अब अनुमंडलीय अस्पतालों में पोस्टमार्टम हाउस खुलेगा। साथ ही अनुमंडलीय अस्पतालों में सिजेरियन ऑपरेशन की व्यवस्था होगी। इसको लेकर सीएस ने सरकार के निर्देश पर सभी अनुमंडलीय अस्प्ताल प्रभारियो को निर्देश जारी कर दिया है।जल्द ही इसकी व्यवस्था कर चालू करने को कहा गया है। जिले में पांच अनुमंडलीय अस्पताल रक्सौल, चकिया, अरेराज, पकड़ीदयाल व ढाका है। विगत कई वर्ष से यह अनुमंडल फंक्शन में है। यहा अनुमंडलीय अस्पताल कार्यकर्ता हैं। मगर यहां न तो सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा है और न पोस्टमार्टम की व्यवस्था है। जिसके कारण मोतिहारी अनुमंडलीय अस्प्ताल जिसे जिला अस्पताल का दर्जा है यही सभी अनुमण्डल का पोस्टमार्टम से लेकर सिजेरियन ऑपरेशन होता है।जिसको लेकर सदर अस्पताल में भीड़ लगी रहती है। अनुमंडल से जिला मुख्यालय की दूरी अधिक होने से पोस्टमार्टम में परेशानी होती है। मोतिहारी से अरेराज की दूरी करीव 30 किमी, ढाका की दूरी करीब 26 किमी, चकिया 35 किमी व पकड़ी दयाल अनुमंडल मुख्यालय करीब 20 किमी की दूरी पर है। बताते हैं कि अनुमंडल स्तर पर पोस्टमार्टम होने से पुलिस से लेकर पब्लिक को काफी सुविधा होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिये इतनी लंबी दूरी तय नहीं करना होगी ।पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पेंडिंग नहीं रहेगी। पुलिस को चार्जशीट करने में सुविधा होगी। बताते हैं कि मात्र सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम होने के कारण यहां पोस्टमार्टम रिपोर्ट लिखने में और पुलिस को ले जाने में काफी लेट होता है। कई दिन पुलिस को रिपोर्ट के लिये चक्कर लगाना पड़ता है। अभी भी एक दर्जन से ज्यादा पोस्टमार्टम रिपोर्ट पेंडिंग है। ऐसा ही आलम सिजेरियन में है। अनुमंडलीय अस्प्ताल में सिजेरियन की सुविधा नहीं होने के कारण अधिकांश सिजेरियन निजी नर्सिंग होम में होता है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अनुमंडलीय अस्प्ताल में आते आते शिथिल पड़ जाता है। बताते हैं कि इन सब को ध्यान में रखकर जल्द से जल्द यह सुविधा अनुमंडलीय अस्प्ताल में करने का सरकार ने निर्देश दिया है।डीएम ने भी इस पर अमल करने का निर्देश सीएस को दिया है।
