रामाशीष सिंह,मधुबनी के खजौली प्रखंड से मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि जिला मुख्यालय से खजौली प्रखंड मुख्यालय तक जोड़ने वाली लाइफलाइन सड़के बरसो से दयनीय स्थिति में है। सड़क में बदहाली के कारण खजौली से मधुबनी तक 20 किलोमीटर की दुरी करने में एक घंटे का समय लगता है,जगह-जगह गड्ढे भी हो गए है जिसमे अगर हलकी बारिश भी होती है तो भारी वाहन का सुरक्षित आवागमन तो असम्भव है साथ ही साथ पैदल चलने वालो को भी मुश्किल का सामना करना पड़ता है।जनहित के दृष्टिकोण से सड़क का निर्माण या मरम्मती अतिआवश्यक हो गया है,जिला पदाधिकारी को अविलंभ इस ओर ध्यान देना चाहिए।
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रामाशीष सिंह,मधुबनी खजौली से मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है कि नारी अबला नहीं सबला है,नारी के लिए विभिन्न रूप है माता,बहन इत्यादि तथा इन रूपो में नारी का भारतीय संस्कृति में सहरानीय योगदान भी रहा है.शिक्षा और अभियान के कारण आज नारी रचयिता,महत्व और शक्ति को नहीं जानने के कारण अपने को कमजोर और असहाय समझती है लेकिन उन्हें अपने अतीत की ओर झाककर देखना चाहिए की नारी शक्ति कई रूपो में आगे आयी है.भारतीय संविधान में नारी को समान अधिकार है,आवश्यकता है उसे समझने,संगठित होने और अपने अधिकार और मान-सम्मान के लिए संघर्ष करने की।
प्रखंड फुलपरास, जिला मधुबनी से राम चतुर विश्वाश जी ने मोबाइल वाणी को बताया कि आज दिनांक 25-07-2016 को प्रखंड साक्षरता कार्यालय फुलपरास में प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक श्री विवेक रंजन की अध्यक्षता में सभी टोला सेवकों का एक समीक्षा बैठक किया गया। बैठक में टोला सेवकों के समक्ष कई तरह की बाते रखी गई जिसमे सहसमय अपनी दस्तावेज जमा करने पर विचार दिया गया ,महीने में होने वाली बैठक में अपनी उपस्थिति जरूर दर्ज करें, विद्यालय समय पर जाये,साक्षरता केंद्रों को बेहतर बनाने पर बल दिया और महीने में एक बार अपने नव साक्षरों के साथ बैठक जरूर करें इस पर चर्चा की गई।
चंदू मधुबनी खुटौना से मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार होना चाहिए क्योकि हर छात्र का अधिकार होता है कि अपने माता पिता और गाँव का नाम रौशन करे,परन्तु आज शिक्षा व्यवस्था गड़बड़ी होने के कारण गरीब घर के बच्चो का सपना टूट रहा है,जिनके माता पिता कोचिंग सेंटर,प्राईवेट स्कुल आदि में पढ़ाने में सक्षम नहीं होते वो बच्चो के सपनो को साकार करना चाहते है परंतु सरकारी स्कुल की शिक्षा व्यवस्था ऐसी है की सपना साकार नहीं हो पाता,शायद ही कोई विद्यालय होगा जंहा शिक्षा बेहतर व्यवस्था होगी,अधिकतर स्कुल में न ही समुचित साधन है और न ही शिक्षक,कई विद्यालय के भवन जर्जर हैं जंहा बरसात के दिनों में पठन पाठन नहीं हो पाता है,ऐसे में बच्चे के साथ-साथ माता-पिता का भी सपना टूट जाता है।
खजौली मधुबनी से रामाशीष सिंह मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि मधुबनी जिला मुख्यालय से खजौली प्रखंड मुख्यालय की दुरी करीब २० किलोमीटर है,मधुबनी से खजौली तक कई निजी वाहन चलते हैं,जिसका मनमाना भाड़ा ३० से ४० रुपया वसूला जाता है,जो साधारण जनता के लिए वहन करना मुस्किल है,बिहार सरकार परिवहन विभाग से अनुरोध है की मधुबनी से खजौली तक बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के बस का परिचालन शुरू करें। अगर आप भी हमसे इस तरह की जानकारी साझा करना चाहते है तो मिस्ड कॉल दे हमारे निशुल्क नंबर 08800984861 पर
रामाशीष सिंह,मधुबनी खजौली से मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की जनवितरण प्रणाली की दुकान सम्पूर्ण बिहार में जन लूट प्रणाली की दुकान बन गई है.ऐसी एक भी दुकान नहीं मिलेगी जहां उचित मात्रा में उपभोक्ताओं को खाद्यान एवं किरासन तेल मिल रहा है.
रामाशीष सिंह,मधुबनी खजौली से मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की मधुबनी जिले के खजौली प्रखंड में आये दिन-जब तब विधुत ट्रांस्फर्मा ख़राब रहने या जलने की बाते होती रहती है,इसका मूल कारण बिजली विभाग में प्रशिक्षित मिस्त्री का अभाव है.इस विभाग में प्रशिक्षित मिस्त्री नियुक्त करने की आवश्यकता है अन्यथा उपरोक्त गड़बड़ी को रोक पाना सम्भव नहीं है.बिहार सरकार को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए।
समरेंद्र कुमार,मधुबनी के मधवापुर से मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है कि सी डी पी ओ कार्यालय मधवापुर की सुपरवाइसर ने किया कई आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरिक्षण। पोषाहार की गुणवत्ता की जाँच कर सेविकाओं को दिए कई निर्देश।
