झारखण्ड राज्य के बोकारो से सपना कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहीं हैं कि, इन्होने अपनी दोस्त से काजल बनाने का तरीका सीखा है और उस तरीका को बता भी रहीं हैं

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से निशा कुमारी ,बोकारो मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वो अपनी सहेली से सिलाई करना सीखी है। फटे वस्त्र को सिल कर ठीक करती है और छोटे पुराने वस्त्र को सिलाई कर के नया रूप देती है

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के पेटरवार से श्वेता मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहीं हैं कि, इन्होने अपने दोस्तों से काफी सारे हुनर सीखे हैं जैसे की पुराने कपड़ों से दरी बनाना ,रंगों से दिवार पर चित्र बना कर सजाना आदि

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के पेटरवार प्रखंड से श्वेता कुमारी ,बोकारो मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उन्होंने अपनी सहेली से पुराने कपड़ों को उपयोग में लाना सीखी है। जैसे पुराने कपड़ों से दरी बनाना सीखा। पुराने दुपट्टे को रंग कलाकारी कर के नया रूप दी। घरों में भी रंग का प्रयोग कर के नया नया वस्तु बनाई। दिवार में रंग का इस्तेमाल कर भगवन का चित्र भी बनाया

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से ललिता कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि वो दानी की तरह सुई से बुनाई की और दरी बनाना सीखा

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से पेरो कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि उन्होंने काज़ल बनाने का तरीका सीखा। पहले दीया जला कर उसे कढ़ाही से ढक दिया गया। उसके बाद कढ़ाही में जो धुआँ इकठ्ठा हुआ ,उसके बाद उसमे घी दाल कर काज़ल बनाया

भारती कुमारी ने बताया वह हुनरबाज़ कार्यक्रम के सभी एपिसोड्स सुने है। इस कार्यक्रम से उन्होंने अपने हुनर को पहचाना। वह पहले सिलाई सेंटर खोलना चाहती थी किन्तु घर की स्थिति अच्छी नहीं होने से वह नहीं खोल पायी।हुनरबाज़ कार्यक्रम से प्रेरित होकर उन्होंने अब सिलाई सेंटर खोला साथ में कुछ बच्चो को सिलाई भी सीखा रही है

झारखण्ड राज्य के जिला बोकारो के प्रखंड पेटवार से श्वेता कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उनहोंने हुनरबाज़ के सभी एपिसोड्स सुने इस कार्यक्रम से बहुत कुछ सिखने को मिला। उन्हें खेती करने का बहुत शौक था किन्तु उन्हें लगता था लोग क्या कहेंगे। फिर उन्होंने हुनरबाज़ कार्यक्रम सुना और जागरूक हुई और खेती करने लगी। इस कार्यक्रम से फेरबदल के बारे में सीखा ,फ्रिज की जगह मटके का उपयोग कर सकते है यह सीखा,व्यापार को आगे बढ़ाना सीखा

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से मुंद्रिका की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नोमी कुमारी से हुई। नोमी कहती है कि उन्हें हुनरबाज़ कार्यक्रम सुन कर अच्छा लग रहा है। इससे इन्होने कई बातें सीखी है। इनके मन का डर दूर हो चुका है। पहले कोई भी बात कहने में हिचक थी ,पर अब प्रश्नो के उत्तर देने में कोई हिचकिचाहट महसूस नहीं होता है। कार्यक्रम से यह मालूम हुआ कि खुद के अंदर का हुनर उभरा है और कोई भी वस्तु या काम में फ़ेरबदल कर जीवन आसान बना सकते है

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से मुंद्रिका की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मनीष कुमार से हुई। मनीष कहते है कि उन्हें हुनरबाज़ कार्यक्रम सुन कर अच्छा लग रहा है। इससे इन्होने कई बातें सीखी है। इनके मन का डर दूर हो चुका है। पहले कोई भी बात कहने में हिचक थी ,पर अब प्रश्नो के उत्तर देने में कोई हिचकिचाहट महसूस नहीं होता है। कार्यक्रम से यह मालूम हुआ कि खुद के अंदर का हुनर उभरा है और कोई भी वस्तु या काम में फ़ेरबदल कर जीवन आसान बना सकते है।