उचित तरीके से हाथ धोना संक्रमण और कीटाणुओं को फैलने से रोकने का सबसे आसान और कम खर्चीला तरीका है।और उसके लिए हमें साबुन से हाथ धोने का 6 तरीको को अपनाना चाहिए। लेकिन क्या है वो तरीका , ये जानने के लिए इस ऑडियो को सुने।

हाथ धोना कई कारणों से महत्वपूर्ण है: कीटाणुओं से बचाव: हाथ धोने से हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस नष्ट हो जाते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है। बीमारियों से सुरक्षा: नियमित रूप से हाथ धोने से सर्दी, फ्लू, और पेट से संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है। स्वच्छता: खाना खाने से पहले और शौचालय के बाद हाथ धोने से व्यक्तिगत स्वच्छता बनी रहती है। संक्रमण का प्रसार रोकना: हाथ धोने से कीटाणुओं का प्रसार रुकता है, जिससे दूसरों को भी संक्रमण से बचाया जा सकता है। स्वस्थ जीवनशैली: हाथ धोना एक आसान और प्रभावी तरीका है, जिससे हम और हमारा परिवार स्वस्थ रह सकते हैं। और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।

स्वच्छता और पानी बचाने में समुदाय का सहयोग कितना ज़रूरी होता है ? और हम सभी को नल जल योजना को सही ढंग से चलाने के लिए पानी का सुविधा शुल्क देना क्यों ज़रूरी है ? ये सब जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें और सुने

पानी बचाने के लिए हमें अपने आप में क्या बदलाव करने की ज़रूरत है और साफ़ सफाई कैसे हमलोगों पानी के मुद्दे से जुड़ा हुआ है ? ये सारी बातें जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

पानी का सुविधा शुल्क देना क्यों ज़रूरी होता है ? आम लोगो को इससे क्या क्या फायदे हो सकते है ? ये सभी बातें जानने के लिए इस ऑडियो को पूरा सुने।

आर्सेनिक युक्त पानी क्या होता है ? कैसे ये हमारे स्वास्थय को प्रभावित कर सकता है ? और आर्सेनिक वाले पानी की पहचान कैसे करें ? ये जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

बिहार राज्य के जिला भोजपुर से कुमार गौरव , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि अपने परिवार के साथ ठंड में घर पर रहना चाहिए और जितना हो सके उतना ही पानी का उपयोग करना चाहिए। हमे साफ़ पानी पीना चाहिए और स्वस्थ रहना चाहिए।

बिहार राज्य के जिला भोजपुर से कुमार गौरव , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि ठंड में घर से बाहर नहीं घूमना चाहिए और पानी का जमाव नहीं लगाना चाहिए। हमे शुद्ध पानी पीना चाहिए और स्वस्थ रहना चाहिए।

पानी में आर्सेनिक, लोह तत्व और दूसरे घातक पदार्थों की मात्रा महिलाओं के स्वास्थ्य पर सबसे बुरा असर कर रही है और फिर यही असर गर्भपात, समय से पहले बच्चे का जन्म या फिर कुपोषण के रूप में सामने आ रहा है. साथियों, हमें बताएं कि आपके परिवार में अगर कोई गर्भवति महिला या नवजात शिशु या फिर छोटे बच्चे हैं तो उन्हें पीने का पानी देने से पहले किस प्रकार साफ करते हैं? अगर डॉक्टर कहते हैं कि बच्चों और महिलाओं को पीने का साफ पानी दें, तो आप उसकी व्यवस्था कैसे कर रहे हैं? क्या आंगनबाडी केन्द्र, एएनएम और आशा कार्यकर्ता आपको साफ पानी का महत्व बताती हैं? और ये भी बताएं कि आप अपने घर में किस माध्यम से पानी लाते हैं यानि बोरवेल, चापाकल या कुएं और तालाबों से?

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