झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के जरीडीह प्रखंड से शिव नारायण महतो ने जसना देवी से साक्षात्कार लिया।जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि वो ईट भट्टा में काम करती थी।लेकिन लॉकडाउन के कारण काम पर नहीं जा रही हैं। जिसके कारण अब गुजर-बसर करना भी मुश्किल हो गया है। पहले के बचाये हुए पैसे भी अब खत्म हो चुके है। लेकिन हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं हैं
झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के जरीडीह प्रखंड से शिवनारायण महतो ने सपन महतो से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि लॉकडाउन के कारण काम बंद हो गया है जिसके कारण खाने-पिने में बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के जरीडीह प्रखंड से शिव नारायण महतो ने ममता देवी से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि वे ईंट भट्ठा में काम कर रही थी। लेकिन कोरोना को हाराने के लिए सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया। जिसके कारण उनका काम बंद हो गया है। कुछ रोजगार नहीं है जिसके कारण खाने पिने में बहुत ही दिक्कत हो रही है। इसलिए उन्हें आर्थिक मदद की जरूरत है।
झारखण्ड के बोकारो ज़िला के जरीडीह प्रखंड के गायछन्दा पंचायत के भवांटांड से रंगलाल महतो ने बोकारो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लॉकडाउन के वजह से उनका मज़दूरी बंद है और उन्हें बहुत समस्या हो रही है। घर में बाल बच्चों को खाने पीने की समस्या हो रही है। मदद चाहिए।
झारखण्ड के बोकारो ज़िला के जरीडीह प्रखंड के गायछन्दा पंचायत से कुंदन कुमार ने बोकारो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वो एक मॉल में काम करते थे जो लॉक डाउन के वजह से बंद हो गया। इस कारण उन्हें खाने पीने में समस्या हो रही है। वो किसी भी प्रकार की मदद चाहते है
झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के जरीडीह प्रखंड के गायछन्दा पंचायत से गोपाल बाउरी ,बोकारो मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि लॉक डाउन के कारण उनका रोज़गार बंद हो गया है। खाने पीने की बहुत समस्या हो रही है। उन्हें सहायता चाहिए
झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के जरीडीह प्रखंड के गायछन्दा पंचायत से सुरेंदर नाथ महतो ,बोकारो मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि वो इडली डोसा का रोज़गार करते थे। लॉक डाउन के कारण रोज़गार बंद हो गया। अब परिवार के समक्ष आर्थिक संकट पैदा हो गया है। बच्चे के शिकार हो रहे है। मोबाइल वाणी से मदद चाहिए
झारखंड राज्य के बोकारो जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता देव नारायण ने चंद्रपुरा के तुरियों पंचायत निवासी हरखलाल महतो से साक्षात्कार लिया। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की लॉक डाउन में रोजगार नहीं होने के कारण राशन की बहुत बड़ी समस्या हमारे सामने खड़ी है। ऑनलाइन राशन कार्ड के लिए आवेदन दो साल पहले ही किया था। लेकिन अब तक किसी भी व्यक्ति का राशन कार्ड नहीं बना है। ऐसी परिस्थिति में गरीब लोग कैसे जीवित रह सकते हैं
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मोबाइल वाणी से अपनी समस्या साझा करते हुए प्रतिमा बताती हैं की लॉक डाउन की अवधि में वो अपनी माँ के घर पर थी। इस दौरान राशन लेने के लिए उन्होंने अपने घर से किसी को भेजा था। लेकिन डीलर ने राशन देने से मना कर दिया। पिछले दो महीने से राशन नहीं मिलने के कारण उनका परिवार मुश्किलों से गुजर-बसर कर रहा है