बिहार राज्य के जिला जमुई से नागमणि कुमार की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से इंद्रदेव मालाकार से हुई। इंद्रदेव मालाकार यह बताना चाहते है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा और भेद - भाव को ख़तम करने के लिए , ऐसे कई प्रयास हैं जो जागरूकता बढ़ाने और भेदभाव को खत्म करने के लिए सामाजिक नीति प्रथाओं में बदलाव लाने के लिए किए जा सकते हैं, जैसे कि महिलाओं को जागरूक करके दहेज की रोकथाम। शिक्षा को जोड़कर और भेदभाव की नीति को हटाकर महिलाओं को समाज से उचित सम्मान मिलना चाहिए। लैंगिक समानता और महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने में पुरुषों की भूमिका जरूरी हो जाती है। महिलाओं के लिए समाजिक न्याय और समानता को बढ़ावा देने में मीडिया और नागरिक समाज की भूमिका सबसे आगे हो सकती है। इसलिए अत्याचारों के शिकार होते हैं, अत्याचार होते हैं, उत्पीड़न होते हैं, ऐसे समय में समाज द्वारा, नागरिकों द्वारा और स्वयं मीडिया द्वारा, लोगों के बीच में खबर बन पाता है तथा उसको देख और समझकर न्याय की उम्मीद की जा सकती है।