उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के पदाधिकारी ने डीएम को सौंपे ज्ञापन में बताया कि अधिकतर संविदा कर्मचारी बिना बिजली उपकरण के लाइन में काम कर रहे हैं .
भाकियू टिकैत गुट ने किया प्रदर्शन सोमवार को न्याय पाने को राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन देते भाकियू के पदाधिकारी। युपी फतेहपुर,। दिल्ली में किए जाने वाले आंदोलन के चलते संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं की गिरफ्तारी पर नाराज भाकियू टिकैत गुट ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन भेजा। जिसमें मामले द्वारा दिए जाने वाले आश्वासन के बावजूद किसान नेताओं की गिरफ्तारी किए जाने के चलते न्याय की मांग की गई है। प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि किसान नेता युद्धवीर सिंह को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यह दावा करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया कि वह दिल्ली में होने वाले किसान संघर्ष से संबंधित मामले के आरोपी हैं। जबकि कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के के साथ एक समझौता किया गया था। जिसके आधार पर किसान संघर्ष को स्थगित कर दिया गया था। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि विभिन्न स्थानों पर किसान संघर्ष से संबंधित सभी मामलों को तुरंत वापस लेने के लिए आश्वस्त किया गया था। इसके बावजूद किसान नेताओं की गिरफ्तारी की जा रही है।मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को किसी भी कार्रवाई से दूर रहने और एसकेएम के साथ लिखित आश्वासनों का उल्लंघन न करने के निर्देश दिए जाएं। इस मौके पर नवल पटेल, सुरेंद्र, मुन्ना आदि मौजूद रहे।
युपी फतेहपुर असोथर, । क्षेत्र की सड़कों पर ओवरलोड वाहनों का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है। बेरोकटोक चलने वाले वाहनों से सड़कों की दिनोंदिन हालत बदतर होती जा रही है। ओवरलोड वाहनों के कारण हर समय हादसे की आशंका बनी हुई है। आए दिन ओवरलोड वाहनों के खराब हो जाने के कारण आवागमन बाधित होने से जाम लगता रहता है। वहीं खदान संचालकों द्वारा मार्ग पर मौरंग डलवाए जाने के कारण इस मार्ग से आवागमन करने के दौरान लोग इसमें गिरकर चुटहिल हो रहे हैं। इसके बावजूद जिम्मेंदारों द्वारा इस ओर ध्यान न दिए जाने के चलते समस्याएं कम नहीं हो पा रही। क्षेत्र के रामनगर कौहन मौरंग घाट के शुरू होने से पूर्व संचालकों द्वारा मार्ग पर मौरंग डलवाई गई है। वहीं नगर आने वाले गाजीपुर-विजयीपुर, असोथर-जरौली, असोथर-थरियांव मार्ग से मौरंग घाट आने वाले वाहनों की लाइन लगी रहती है। प्रतिदिन करीब डेढ़ सैकड़ा वाहनों का आवागमन होने के साथ ही ओवरलोड मौरंग लादकर चलने वाले वाहन आए दिन खराब होते रहते हैं। जिससे जाम लगा रहता है, सोमवार को भी मार्ग पर आवागमन करने वाले लोगों को परेशानियों का समाना करना पड़ा। धान की ट्रालियां भी बनती जाम का सबबमौरंग लदे ट्रकों के साथ ही चल रही धान खरीद में धान लदी ट्रालियों से पहले ही आवागमन में परेशानियां हो रही थी। लेकिन खदान के मौरंग लदे वाहन अधिक दर्द दे रहे हैं। जिससे नगर के प्रमुख चौराहों में जाम लगने के कारण राहगीर गलियों का सहारा ले रहे हैं। जिससे गलियों में भी जाम लग रहा है, इतना ही नहीं वाहनों के आवागमन के दौरान पड़ी मौरंग के उड़ने से जहां लोगों को आंखों का रोगी बना रही है वहीं क्षेत्र के व्यापारिक प्रतिष्ठानों सहित लोगों के घरों तक पहुंच रही है। मौरंग पड़ी होने के कारण सोमवार को कस्बे के वेदप्रकाश, बौंडर के मोहित कुमार, बुधरामऊ के रामनरेश फिसलकर घायल भी हो चुके हैं। घाट शुरू हो जाने से मार्ग पर बढ़े वाहनों के लोड के साथ ही धान कटाई व मार्ग खराब होने के कारण जाम लग रहा है। जिस पर लगातार निगरानी रखी जा रही है, खदान संचालकों द्वारा फैलाई जाने वाली मौरंग को मार्ग से हटवाया जाएगा। -डीडी वर्मा, कार्यवाहक थानाध्यक्ष
पाइप लाइन फटने से गांवों की पेयजल आपूर्ति हुई ठप युपी फतेहपुर बिंदकी, । मलवां ब्लाक ग्राम पंचायत जाफराबाद से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। कभी नलकूप की मोटर जल जाने तो कभी पाइप लाइन फट जाने से दो गांव की हजारों की आबादी के सामने गला तर करने की समस्याएं खड़ी हो रही है। गत दिनों मोटर खराब हो जाने के कारण दो गांव की आपूर्ति प्रभावित हो गई थी। जिसके बाद अब पाइप लाइन फट जाने के कारण समस्याएं खड़ी हो रही है। पानी की टंकी से खिदिरपुर, फरीदपुर, माधवपुर, मोहद्दीपुर, कुंदनपुर व फिरोजपुर की हजारों ग्रामीणों गला तर होता है। लेकिन एक सप्ताह पूर्व मोटर फूंक जाने से आपूर्ति ठप होने के बाद ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए दो दिनों में मोटर ठीक तो करा दी गई। जिसके बाद जाफराबाद के पास पाइप लाइन फट जाने के कारण फिरोजपुर व कुंदनपुर के गांव की पेय जलापूर्ति ठप हो गई। ग्रामीणों को हैंडपम्पों, ट्यूबवेल के पानी से प्यास बुझा रहे है। ग्रामीण संजय, फूलचंद, रामबाबू ने बताया कि एक सप्ताह से पानी नहीं आ रहा है। करीब एक किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा है। वहीं नलकूप ऑपरेटर बृजेश कुमार ने बताया कि पाइपलाइन को सुधारने का काम किया गया है जल्द ही जलापूर्ति बहाल की जाएगी। प्रधान चंदा देवी ने आरोप लगाते हुए बताया कि किसी के द्वारा पाइप लाइन पर वारकर तोड़ा गया है।
सर्दी में ठिठुर रहे गरीब, बीडीओ से जवाब तलब आवंटन में भी हुआ बड़ा खेल सीएम आवास योजना के लाभार्थी के चयन में 40 फीसदी दिव्यांगों को वरीयता दी गई है। बाकी पीएम आवास की तरह ही 14 बिंदु के मानक को बरकरार रखा गया है। लेकिन रजिस्ट्रेशन कराने के दौरान ही कीमत तय कर मात्र दिव्यांगता प्रमाण पत्र को आधार बनाया गया। रकम देने से इंकार किश्त में बाधा का सबब बनती है। फतेहपुर, संवाददाता। पक्के आशियाने की चाहत में कच्चा घर गिरा चुके गरीब खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। वजह, सर्दी की रात में खुले आसमान तले परिवार संग जिंदगी काटने को विवश हैं। दरअसल सीएम आवास निर्माण में जिम्मेदारों की हीलाहवाली ने रफ्तार पर ब्रेक लगा रखी है। लिहाजा पीडी ने लापरवाह तीन बीडीओ को नोटिस थमा जवाब तलब किया है। सीएम आवास योजना की रफ्तार को जिम्मेदार पलीता लगा रहे हैं। सत्यापन व जियो टैगिंग में हो रही देरी से जहां गरीब परेशान हैं, वहीं जिले की प्रगति रिपोर्ट खासी प्रभावित हो रही है। ब्लाकवर आवासों की समीक्षा में परियोजना निदेशक शेषमणि सिंह ने तीन ब्लाकों की बेहतरीन प्रगति पर धाता, भिटौरा व अमौली बीडीओ की सराहना की। वहीं लापरवाही से खफा पीडी ने विजयीपुर, असोथर व बहुआ बीडीओ को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। साथ ही प्रगति में सुधार न होने पर कड़ी कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी है। प्रधानों के हस्तक्षेप से हो रही देरीसंवेदनहीनता की पराकष्ठा है कि लोग दिव्यांगों तक को नहीं छोड़ रहे। पीएम आवास की ही तर्ज पर सीएम आवासों में प्रधान व गुर्गों द्वारा उगाही का खेल शुरु है। बात न मानने पर जियो टैगिंग में देरी कर किश्त लेट करवाई जा रही हैं। नतीजतन निर्माण कार्य ठप हैं। हालांकि जहां प्रधानी हाईजैक है वहां उगाही चरम पर है। सीएम आवास पूर्ण कराने में 81.25 फीसदी की प्रगति रिपोर्ट से धाता ब्लाक सबसे आगे है। वहीं मात्र 16.06 फीसदी पर विजयीपुर ब्लाक में सबसे पीछे है। भिटौरा 60.71 दूसरे, अमौली 54 तीसरे स्थान पर है। पीडी शेषमणि सिंह ने बताया कि सीएम आवास योजना में 40 प्रतिशत तक के दिव्यांगों को वरीयता दी गई है,पात्रता के मानक पीएम आवास जैसे ही हैं। आवंटन में धांधली या उगाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
*महिला एसएचओ द्वारा पत्रकार को जान से मारने की दी गयी धमकी, विभिन्न पत्रकार संगठनों ने की कड़ी निंदा* श्रमजीवी पत्रकार यूनियन, मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन एवं पत्रकार समाज कल्याण समिति ने जताया रोष 24 घंटे के भीतर थानाध्यक्ष के खिलाफ न हुई कार्रवाई तो 14 दिसंबर को मुख्यमंत्री की चौखट पर गूँजेगा पत्रकार सुरक्षा का मुद्दा फतेहपुर।* श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के फतेहपुर जिला अध्यक्ष रवि कश्यप द्वारा खनन माफिया के साथ एक महिला प्रभारी निरीक्षक की सौहार्द पूर्ण वातावरण में हो रही वार्ता का बिना नाम व तैनाती स्थल का उल्लेख लिए समाचार प्रकाशित करने पर जनपद के थाना ओंग की प्रभारी निरीक्षक द्वारा फोन पर अपने पति से रवि कश्यप को फड़वा डालने की धमकी देने की घटना को यूनियन ने गम्भीरता से संज्ञान लिया है। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष डा० राजेश त्रिवेदी व महामंत्री रमेशशंकर पाण्डेय ने कहा कि बिना नाम व क्षेत्र के नाम से प्रकाशित समाचार को स्वयं से किस आधार पर जोड़कर हमारे पत्रकार साथी को जान से मरवाने की धमकी दे रहीं है, यह तो चोर की दाढ़ी में तिनके वाली कहावत चरितार्थ कर रही हैं। उन्होंने धमकी देने वाली एस एच ओ की निन्दा करते हुए प्रशासन से तत्काल कड़ी कार्यवाही की माँग की है। बैठक में उपस्थित सभी यूनियन पदाधिकारियों ने एस एच ओ के कृत्य की भतर्सना करते हुए संघर्ष का आवाहन किया। झ्स अवसर पर डा० राजेश त्रिवेदी रमेशशंकर पाण्डेय, राकेश कश्यप, भूपेन्द्रमणि त्रिपाठी, शशीकान्त पाण्डेय, देवेश नायक, सरदार रविन्द्रसिंह, चन्द्रदेव अवस्थी, लक्ष्मीकान्त पाठक के अतिरिक्त *मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोशियेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश त्रिवेदी भी उपस्थित रहे। उन्हाने भी इस घटना की घोर निन्दा कर संघर्ष पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।* *उधर पत्रकार समाज कल्याण समिति के फतेहपुर जिलाध्यक्ष विकास त्रिवेदी राहुल ने औग थानाध्यक्ष द्वारा पत्रकार रवि कश्यप को धमकी दिए जाने का संज्ञान लेते हुए पुलिस प्रशासन से 24 घंटे के भीतर थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर 24 घंटे के भीतर जिला स्तर पर कार्रवाई नहीं होती तो यह पूरा प्रकरण मुख्यमंत्री के चौखट तक पहुंचेगा और 14 दिसंबर को लखनऊ में आयोजित हो रहे ब्राह्मण महाकुंभ के दौरान पत्रकार सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद समेत अन्य अतिथियों के समक्ष यह मुद्दा उठाया जाएगा।*
युपी फतेहपुर,। मनरेगा के खेवनहार रहे श्रमिकों का योजना से मोह भंग हो रहा है। रोटी रोजी के जुगाड़ को लोग शहरों का रुख कर रहे हैं। नतीजतन करीब 80 फीसदी ग्राम पंचायतों में मनरेगा पर ब्रेक लगी है। वहीं मजदूरी की खातिर में लोग प्राइवेट कार्यों को तरजीह दे रहे हैं। दोआबा की 816 ग्राम पंचायतों में करीब ढाई लाख जाबकार्ड धारक हैं। मनरेगा में मेहनत करने के बावजूद श्रमिकों को मजदूरी पाने में महीनों जिम्मेदारों की परिक्रमा करना मुकद्दर हो गया है। पसीने की कमाई पाने की आस में श्रमिक गांव से लेकर ब्लाक तक चक्कर काट थक चुके हैं। उसके बावजूद आधी अधूरी रकम हाथ आ रही है। जमकर पसीना बहाने के बावजूद गरीबों को उनकी जरूरत पर मजदूरी न मिल पाने की वजह से मनरेगा से लगातार दूरी बना रहे हैं। कार्य योजना में शामिल कार्यों पर क्रियांवयन न होने से जिम्मेदार खासे परेशान हैं। करीब बीस फीसदी गांवों में ही मनरेगा कार्य चल रहे हैं। आन लाइन हाजिरी भी बड़ी वजह कमाई का जरिया रही मनरेगा अब प्रधान-सचिव की फजीहत का सबब बन रही है। दिन में दो बार साइट से आनलाइन मजदूरी भरे जाने के सरकारी फरमान ने शातिरों के अरमान पर पानी फेर दिया है। वहीं मौके से मोबाइल द्वारा फोटो सहित हाजिरी लगाने जरा से चूक मजदूर को मजदूरी से वंचित कर रही है। हालांकि कई ब्लाकों में मजदूरों के कपड़े बदलवा कर या साइड चेंज कर हाजिरी भरे जाने का चलन शुरु है। जरूरत पर मजदूरी न मिलने से दिक्कत दोआबा में निजी कामों में मजदूरी तीन सौ लेकर चार सौ रुपये तक है। जबकि मनरेगा में काम करने वालों का प्रतिदिन 230 रुपये ही मिलते हैं। उसपर भी करीब तीन से चार माह तक खातों में रकम नहीं पहुंच पाती। रोजगार सेवक द्वारा कम या हाजिरी नहीं लगाने पर विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है। समय पर मजदूरी न मिलने से श्रमिकों ने दूरी बना ली है। आवासों की मजदूरी से मनरेगा गतिमान विभाग की तमाम कवायदों के बावजूद मनरेगा की रफ्तार ठिठक गई है। जिला मुख्यालय से लेकर ब्लाक के जिम्मेदार मातहतों से कार्य में तेजी लाने का फरमान सुना रहे हैं। पीएम आवास में 90 दिनों की मजदूरी 20 हजार 700 रुपये मिलने से जहां लाभार्थी का फायदा होता है, वहीं मनरेगा योजना को फिलहाल जिंदा रखा है। आंकड़ों पर एक नजर 02 लाख 45 हजार 236 जाबकार्ड धारक दोआबा में हैं 19 हजार 347 जाबकार्ड वर्तमान समय में एक्टिव हैं तालाबों में पानी भरा होने एवं खेतों की बोआई हो जाने से प्रगति धीमी हुई है। गौशाला एवं सरकारी भवनों के निर्माण में जरूरत मंदों को काम दिया जा रहा है। दो माह बाद कार्य में तेजी आ जाएगी। -अशोक कुमार गुप्ता, डीसी मनरेगा
फतेहपुर, । जिम्मेंदारो की लापरवाही के चलते ट्रेनों में ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ सहित यात्रियों द्वारा बरती जाने वाली लापरवाही से ट्रेन आग का गोला बनती है। ट्रेनों में होने वाले शार्ट सर्किट संग ज्वलनशीप पदार्थों के साथ यात्रा किया जाना इसका मुख्य कारण माना जा रहा है। इसके बावजूद जिम्मेंदारो द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिससे होने वाली घटनाएं बढ़ती जा रही है। पावर कार में होता बिजली सप्लाई का सिस्टम ट्रेनों में लगे पावर कार में बिजली सप्लाई का सिस्टम होने के चलते इस कोच में होने वाले शार्ट सर्किट को भी ट्रेन में आग लगने का कारण माना जा रहा है। इसके साथ ही यात्रियों द्वारा ट्रेनों के कोच में लगे इलेक्ट्रानिक बॉक्स सिस्टम के साथ छेड़छाड़ किए जाने से भी शार्ट सर्किट के मामले होते रहते है। जिससे आग लगने के कारण ट्रेन की रफ्तार के चलते आग तेजी से भड़कने लगती है। नहीं भड़कती पहिए में लगने वाली आग दरअसल ट्रेन के नीचे वाले हिस्से में लोहे का प्रयोग होने के कारण यह ऊपर की ओर नहीं आ पाती। पहिए की वेयरिंग में आने वाली खराबी के साथ ही एक सेंमी की दूरी पर लगे ब्रेक बाइंडिंग में खराबी आने से वह पहिए से चिपक जाता है। जिससे धुआं उठने लगता है। जिसकी जांच न किए जाने के कारण पहिए के आसपास हॉट एक्सेल हो जाता है।
धूल बनी आफत बीमारी का खतरा युपी फतेहपुर। इस 12 किमी के जर्जर मार्ग पर आवागमन के दौरान उड़ने वाली धूल के कारण करीब 15 हजार ग्रामीणों पर सांस की बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। मार्ग पर पड़ने वाले करीब एक सैकड़ा गांव में सड़क किनारे निवास करने वाले ग्रामीणों की माने तो वाहनों के तेज रफ्तार गुजरने के कारण उठने वाला धूल का गुबार घरों से लेकर नाक के जरिए शरीर के अंदर तक पहुंच रहा है। जिससे सांस की बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। एक्सईएन पीडब्ल्यूडी एके शील ने बताया कि पूर्व में मार्ग का काम पास होने के बाद टल चुका है। जल्द ही मार्ग के पुन मंजूरी की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
3 लाख की आबादी वाले शहर को अब तक ट्रैफिक प्लान नहीं मिल सका जबकि दिन प्रतिदिन वाहनों की संख्या बढ़ रही है और जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है लेकिन अब जहां ट्रैफिक विभाग के द्वारा कहा गया की अब यातायात प्लान का निर्धारण किया जाएगा