लोहिया स्वच्छता मिशन की घोड़ासहन शहर में हवा निकल गयी है। शहर के दोनों पंचायतों में स्वच्छता के नाम पर बड़े-बड़े दावों के बावजूद कचरा निस्तारण की कोई व्यवस्था शहर में नजर नहीं आती। हालांकि दोनों ही पंचायतों में स्वच्छता पर्यवेक्षक तथा सभी वार्डों में निश्चित मानदेय पर स्वच्छताकर्मियों का नियोजन कर कूड़ा ढोने के लिये रिक्शा की व्यवस्था भी हुई है। घरों से कूड़ा को बाहर लाने के लिए बाल्टीनुमा प्लास्टिक डस्टबीन भी पंचायत स्तर पर वितरित किये जा चुके हैं, जो अब पानी रखने के काम आ रहे हैं। कचरे अब भी हर गली मुहल्ले में ही फेंके जा रहे हैं। बीडीओ बिन्दु कुमार बताते हैं कि पंचायतों के कचरे को निस्तारण केन्द्र तक पहुंचाने के लिए अब तक बड़े वाहन की कोई व्यवस्था नहीं थी लेकिन अब ट्रैक्टर की खरीद की जा रही है। इसके बाद कचरे का नियमित उठाव सुनिश्चित हो जायेगा।