कुंडा कोतवाली में पेड़ों के प्रति काफी जागरूकता आई है कोतवाली के सिपाही दरोगा और अन्य अधिकारी भी इसमें दिलचस्पी दिखा रहे हैं कोतवाली के बाहर बाउंड्री वॉल से सटकर काफी अच्छी बागवानी की गई है जिसमें अच्छे फूल भी आ रहे हैं और इससे कोतवाली के सुंदरता बड़ी हुई है
छोटे बच्चों के लिए या होगा लाभदायक
सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है।ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? अगर आपके पास भी कोई मज़ेदार कहानी है, तो रिकॉर्ड करें, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.
कई वर्षों से बनी है समस्या
सरकार को भारत रत्न देने के अलावा किसानों को उनके अधिकार भी देने चाहिए , आखिर उनकी मांग भी तो बहुत छोटी सी है कि उन्हें उनकी फसलों का बेहतर मूल्य मिले। हालांकि किसानों की इस मांग का आधार भी एम एस स्वामीनाथन समिति की सिफारिशें हैं जो उन्होंने आज से करीब चार दशक पहले दी थीं। इन चार दशकों में न जाने स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों को लागू करने का वादा करके न जाने कितनी सरकारें आईं और गईं, इनमें वर्तमान सरकार भी है जिसने 2014 के चुनाव में इन सिफारिशों को लागू करने का वादा प्रमुखता से किया था। -------दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं, क्या आपको भी लगता है कि किसानों की मांगो को पूरा करने की बजाए भारत रत्न देकर किसानों को उनके अधिकार दिलाए जा सकते हैं? --------या फिर यह भी किसानों को उनके अधिकारों को वंचित कर उनके वोट हासिल करने का प्रयास है.
सात दिवसीय कथा के पांचवें दिन हुआ कृष्ण का जन्म
हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे।
जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में 'बचपन मनाओ-बढ़ते जाओ' कार्यक्रम सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में दबाएं नंबर 3.
गाजीपुर में 11 तारीख को खेली गई थी कबड्डी प्रतियोगिता सैंतालीसवीं जूनियर गर्ल्स कबड्डी चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद लौटने पर प्रतापगढ़ के मां बेला देवी स्टेशन पर मोबाइल वादी आपक कबड्डी खिलाड़ियों का स्वागत किया जाता है । सचिव धीरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में कबड्डी हेरिटेज फाउंडेशन ने रेलवे स्टेशन पर खिलाड़ियों का स्वागत किया , जिन्होंने प्रशिक्षुओं और खिलाड़ियों का माला पहनकर स्वागत किया । डॉ . राम लोहिया ने इस अवसर पर डिग्री कॉलेज ग़ाज़ीपुर में अपनी परीक्षा प्रतियोगिता का आयोजन किया था । प्रताप सिंह लालजी तिवारी आसिफ खान उपस्थित थे और उन्होंने बताया कि कबड्डी में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद खिलाड़ी कल देर रात लगभग 10 बजे लौटे और मां बेल्हा देवी प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशन पर उनका जोरदार स्वागत किया गया । फूलों से माला पहनाई गई प्रतापगढ़ जिले के सम्मानित लोग भी मौजूद थे और मालाओं से स्वागत किए जाने के बाद कहा जाता था कि लड़कियों को उनके घरों में भेज दिया गया था । छात्रों के साथ उपाध्यक्ष सहित कुछ जिम्मेदार लोग भी थे ।