बिहार राज्य के औरंगाबाद ज़िला से शिव कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएँ खेती से जुड़ी होती है। बड़े किसान खेतों में महिलाओं से काम करवाते है। इसमें देखा जाता है कि पुरुषों की अपेक्षा महिला को कम पैसे मिलते है पर काम वो पुरुष के सामान ही करती है। इस तरह की असमानता जगह जगह देखने को मिलती है

दोस्तों, भारत में विविधता की कोई कमी नहीं है। यहाँ के विभिन्न राज्य, जिलों और गांवों में भिन्न-भिन्न सांस्कृतिक, भाषाई और भौगोलिक विशेषताएं हैं। ये भिन्नताएं जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करती हैं और विशेष रूप से महिलाओं की स्थिति को भी प्रभावित करती हैं।भारत के विभिन्न हिस्सों में शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता में भारी अंतर है। शहरी और विकसित क्षेत्रों में जहां स्कूलों और शिक्षा संस्थानों की संख्या अधिक है और सुविधाएं बेहतर हैं, वहीं ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में स्कूलों की कमी और सुविधाओं की अनुपलब्धता के कारण शिक्षा प्राप्ति में असमानताएं देखने को मिलती हैं। दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- भारत के अलग-अलग हिस्सों में कई तरह की असमानताएं है, जिसमे खेती किसानी भी एक है। यहाँ आपको किस तरह की असमानताएं नज़र आती है। *----- महिलाओं को कृषि और अन्य ग्रामीण उद्यमों में कैसे शामिल किया जा सकता है?

बिहार राज्य के औरंगाबाद ज़िला से सलोनी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि महिलाओं को जमीन में अधिकार नहीं मिल रहा है और महिलाओं को कृषि कार्य करने के बावजूद किसान का दर्जा नहीं मिल रहा है। जबकि महिलाएँ घर के काम के साथ कृषि ,पशुपालन भी करती है। पुरुषों द्वारा महिलाओं को तब भी अधिकार नहीं मिलता है।

दोस्तों, राष्ट्रीय महिला आयोग की रिपोर्ट के अनुसार एक महिला अभी भी 2.5 किमी तक पैदल चलकर जाती हैं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं अपने परिवार के लिए पीने का पानी लाने में औसतन दिन में 3-4 घंटे खर्च करती हैं, यानि अपने पूरे जीवन काल में 20 लाख घंटों से भी ज्यादा. क्या आपको ये बातें पता है ?और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें.

बिहार राज्य के औरंगाबाद ज़िला से शिवकुमारी देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि महिलाओं को पूरी तरह से जमीन में अधिकार दिया जाना चाहिए क्योंकि सत्तर प्रतिशत महिला खेतों में काम करती है। उसमे केवल महिला को मज़दूरी दे दिया जाता है। महिला को अधिकार से वंचित रखते है। महिलाओं को गर्व के साथ अपने जमीन में काम करना चाहिए। अगर महिला को जमीन में अधिकार मिलेगा तो वो सम्मान के साथ आत्मनिर्भर हो कर जीवन जियेंगी। आज के समय में महिला वो सारे काम कर रही है जो एक पुरुष करता है

बिहार राज्य के औरंगाबाद ज़िला से शिवकुमारी देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से कोमल कुमारी से हुई। ये कहती है कि महिलाओं को पूरी तरह से जमीन में अधिकार नहीं दिया क्योंकि लोगों का मानना है कि वो केवल घर गृहस्ती संभाल सकती है । ये सोच रखना गलत है। महिलाओं को अधिकार मिलेगा तो बहुत कुछ कर सकती है। आगे जमीन से उद्योग ,व्यवसाय का साधन बना सकती है और जीवन में आगे बढ़ सकती है। इससे देश आगे बढ़ेगा

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से दुर्गा कुमारी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया की महिलाएं रोजगार से जुड़ेंगी तब ही उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी

दोस्तों, क्या आपको भी लगता है कि महिलाओं को उनके अधिकार दिए जाने चाहिए, घर परिवार के आर्थिक मसलों पर उन्हें शामिल किया जाना चाहिए, जो पुरुष अपना तनख्वाह और खेती की कमाई अपनी पत्नियों को सौंप देते हैं और इसको सशक्तिकरण मानते हैं वह क्यों महिलाओं को संपत्ति का आधा हिस्सा उन्हें देकर कहें कि परिवार को चलाने बच्चों का पढ़ाने और आगे बढ़ने में मदद करने के लिए आवश्यक निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। *-----महिलाओं के गरीबी के चक्र को तोड़ने में आर्थिक अवसरों और सामाजिक सुरक्षा उपायों तक पहुंच कैसे बढ़ाई जा सकती है? *-----महिलाओं के लिए रोजगार के अवसरों को कैसे बढ़ाया जा सकता है? *-----महिलाओं के जीवन में गरीबी पर काबू पाया जा सके, इसमें सरकार, व्यवसाय और नागरिक समाज की क्या भूमिका है?

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता सलोनी कुमारी जानकारी दे रही हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलायें खेती का मुख्य हिस्सा है। लेकिन फिर भी उन्हें भूमि पर कोई अधिकार नहीं मिलता है। महिलाओं को किसान कहा जाता है। लेकिन उनके नाम पर जमीन नहीं होती है। महिला खेत में काम कर बस साग-सब्जी घर पर ला कर खाती हैं, इतना ही लाभ उन्हें मिलता है। लेकिन महिलाओं को एक होना होगा। महिलाओं को जागरूक करना होगा की कोई भी महिला अपना अधिकार ना छोड़ें

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से काजल देवी से साक्षात्कार लिया।काजल देवी ने बताया कि अच्छी ज़िन्दगी के लिए महिला को अपने बच्चों को पढ़ाना चाहिए। रोजगार एवं खेती- बाड़ी करनी चाहिए। इससे परिवार और देश का विकास होता है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।