सरकारी अस्पताल बना आवारा पशुओं के शरण स्थल जलालाबाद के स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र नगरिया अस्पताल में लावारिस पशुओं का अस्पताल परिसर के शरण स्थली बना हुआ है अस्पताल में हमेशा पशुओं को आवारा घूमते आम देखा जा सकता है सरकारी अस्पताल की हैरान कर देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. जहां अस्पताल को आवारा जानवरों ने अपना ठिकाना बना लिया है लेकिन ये अस्पताल आज खुद बीमार पड़ा हुआ है, क्योंकि अब अस्पताल पर आवारा पशुओं ने कब्जा जमा लिया है. जिससे जहां मरीजों को सदैव परेशानी होती है वहीं अस्पताल में पेड़ पौधों को भी नुकसान होता है। जबकि अस्पताल परिसर से इन आवारा पशुओं को भगाने की अस्पताल कर्मचारियों के द्वारा कोई भी प्रयास नहीं किया जाता है जिस कारण आए दिन आवारा पशुओं द्वारा किसी न किसी को हमला कर घायल कर देते हैं

जन समस्या

समस्या

धार्मिक

सरकार की उपलब्धियां

जलालाबाद नगर पालिका द्वारा रैन बसेरा महिलाओं-पुरुषों के लिए तैयार सभी व्यवस्थाएं।। जलालाबाद नगर पालिका द्वारा रेन बसेरा महिलाओं और पुरुषों के लिए सभी व्यवस्थाओं के साथ तैयार हैं रैन बसेरा सर्दियों के मौसम में नगर पालिका द्वारा जलालाबाद किसी प्रकार का कोई भी व्यक्ति महिला हो या पुरुष कम्बल और रजाई खाट की व्यवस्था टंकी वाली गली में रैन बसेरा में व्यवस्था की गई है।। नगर पालिका जलालाबाद अध्यक्ष शकील खान द्वारा बताया गया कि हमारे रेन बसेरा में महिला पुरुषों के लिए सभी के लिए व्यवस्था की गई है कम्बल रजाई खाट और पानी मच्छर के लिए अलाउड टू की व्यवस्था है किसी प्रकार की कोई दिक्कत अगर होती भी है तो तुरंत हमारे कर्मचारियों को सूचित कर अपनी कमियों को साझ कर सकते हैं।। बही नगर पालिका अध्यक्ष शकील खान द्वारा रैन बसेरा का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान साफ सफाई की व्यवस्था कराई।। और अच्छा रैन बसेरा बनाने के लिए अपने कर्मचारियों को निर्देश दिए किसी प्रकार की कोई कमी अगर रैन बसेरा में देखी गई तो उसे कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी नगर पालिका जलालाबाद द्वारा रैन बसेरा की व्यवस्था की गई है कोई भी शहर का हो या बाहरी हो वह जाकर रैन बसेरा में ठहर सकता है

जन समस्या

अपराध

ब्लॉक जलालाबाद के ग्राम पंचायत मुडिया कंला के पंचायत घर में किसी प्रकार की कोई पंचायत घर में कार्य नहीं किया जा रहा सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड को लेकर बड़ी तेजी से कार्य करवाने के लिए कह रही है।। मगर वही पंचायत सहायक किसी प्रकार का कोई आयुष्मान कार्ड को लेकर ध्यान नहीं दे रहे पंचायत घरों में ताला लगाकर पंचायत सहायक अपनी मस्ती में घूम रहे हैं जब वही गांव वालों से बात करनी चाहे तो गांव वालों का कहना है कि इसमें आए दिन ताला ही लगा रहता है कोई किसी प्रकार का काम नहीं किया जाता है पंचायत सहायक गंगा एक्सप्रेस में काम करते हैं ।। गांव वालों का कोई काम नहीं किया जा रहा है कई लोगों के तो आयुष्मान कार्ड बनने को है मगर पंचायत सहायक पंचायत भवन में नहीं बैठते हैं जब पंचायत सहायक गंगा एक्सप्रेस में काम करके शाम को घर आते हैं तब लोग उनके घर जाते हैं कि भैया मेरा आयुष्मान कार्ड बना है तो कहते हैं सुबह को बनाएंगे नहीं पंचायत सहायक के बहाने बाजी कर रहे हैं ।। पंचायत सहायक डबल ड्यूटी कर शाम को घर आते हैं पंचायत भवन में ताले लगाकर गंगा एक्सप्रेस में ड्यूटी करते हैं पंचायत सहायक पंचायत भवन खली नाम के लिए ग्राम पंचायत में बनकर खड़े कर दिए गए हैं उसका होता है दुरुपयोग प्रधान की भी बड़ी लापरवाही देखने को मिलती है अपने फीवर का पंचायत सहायक नियुक्ति करवाते हैं उसके बाद प्रधान और पंचायत सहायक दोनों मस्ती करते हैं ना तो प्रधान का पता है और ना ही पंचायत सहायक का इसी तरीके से सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं प्रधान और पंचायत सहायक

वहीं गांव वालों का कहना है की दिन में तो कभी गला बटते ही नहीं है सब लोगों को शाम को बुलाते हैं रात में वही गले में मिट्टी कंकर मिलकर गला वितरित करते हैं ।। अभी तक कुछ ऐसे लोग हैं जो लोगों के अंगूठे भी नहीं लगाए हैं बह रोज कोटेदार के चक्कर काट रहे हैं कोटेदार टाल मटोल कर रहा है वही गांव वालों का भी कहना है कि टाल मटोल इसलिए कर जाता है कि दिन में अगर गला देंगे तो सब देखेंगे कि कितना दिया जा रहा है कितना नहीं।।