बसन्त पंचमी के अवसर पर विभिन्न नदियों से जलबोझी कर सोमेश्वरधाम में पधारे हजारों नरनारियो ने मंगलवार को वैदिक मंत्रोच्चचार के बीच पंचमुखी शिवलिंग का जलाभिषेक किया।भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से अरघा के माध्यम से जलाभिषेक किया।नेपाल बीरगंज,यूपी ,बिहार सहित विभिन्न जिले से आये कांवरियों ने दर्शन पूजन किया। महामण्डलेश्वर स्वामी रविषंकरगिरि महाराज ने बताया कि बसन्तपंचमीके दिन बाबा को आम्रमंजरी को चढ़ाने की परम्परा आदिकाल से चली आरही है।बसन्तपंचमी के दिन ही श्रद्धालु बाबा को अबीर गुलालचढाकर होली का ताल उठाते है और बाबा दरबार मे ही बसन्तोत्सव मनाते है। मन्दिर में तैनात डॉक्टर आलोक नेबताया कि कई जख्मी महिला पुरुष श्रद्धालुओ का इलाज चिकित्सा शिविर में किया गया है जबकि लगभग दोसौ कांवरियों को दवा भी उपलब्ध कराई गई है।