखानों का होता है कारखानों से निकलने वाला कचड़ा सीधे नदियों तालाबों में जाता है इस प्रदूषित जल को उपयोग करने पर लोग बीमार हो रहे हैं इसका असर जीव जन्तुओं पर भी हो रहा है।गंगा सफाई योजना के नाम पर भी कुछ ठोस होता नहीं दख रहा है।
जिला जमुई,प्रखण्ड सिकंदरा से विजय कुमार जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि सरकारी स्कूलों की स्थिति काफी ख़राब है।इसमें कई खामियाँ हो सकती है जिसमे शिक्षा प्रणाली से लेकर सरकार की शिक्षा के प्रति उदासीनता शामिल है।लेकिन शिक्षा और सिद्धांतो के अमूल्यम में शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है।आज पुराने शिक्षक ही पन्द्रह बीस सालो से कार्यरत है और वही पुराने तरीके अपना रहे है।जबकि पुराणी शिक्षा पद्धति में जमीन-आसमान का अंतर आ चूका है।कुछ वरीय शिक्षक इस नयी पद्धति को क्रियाशील बनाये हुए है और इस ज़माने के शिक्षा पद्धति के अनुरूप सबको ढ़ाल चुके है और इनकी संख्या बहुत कम है।अधिकतर शिक्षकों को अध्ययन और अध्यापन में रूचि नहीं है सिर्फ आजीविका के लिए इस सेवा में आये हुए है।इस दशा में सुधार के लिए एपीजे अब्दुल कलाम जी बाते याद आती है इन्होने भारत निर्माण के लिए शिक्षकों को अपने आत्मनियंत्रण नयी शिक्षा पद्धति और प्रौद्योगिकी से अध्ययन करने को बल दिया है।शिक्षा में सुधार के लिए सरकार को ध्यान देना चाहिए।
जिला जमुई प्रखंड अलीगंज,से विजय कुमार जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि सिकंदरा प्रखंड के अंतर्गत शौचालय निर्माण योजना के तहत मिलाने वाली लाभूकों को राशि अब व्यक्तिगत निर्माण पर नहीं,पुरे वार्ड में एकसाथ शौचालय निर्माण पर आवंटित राशि पर होगी।जबकि लखीसराय जिला में ऐसी बात नहीं है। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाया गया स्वच्छत्ता अभियान एक अभिशाप बिहार के लिए बन कर रह गयी है।बिहार में इन दिनों लोकसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियाँ लगी हुई है कि कैसे लोगो से अपने पक्ष में मतदान करवाया जाये जिसके लिए बूथ स्तर की तैयारी की समीक्षा चल रही है।अगर बिहार के लोग विधानसभा की तरह लोकसभा के चुनाव में भी जात-पात में बँटकर चुनाव में वोट डालने का काम करते है तो निश्चित तौर पर पाँच साल के लिए बिहार का विकास एक बार फिर रुक जायेगा।इन नेताओं को सबक सिखाने तथा बढ़ती बेरोजगारी के लिए कुछ नहीं करने वाली सरकार को जवाब देने की जरुरत है।ताकि नेताओं को भी समझ में यह बात आ जाये कि अब आम लोगों को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है।
जिला जमुई प्रखंड सिकंदरा से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है की एक समय था जब घर में लड़की जन्म लेती थी तो लोग कहते थे की घर में लड़की का आगमन हुआ है । आज वक्त बदल गया है ,अभी के समय में अधिकतर लोग लड़की को जन्म लेने ही नहीं देते।और अगर किसी माँ की हिम्मत की बदौलत किसी लड़की का जन्म भी होता है तो लोग उन्हें ना जाने क्या क्या कहते है।समाज क्यों भूल जाता है की हमारा अस्तित्व किसी लड़की से ही है। यही वजह है की प्रति हजार लड़को पर मात्र 933 लड़की ही रह गयी है। और लड़को की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।हमारा समाज लड़कियों के साथ ही भेद भाव क्यों करता है।दुनिया आज चांद पहुंच गयी है।हमर देश बहुत तेजी से विकास कर रहा है ,फिर भी हमारी मानसिकता वही की वही है।हम आज भी लड़कियों को बोझ समझते है।जब एक लड़की राष्ट्रपति बन सकती है तो लड़की के साथ भेद-भाव क्यों।
जिला जमुई सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि राज्य में चिकित्सा सेवा अभी भी अपेक्षित रूप से गाँव तक नहीं पहुँच पाती है। विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाली बड़ी अबादी के लिए चिकित्सा सेवाओं की सुलभता अभी भी कठिन है। शहरो में बड़े बड़े अस्पताल खुल रहे हैं जहाँ डॉक्टरों को मोटी तनख्वाह दी जाती है। जिसके कारण डॉक्टर गांव में जाकर सेवा देना ही नहीं चाहते हैं। क्योंकी डॉक्टरों को जो सेवा शहर में मिलती है वो सेवा गांव में नहीं मिल पाती है। डॉक्टरों को लोग धरती का भगवान समझते हैं उन पर लोग आँख मूंद कर विश्वास करते हैं,इसी विश्वास का फ़ायदा उठा कर डॉक्टर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। महँगी दवाईयां लिखने और गैर जरुरी टेस्ट तक गनिमित थी लेकिन ऐसी भी रिपोर्ट आई है की डॉक्टर अपना टारगेट पूरा करने के लिए गैर जरुरी ऑपरेशन भी कर रहे हैं
राज्य बिहार,जिला-जमुई,प्रखंड-सिकंदरा से विजय कुमार जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है की केंद्र सरकार ने जो खास लोगो के वाहनों से लाल बत्ती हटाने का जो निर्णय लिया है वह स्वागत योग्य है।नेताओं और नौकरशाहों की सरकारी और निजी वाहनों पर लगे VIP लाइट, शासक प्रजा का भाव प्रबल करती है।जबकि लोकतंत्र की मंत्रा ठीक इनके विपरीत होती है।हकीकत में यह VIP लाइट सत्ता के अहंकार का प्रतीक है। बड़े लोगो ने लोगो पर रौब झाड़ने से लेकर ट्रैफिक नियम तोड़ने के लिए इसका दुरूपयोग भी किया।यह देश का दुर्भाग्य है की यहाँ लोकतंत्र की आड़ में राजतंत्र परम्परा के तौर पर आज भी स्थापित है।यह बात सभी को लोग जानते है की कुर्सी में बैठते ही नेताओं का बोल-चाल से लेकर सबकुछ बदल जाता है।सवाल यह की क्या मंत्रियों की गाड़ियों से लाल बत्तियां हट जाएगी तो क्या शासक और जनता दोनों बराबर हो जायेंगे।आम और खास के बीच पनपती खाई को पाटना होगा।अब अगर लाल बत्ती प्रतिबंधित हो गयी तो इतना तय है की बाबू वर्ग के लोगो का अहंकार खत्म हो जायेगा और समाज के साथ-साथ देश भी बदलेगा।