पेटरवार तथा आस -पास क्षेत्रों में इस वर्ष जाड़ा ऋतू में पाला, कोहरा व ज्यादा ठण्ड पड़ने से खेत -बाड़ी में लगी साग सब्जी में बहुत बुरा असर पड़ा है. इधर 15-20 दिनों में अधिकतर दिनों में मौसम खराब रहा. पाला, कोहरा तो पड़ा ही दूसरी ओर कड़ाके की ठण्ड पड़ने से भी लगी सब्जी पर बुरा असर पड़ा है. अहले सुबह से लेकर दस बजे दिन तक कोहरा या पाला पड़ना खेती के लिए प्रतिकूल स्थिति है. ऐसी स्थिति से क्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. दारीद, लुकईया, उतासारा, कोजरम, बांगा, ओरदाना, ओबरा, जेबरा, चंद्रपूरा, अरजुवा, गागा, कोह, जाराडीह, चरगी, रुकाम, बुंडू, कोनारबेडा सहित अन्य गाँवो में लोगों की मुख्य आजीविका कृषि है. जबकि प्रत्येक वर्ष खेत बारी में लगी फसले अतिवृष्टि, अनावृष्टि, पाला, ओला कोहरा आदि से फसल चौपट हो जाती है. जबकि किसान ऊँची दर पर बीज, खाद, किट नाशक का प्रयोग करते हैं. तथा ट्रैक्टर से जुताई, मजदूरी भी बढ़ते दर में भुगतान करना पड़ता है. इस वर्ष भी इस समय प्रखंड के विभिन्न गाँवो में लगी आलू पाला पड़ने से मर गया है. प्याज का बिचड़ा नष्ट हो गया. फूल गोभी, बंध गोभी, टमाटर, बैगन, के पौधों सहित अन्य साग -सब्जी पर बुरा असर पड़ा है. खेत में लगी खीरा व तरबूज के छोटे छोटे पौधे मर गए. अन्य साग सब्जी की वृद्धि रुक गया. जिसका उपज पर बुरा प्रभाव होगा. चरगी पंचायत के चरगी ग्राम निवासी कृषक राधेश्याम बेदिया बताते हैं कि पाला कोहरा से मेरा आलू व प्याज का बिचड़ा मर गया. फूल गोभी व पत गोभी में भी मौसम का बुरा असर हुआ है. इसके अलावे अन्य साग सब्जी पर मौसम का बुरा असर पड़ा है. अरजुवा पंचायत अंतर्गत गागा ग्राम के चिरुवा बेडा निवासी महिला कृषक विभा देवी कहती हैं कि मौसम के दुष्प्रभाव से बाड़ी में लगी खीरा, झींगी, खरबूज, प्याज आदि के पौधों पर बुरा असर पड़ा है. सभी फसलों का ग्रोथ रुक गया है पौधे रुग्ण हो गए हैं जिससे अपेक्षित उपज नहीं मिल पायेगी.  मौसम के दुष्प्रभाव से हुई फसलों की क्षति से किसानों में मायूसी व्याप्त है.