नेपाल सीमा वर्ती रक्सौल शहर में डीजीसीआई (डायरेक्ट्रेट जेनरल ऑफ कमर्शियल इंटेलिजेंस एण्ड स्टेटिक्स) पटना की टीम की छापेमारी में बरामद फर्जी कागजातों से पता चला है कि इन्होंने बिना बिल के करोड़ों के सामानों को नेपाल भी निर्यात किया था और सरकार से धोखाधड़ी करके आईजीएसटी रिफंड का अनुचित तरीके से लाभ ले लिया। इस आधार पर फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ ले लिया है। इसमें भी लाखों रुपये टैक्स चोरी की बात सामने आई है। कुछ मामलों में नकली चालान से जुड़े कागजात भी मिले हैं।फिलहाल सभी जब्त दस्तावेजों की जांच चल रही है। इसके बाद ही टैक्स चोरी से जुड़ी जानकारी सामने आ पाएगी। इन व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के गोदामों की जांच में यह बात सामने आई कि इन्होंने जितना माल इसके अंदर जमा कर रखा था, उसके आधार पर रजिस्ट्रर में इंट्री सही नहीं थी और न ही बिल ही उसके हिसाब से मौजूद था। कई माल के बड़ी संख्या में फर्जी बिल भी मिले हैं। माल को कहां से मंगवाया गया था, इसकी ठीक-ठीक जानकारी मौजूद नहीं थी। कच्चे में काफी संख्या में लेनदेन का हिसाब-किताब लिखा था। सूरत, मेरठ, कोलकाता से बड़ी संख्या में बिना बिल के रेडिमेड कपड़ों को मंगवाकर सीधे तौर पर जीएसटी की चोरी की गई है। इससे संबंधित दस्तावेज की अलग से जांच की जाएगी। छापेमारी की सूचना पर शहर में हड़कंप मच गयाकईसंदिग्ध कारोबारी भूमिगत हो गए हैं।अनेकों दुकान के शटर गिरे रहे। इस तसदीक के बाद कि उन्हें कोई खतरा नहीं तब कईदुकानें खुली।