मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना की कमान अब पीएचईडी संभालेगी। नल जल योजना के संचालन से लेकर इसकी देखरेख का जिम्मा पीएचईडी के जिम्मे होगा। ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति सुचारू रखने के लिए तकनीकी रूप से दक्ष इस विभाग को सरकार ने जिम्मेवारी सौंपी है।अब पेयजल आपूर्ति की नियमित होगी मॉनिटरिंग पेयजल योजना में वार्ड क्रियान्वयन समिति की मनमानी नहीं चलनेवाली है। किस वार्ड में पेयजल चालू है या बंद है इसको लेकर नियमित मॉनिटरिंग होगी। इसको लेकर विभाग ने आईओटी डिवाइस सहित पंचायत स्तरीय पोर्टल विकसित किया गया है। इससे नियमित अनुश्रवण की जायेगी। नियमित अनुश्रवण से ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था सुदृढ़ रहेगी।जिले के 5468 वार्ड में संचालित है नल जल जिले में 396 पंचायत है। इन पंचायतों के 5468 वार्ड में नल जल योजना संचालित है। नल जल योजना का संचालन संबंधित वार्ड के वार्ड क्रियान्वयन व प्रबंधन समिति के माध्यम से किया जाता है।जिला पंचायत राज विभाग करेगा हैंड ओवर पंचायतों में संचालित नल जल योजना को जिला पंचायत राज विभाग के द्वारा पीएचईडी को हैंड ओवर किया जायेगा। बंद व आंशिक रूप से चालू योजना भी सुपुर्द होगी। वहीं अपूर्ण योजना को पूर्ण कर हैंड ओवर किया जायेगा। इसको लेकर सरकार से पत्र प्राप्त हुआ है। नल जल योजना के तहत प्रति परिवार मासिक 30 रुपए भुगतान का प्रावधान किया गया है। इस राशि का उपयोग योजना के मेंटेनेंस व अनुरक्षक के मानदेय पर करना है।