फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी शुक्रवार को महाशिवरात्रि के सुखद दुर्लभ संयोग में बाबा सोमेश्वरनाथ अरेराज के कामनापरक पंचमुखी शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। दर्शनपुजन को लेकर भीड़ के दबाव को देखते हुए वैदिक मंत्रोच्चचार के बीच गर्भगृह की प्रथम पूजा सम्पन्न करने के साथ ही सोमेश्वरपीठाधीश्वर व दण्डाधिकारियों की उपस्थिति में मन्दिर के पट को रात्रि दो बजे ही खोल दिया गया। पट खुलते ही सम्पूर्ण मंदिर परिसर हर-हर महादेव के जयघोष से गुंजायमान हो उठा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए महिला व पुरुष प्रवेश द्वार पर अरघा के माध्यम से श्रद्धालुओं को जलाभिषेक की सुविधा उपलब्ध कराई गई। आस्था की भीड़ को नियंत्रित करने में सम्पूर्ण इंतजाम व सुरक्षा व्यस्था चरमराने लगी। मन्दिर के परिक्रमा में महिला व पुरुष को अरघा तक पंहुचने में कोई अप्रिय घटना नही घट सके। इसको लेकर डीएसपी ने अपने हाथ मे सुरक्षा की कमान थामी थी। लाखों की उमड़ी भीड़ व वाहनों से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र का हर कोना तक खचाखच भरा दिखा।