जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में 'बचपन मनाओ-बढ़ते जाओ' कार्यक्रम सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में दबाएं नंबर 3.

जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में 'बचपन मनाओ-बढ़ते जाओ' कार्यक्रम सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में दबाएं नंबर 3.

हम बबीता देवी हालांकि प्रथम से मनबानी मोबाइल बनी में आपका स्वागत है , लेकिन सरकारी स्कूल पेड़ लगाने के तरीके को बदल रहा है । लगना और लगा है खेल के स्कूल में आता है , बैडमिंटन सभा आया है , फुटबॉल सेया है , सब कुछ आ गया है । बदलाव बहुत धीरे - धीरे हो रहा है और सरकारी स्कूल में पढ़ने आने वाले सभी छात्रों के हाथ में कॉपी नहीं थी , बैग नहीं थे , इसलिए सरकार ने दिया है । बेन दिया गया है और यह बहुत अच्छी बात है , यह खुशी की बात है , जो एक सरकारी छात्र को दी गई है , यह बहुत अच्छी बात है । मैं कुछ कहना चाहता हूं , मेरा नाम हरखी ब्लॉक के सोनू कुमार है , मैं कहना चाहता हूं कि यह बैग केवल सरकारी छात्रों और निजी तौर पर पढ़ने वालों को दिया गया है । इसके लिए नहीं , प्राइमेट में खरीदारी करने जाना पड़ता है , लेकिन सरकार ने इसे मुफ्त में दिया है , इसलिए हम सरकार को भी पढ़ते हैं , इसलिए महोदय , आज सभी ने इसे देखा है , यह बहुत अच्छा है और मूल टिकाऊ हो गया है ।

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यह भावनाओं के आहत होने का दौर है पता नहीं चलता कब किसकी कौन सी भावना आहत हो जाए। इन खिलाड़ियों के ऐसा करने के पीछे का कारण एक बाहुबली नेता के सहयोगी का एक खेल संघ के अध्यक्ष पद पर चुना जाना। इससे पहले वह नेता ही बीते दशक भर से इस संघ को चला रहा था, उस पर नाबालिगों के यौन शौषण के आरोप हैं, पुलिस इसकी जांच कर रही है लेकिन इस जांच के क्या नतीजे होंगे उसको क्या सजा मिलेगी यह सब सरकार की मर्जी पर निर्भर करता है । *------दोस्तों आपको क्या लगता है क्या हमारे देश के पहलवान जो यौन शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं वे अपनी जगह पर ठीक हैं या उनमें कुछ है जो उन्हें गलत साबित करता है, उन्हें किसी के हाथ का खिलौना बनाता है। हो सकता है कि आप इन दोनों में से किसी एक विचार से सहमत हों। वह विचार चाहे जो भी हो उसे कहिए, बोलिए, हमें बताइए, क्योंकि एक महान लोकतंत्र के लिए लोगों का बोलना ज़रूरी है

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--नशा मुक्त बिहार अभियान को मजबूत गति प्रदान करने एवं नशामुक्त मधुबनी के साथ-साथ नशामुक्त बिहार को लेकर जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार के संयुक्त नेतृत्व में दौड़ा मधुबनी। जिला प्रशासन के तत्वाधान में रांटी चौक से हाई स्कूल रामपट्टी तक आयोजित हॉफ मैराथन दौड़ में प्रतिभागियों के साथ डीएम-एसपी सहित वरीय अधिकारियों ने दौड़ लगाकर नशा मुक्त बिहार का संदेश दिया।-डीपीआरओ