विद्यापतिनगर। प्रखंड के वाजिदपुर पंचायत स्थित रामजानकी ठाकुरबाड़ी पक्षिम बाजार में लक्ष्मी नारायण वार्षिक पूजा व श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के लिए शुक्रवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। आचार्य नरेंद्र जी महाराज व उनके सहयोगी ओम जी महाराज के नेतृत्व में कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा शुरू होने से पहले आचार्य नरेंद्र महाराज ने मंत्रोचार के साथ यज्ञ स्थल पर श्रद्धालुओं का विधिवत पूजन कराया। कलश यात्रा में स्थानीय ग्रामीणों के साथ आसपास के दर्जनों गांव के हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई, जो देखते ही बन रही थी। इस दौरान युवक द्वारा लगाए जा रहे जयकारे एवं महिला श्रद्धालुओं के भक्ति गीत से वातावरण गूंज उठा। यज्ञ मंडप के परिक्रमा के पश्चात कलश लेकर श्रद्धालु गंगा की सहायक वाया नदी के कष्टहारा घाट जहां वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ गंगा पूजन कर जल भरी किया। इसके बाद माथे पर कलश लेकर वृंदावन, बजरंगी चौक, विद्यापतिधाम, साहिट, राजा चौक, फरसा चौक होते हुए यज्ञ स्थल पहुंच कर कलश स्थापित किया। कलश यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह ग्रामीणों द्वारा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई थी। श्री लक्ष्मी सहयोग समिति से जुड़े अध्यक्ष अजीत कुमार चौधरी, उपाध्यक्ष सुनील कुमार चौधरी, सचिव विनोद साह, संरक्षक अमित कुमार बिट्टू ने बताया कि 16 फरवरी से 23 फरवरी तक वृंदावन धाम के पंडित जितेंद्र जी महाराज कथा वाचक के द्वारा प्रत्येक दिन शाम 5 बजे से श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान का आयोजन किया गया है। कलश यात्रा के साथ वार्षिकोत्सव यज्ञ का विधिवत शुभारंभ किया गया है। बताया कि 22 फरवरी को भंडारा के साथ पूजा संपन्न होगा। इस बीच हवन पूजन के साथ कई विद्वत संत द्वारा राम कथ का आयोजन किया जा रहा है। वार्षिक पूजा को लेकर वाजिदपुर के साथ आसपास के ग्रामीणों में भी उत्साह रहा। वही कलश यात्रा में मुखिया मुकेश कुमार, श्याम सुंदर तिवारी, मिथिलेश चौधरी, लालबालु सिंह, राजीव कुमार, अशोक सोनी, अजीत वर्मा, विनोद दुबे, दिनेश महतो सहित सैकड़ों श्रद्धलु शामिल रहे।

विद्यापतिनगर। अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ तथा बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के संयुक्त आह्वान पर शुक्रवार को विद्यापतिनगर प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में संघ से जुड़े कर्मचारियों ने अपने सात सूत्री मांगों के समर्थन में पीएचसी कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दे कर सरकार के विरोध में अपनी आवाज बुलंद की। संघ से जुड़े कर्मचारियों ने बताया कि सरकार द्वारा 18 माह का डीए रोक कर रखा गया है, जिसका सरकार अविलम्ब भुगतान करें। धरना पर बैठे उत्कर्ष कुमार ने बताया कि राज्य कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर आज बिहार के सभी प्रखंड मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना एवं सत्याग्रह किया जा रहा है। इस हड़ताल के द्वारा संघ ने सरकार के समक्ष अपनी सात सूत्री मांग रखी है, इनमें 18 माह के बकाया डीए का भुगतान शीघ्र करने, पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू करने, संविदा पर बहाल कर्मियों को स्थायी करने, ठेका पर होने वाली बहाली को बंद करने, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को रद्द करने सहित कई अन्य मांगें शामिल हैं। मौके पर उत्कर्ष कुमार, रवि कुमार, अमरेश अमर, एएनएम शुशीला कुमारी, पूजा रंजना, संगीत कुमारी, सविता कुमारी, मृदुला देवी, बड़ी संख्या में संघ से जुड़े कर्मचारी मौजूद थे।

विद्यापतिनगर। प्रखंड अंतर्गत मऊ बाजार में स्थित पुरानी दुर्गा मंदिर में चल रहे प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के पांचवें दिन बुधवार को श्रीमद् देवी भागवत कथा के दौरान व्यासपीठ से कथा वाचन करते हुए आचार्य योगेश प्रभाकर जी महाराज ने कहा कि किसी भी यज्ञ के तीन आधार स्तम्भ होते हैं, जिनके द्वारा अनुष्ठान संपन्न होता है, ये है गाय, साधू और ब्राह्मण। जब-जब असुर शक्ति प्रभावी होती है, वह सबसे पहले इन्हीं स्तंभों को मिटाने की कोशिश करता है। उन्होंने कहा कि यज्ञ के लिए गाय सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि गाय के घी से जब हवन-पूजन किया जाता है, तब देवता प्रसन्न होते हैं। वहीं ब्राह्मणों के द्वारा ही वैदिक रीति-रिवाज से यज्ञ संपन्न कराया जाता है, जिसमें साधु की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। कथा व्यास आचार्य योगेश प्रभाकर ने कहा कि दैत्य महिशासुर के द्वारा भी यज्ञ में विघ्न पहुंचाने का प्रयास किया गया था, जिसका वध माता के द्वारा किया गया। इसीलिए दैत्यों के अंत के लिए यज्ञ का आयोजन आवश्यक है। इससे पूर्व यजमान पद्माकर सिंह लाला व उनकी धर्मपत्नी सोनी सिंह ने विधिवत पूजन तथा आरती की। कथा की समाप्ति से पूर्व माता का प्रादुर्भाव हुआं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने अपने मोबाइल की बत्ती जला कर माता की आरती की तथा उनका आशीर्वाद लिया। उधर वसंत पंचमी के कारण व्यासपीठ से होली उत्सव भी मनाया गया, जिस पर देर तक लोग झूमने रहे। मौके पर समिति के सभी सदस्य एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।

विद्यापतिनगर। प्रखंड अंतर्गत मऊ बाजार स्थित पुरानी दुर्गा मंदिर में स्थापित माता दुर्गा की प्रतिमा के पुनर्प्राण प्रतिष्ठा को लेकर चल रहे शत् चण्डी महायज्ञ के सातवें दिन गुरुवार को यज्ञ के आचार्य पंडित गोविन्दाचार्य एवं अन्य पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ जल, दुग्ध, शहद, मधु आदि से माता दुर्गा का अभिषेक कर प्रतिमा का प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान संपन्न कराया गया। इससे पूर्व बुधवार को आचार्यों के द्वारा प्रतिमा का अन्नाधिवास, फलाधिवास, वस्त्राधिवास, पुष्पाधिवास व अन्य अधिवास संपन्न कराया गया था। इस अवसर पर मंदिर भक्त-श्रद्धालुओं से खचाखच भरा था। श्रद्धा में लीन लोगों ने अपने-अपने घरों से श्रद्धा पूर्वक पुष्प, फल, अन्न, वस्त्र, मिठाई आदि ला कर माता दुर्गा को अर्पित किया। इस बाबत पुरानी दुर्गा पूजा समिति के सदस्य विमल प्रसाद सिंह ने बताया कि मंदिर के नवनिर्माण के कारण प्रतिमा का स्थान परिवर्तन किया गया है, इसी कारण पुनः प्राण-प्रतिष्ठा कराया गया है। आज अभिषेक के लिए 108 कन्याओं द्वारा पारंपरिक वस्त्र धारण कर यज्ञशाला से कलशयात्रा निकाली गई। आज मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान में यजमान के तौर पर पुरानी दुर्गा पूजा समिति के सचिव अर्जुन प्रसाद सिंह तथा कोषाध्यक्ष गोविंद मिश्र अपनी धर्मपत्नी प्रीता देवी के साथ शामिल हुए। मौके पर बड़ी संख्या में भक्त श्रद्धालुओं के अलावा समिति के अध्यक्ष राजकुमार पाण्डेय, विमल प्रसाद सिंह,अजय कुमार झा, चितरंजन साह, रामाधार झा, रामदयाल झा, सुजीत कुमार मिंगू, प्रवीण कुमार सिंह उर्फ कारू सिंह, सज्जन झा , सुरेन्द्र सिंह, विजय चौहान, प्रभाकर झा, गुड्डू झा आदि मौजूद थे।

विद्यापतिनगर। प्रखंड अंतर्गत मऊ बाजार में स्थित पुरानी दुर्गा मंदिर में स्थापित माता दुर्गा की प्रतिमा के पुनर्प्राण प्रतिष्ठा को लेकर चल रहे शत् चण्डी महायज्ञ के पांचवें दिन बुधवार को यज्ञ के आचार्य पंडित गोविन्दाचार्य एवं अन्य पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रतिमा का अन्नाधिवास, जलाधिवास, वस्त्राधिवास, पुष्पाधिवास व अन्य अधिवास संपन्न कराया गया। इस दौरान पर मंदिर भक्त-श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा। लोगों ने अपने-अपने घरों से श्रद्धा पूर्वक पुष्प, फल, अन्न, वस्त्र, मिठाई आदि ला कर माता दुर्गा को अर्पित किया। इस बाबत पुरानी दुर्गा पूजा समिति के वरीय सदस्य विमल प्रकाश मिश्र ने बताया कि आज देवी का अधिवास कराया गया है, कल माता का अभिषेक 108 कन्याओं द्वारा ले गए यज्ञ के कलश जल से होगा। उन्होंने कहा कि कल सुबह माता दुर्गा का प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान संपन्न होगा।

विद्यापतिनगर। स्वच्छता की ओर सरकार भले हो गंभीर है लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन को इस बात से कोई लेना देना नहीं दिख रहा है। जिसके कारण वसंत पंचमी के अवसर पर भोलेनाथ के मंदिर की सफ़ाई के साथ पूजा पाथ के लिए हर व्यवस्था किया गया है लेकिन विद्यापतिधाम के स्मारक चौक के निकट मुख्य पाथ के किनारे पंचमुखी हनुमान मंदिर के निकट कचरा का अंबार लगा है। जिसके कारन लोगो को आवागमन में परेशानी तो होती ही है ख़ासकर आसपास रहने वाले दुकानदारों को भी भारी संडास की ज़िंदगी जीने को मजबूर होना पड़ रहा है। बताते है कि चाय पान की दुकानों और होटलों का कचरा बखूबी पंचमुखी हनुमान मंदिर के निकट सड़क किनारे फेका जा रहा है। बावजूद कोई देखने वाला नहीं है। जिससे लोगो में भारी आक्रोश बना है। मुखिया प्रतिनिधि लाल बाबू ने बताया कि पंचायत के सभी वार्ड में कचरा उठाव के लिए ठेला चालू है। बावजूद धार्मिक स्थान में गंदगी का अंबार रहने से लोग आक्रोशित बने है।

विद्यापतिनगर। प्रखंड में बुधवार को सरस्वती पूजा धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान कई जगहों पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। शिक्षण संस्थानों, युवा संगठनों व क्लबों में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की गई। पूजा स्थलों व पंडालों को जगमगाती लाइटों से सजाया गया। जबकि ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से गीतों का प्रसारण किया गया। सुबह से शाम तक वैदिक मंत्रोच्चारण की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो गया। पूरे दिन छोटे-बड़े व आमजन में पूजनोत्सव को लेकर खासा उत्साह रहा। वहीं पूजा पंडालों में रात्रि बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं भजन-कीर्तन किया गया। बजरंगी चौक के द संकल्प एकेडमी, नॉलेज प्वाइंट एजुकेशन सेंटर, कॉन्सेप्ट कोचिंग सेंटर, विधा सेंट्रल स्कूल, आकाश कैंपस सहित प्रखंड के सभी विद्यालयों में श्रद्धा व भक्ति के साथ पूजा संपन्न हुई। कई युवा संगठनों व क्लबों में भी सरस्वती पूजा हुई। भक्तों ने दिन भर किया प्रसाद ग्रहण। क्षेत्र में विद्यार्थियों व युवाओं के बीच पूजा को लेकर भारी उत्साह देखा गया।

विद्यापतिनगर। प्रखंड के राजकीय धार्मिक स्थल विद्यापतिधाम में बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़। हालांकि पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। किसी वक्त तेज बरसात होती है तो किसी वक्त रिमझिम फुहारे पड़ रही हैं। इसकी वजह से माघ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मेले में चारों तरफ कीचड़ और अव्यवस्था देखी गई। श्रद्धालु बारिश के पानी में भीगते हुए विद्यापतिधाम मंदिर तक पंहुचे। हालांकि बारिश और खराब मौसम के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कहीं कोई कमी नजर नहीं आई। लोग पूरे उत्साह और उमंग के साथ मंदिर पहुंचकर वहां उगनामहादेव और देवी सरस्वती से बुद्धि - ज्ञान व विवेक की कामना की। ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल उगनामहादेव मंदिर परिसर में बुधवार को बसंत पंचमी पर मेला लगा। पूरे दिन विद्यापतिधाम स्थित देवी देवताओं के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। आते-जाते श्रद्धालुओं के जयकारे से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा था। मंदिर में दर्शन करने को लेकर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भोलेनाथ के जयघोष करते श्रद्धालुओं की खुशी एवं उत्साह देखते बन रही थी। बताया जाता है कि वसंत पंचमी को उगनामहादेव एवं माता सरस्वती की पूजा-अर्चना करने से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। पुजारी अमरनाथ गिरि, पुकार गिरि के साथ भक्त मंदिरों में पूजा करने में व्यस्त दिखे। मेला परिसर में लगे चरखा-चरखी, झूला के अलावा अन्य खेल का आनंद बच्चों ने खूब लिया। श्रद्धालुओं की भीड़ से मेला परिसर पटा रहा। भीड़ में कई बच्चे एवं महिलाएं अपने स्वजनों से बिछड़ गए। जिसे उनके परिजनों अभिभावकों के पास पहुंचने में मंदिर कमिटी के सदस्यों के द्वारा माइकिंग कर सभी को मिलाने का कार्य करते दिखे।

विद्यापतिनगर। प्रखंड अंतर्गत मऊ लंगड़ा ढाला शिव मंदिर के समीप श्री शत चंडी महायज्ञ सह प्राण- प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत कथा के चौथे दिन देर शाम व्यास पीठ से कथा वाचन करते हुए श्रीधाम वृन्दावन के प्रसिद्ध कथा व्यास आचार्य श्री योगेश प्रभाकर जी महाराज ने पराम्बा के चरित्र पर चर्चा करते हुए कहा कि माता भगवती प्रकृति की नींव हैं। प्रकृति के मूल में पराशक्ति विद्यमान हैं। जितने भी भगवान के अवतार होते हैं, उनके मूल में पराम्बा है। भगवती का परम तत्त्व तथा विस्तृत माहात्म्य देवी भागवत में विद्यमान है। भागवतीय चरित्र प्राकृतिक नहीं अप्राकृतिक हैं। उन्होंने कहा कि आचरणवान ही ज्ञानवान हो सकता है। जब-जब संवाद का अभाव होता है तब- तब विवाद होता है। श्रीमद् देवी भागवत जैमिनि और व्यास जी का संवाद हैं । आचार्य श्री योगेश प्रभाकर जी महाराज ने पराम्बा श्री जगदम्बा जी के पवित्र आख्यानों से युक्त इस पुराण में वर्णित श्लोकों की सुरम्य प्रस्तुति के बीच मधु और कैटभ उद्धार का वर्णन किया। कहा कि मां जिस जीव का उद्धार करती हैं। उसका पुर्णजन्म नहीं होता है। साथ ही पूजित होता है। असुर भी पूजित होता है, भक्तों का तो कल्याण होना ही होना है। युवाओं व बच्चों के उन्नयन के लिए उन्हें यज्ञ और धर्म से जोड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि सृजन की प्रत्येक प्रतिक्रिया अंधकार में ही प्रारंभ होती है। हयग्रीव अवतार का वर्णन किया। श्रीमद् देवी भागवत् पवित्रतम पुराण के आख्यान सुनकर श्रोता भक्ति भाव के सागर में गोते लगाते रहें । वहीं योगेश प्रभाकर जी ने अपनी संगीतमय भजनों कोई लाख करे चतुराई..., मुझे अपनी शरण में ले लो मईया... शक्ति ना होती, कुछ भी न होता... आदि की प्रस्तुति से उपस्थित जनसमूह को भक्ति भाव से सराबोर कर दिया। इससे पहले यज्ञमान पदमाकर सिंह लाला व उनकी धर्मपत्नी सोनी सिंह ने श्रीमद् देवी भागवत,व्यास पीठ, व्यास जी व आचार्य पूजन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ करते हुए मंगल आरती किया। मंगल आरती को लेकर भक्त श्रद्धालुओं की भारी संख्या उमड़ी थीं।

विद्यापतिनगर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मंगलवार को जिलाधिकारी के निर्देश पर विद्यापतिनगर बीडीओ महताब अंसारी एवं थानाध्यक्ष फिरोज आलम ने संयुक्त रूप से प्रखंड के विभिन्न मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन किया। इस दौरान अधिकारियों ने मतदान केंद्रों के भवन, शौचालय, पेयजल, बिजली सहित कई बिंदुओं पर गहनता से जांच कर जरुरी आवश्यकताओं को चिन्हित किया। बीडीओ महताब अंसारी ने कहा कि जिस मतदान केंद्र पर उक्त बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है, वहां मतदान से पहले सारी व्यवस्था कर ली जाएगी। मौके पर थानाध्यक्ष फिरोज आलम समेत संबंधित बूथों के बीएलओ मौजूद थे।