उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से संगीता से बातचीत की। संगीता का कहना है वे मोबाइल वाणी रोज सुनती हैं यहाँ सुनकर अच्छा लगता है जिसमे जो महिला अधिकार के बारे में बताया जाता है। उनका कहना है उनकी तीन लड़कियाँ, तीन लड़के थे। जिनकी शादी होने के बाद जब घर में लड़ाई होने लगी तो इन्होने अपनी बहुओं को अलग कर दिया था। लेकिन मोबाइल वाणी पर कार्यक्रम सुनने के बाद इन्होने अपनी बहुओं को घर ले आयी और साथ में रख रही है
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रीति सिंह से बातचीत की। प्रीति सिंह का कहना है मोबाइल वाणी सुनकर यह जानकारी मिला कि औरतों को जागरूक करना है उन्हें आगे बढ़ाना है. इससे बदलाव भी आ रहा है कि लड़का और लड़की को बराबर का हक़ देना चाहिए। लड़कियों को शिक्षा देने से समाज में समानता बनी रहती हैं। उनका कहना है यदि शादी के बाद बेटियों को संपत्ति का अधिकार मिलता है तो बेटे कहाँ रहेंगे। इसलिए बहुओं को हक़ मिलना चाहिए बेटियों को नहीं।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से आशुतोष मिश्रा से साक्षात्कार लिया। आशुतोष मिश्रा का कहना है कि कि वो मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्य्रक्रम 'अपनी जमीन, अपनी आवाज ' 2 से 3 महीने से सुन रहे है। जब से वो मोबाइल वाणी सुन रहे है, उन्हें लग रहा है की मोबाइल वाणी ही एक ऐसा माध्यम है, जो औरतो के हक़ के लिए बात कर रहा है और जमीनी हक़ के लिए बात कर रहा है। कही पर ऐसा हो रहा है या लोग बात कर रहे है , तो इस कार्यक्रम से काफी प्रभाव पड़ा है। आशुतोष कहना है कि महिलाओं के प्रति सोच पहले से ही अच्छी थी, लेकिन पुराणी कार्य संस्कृति के कारण सोच नहीं पाते थे। हम समाज से उम्मीद रखते थे की ये सब चीज़े होनी चाहिए, लेकिन खुद से वो चीज़े नहीं कर पाते थे। इस कार्यक्रम ने उन्हें और भी प्रोत्साहित किया की , वो भी अपने घर की औरतों , माताओं व बहनों के लिए खड़े हो सके और उन्हें बढ़ावा दे सके। इस कार्यक्रम ने उन्हें प्रेरित किया और इसलिए बदलवा आ रहा है।
मोहम्मद उमर उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से मोहम्मद उमर से साक्षात्कार लिया । मोहम्मद उमर का कहना है कि मोबाइल वाणी के कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें ये सिख मिली की अब उनके घर में महिलाओं को भी अधिकार दिया जाने लगा। कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें ये पता चला की महिलाओं को भी पढ़ाया लिखाया जाना चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से तेजराम से साक्षात्कार लिया । तेजराम का कहना है कि मोबाइल वाणी के कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें ये सिख मिली की महिलाओं को कैसे उनके अधिकार दिया जाए । शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं को कैसे आगे बढ़ाया जाये और महिलाओं को कैसे सशक्त बनाया जाये , इन सब के बारे में जानकारियां मिली है।ये सुनने के बाद उन्हें भी लगता है, की उनके घर की भी महिलाओं को अधिकार मिलना चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से किरण से साक्षात्कार लिया । किरण का कहना है कि मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्य्रक्रम वो एक महीने से सुन रही है और उन्हें ये बहुत अच्छा लग रहा है।ये कार्यक्रम महिलाओं के प्रति अच्छी सोच रखती है। महिलाओं को उनका हक़ और अधिकार बिलकुल मिलना चाहिए और महिलाओं को उनका अधिकार जरूर मिलेगा। इस कार्यक्रम को सुनकर आस पास के लोगो के सोच में भी काफी बदलाव आया और आगे भी आएंगे
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से निर्मला से साक्षात्कार लिया । निर्मला का कहना है कि मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्य्रक्रम वो काफी दिनों से सुन रही है। इससे उनके जीवन में काफी बदलाव आया है। लोग इसे सुनकर कहते भी है, लड़कियों को पढ़ा लिखा कर हिस्सा देना चाहिए। निर्मला को एव कार्यक्रम बहुत ही अच्छा लगा,उन्हें घर के सारे लोग इससे सुनते है। लड़की हो या लड़क दोनों को बराबर का हिस्सा मिलना चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सीमा से साक्षात्कार लिया । सीमा का कहना है कि मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्य्रक्रम काफी दिनों से सुन रही है और उन्हें ये बहुत अच्छा लग रहा है। लड़कियों का अधिकार तो उनके मायके में भी होता है, लेकिन उन्हें ससुराल का अधिकार ही मिलना चाहिए। लड़कियों को और भी थोड़ा बहुत संपत्ति देना चाहिए। इससे जो गरीब है वो अपना परिवार चला सके और अपने बाल बच्चो को पढ़ा लिखा सके, या और कोई भी कार्य कर सके। मोबाइल वाणी के माध्यम से महिलाओं को बहुत सिख मिल रही है। जो अपने अधिकारों से अनजान है, वो भी अपने अधिकारो को जानने लगे है
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शशि से साक्षात्कार लिया । शशि का कहना है कि मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्यक्रम वे सुनती हैं। उन्हें अच्छा लग रहा है। वो इस कार्यक्रम को पिछले कुछ दिनों से सुन रही है। उनका कहना है उनकी सास ने उन्हें कोई अधिकार नहीं दिए थे, वो किराये के मकान में अलग रहती थी। अब उनकी सास ने उन्हें बुलाकर घर में रख लिए हैं। शशि का कहना है मोबाइल वाणी सुनकर बहुत सी महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। बहुत सी महिलाओं का भला हो रहा है। पहले शशि को भी लगता था की महिलाओं को भूमि में हिस्सा नहीं मिलना चाहिए। लेकिन अब वो खुद भी अपनी बेटियों को संपत्ति में हिस्सा देंगी। उनकी बेटी उनका हमेशा साथ देगी। मोबाइल वाणी के माध्यम से पता चला की बेटियां भी बेटों से कम नहीं है
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सुमन से साक्षात्कार लिया। सुमन का कहना है कि मोबाइल वाणी के कार्यक्रम 'अपनी जमीन, अपनी आवाज ' के माध्यम से उनके जीवन में बहुत बदलाव आया है। पहले उन्हें लगता था की वो अपनी बेटियों को जमीन व जायदाद में हिस्सा नहीं देंगी। लेकिन मोबाइल वाणी में कार्यक्रम सुनकर उन्हें लगा की बेटियों को भी संपत्ति में हिस्सा मिलना चाहिए। उन्होंने अपने आस पास के लोगों को भी कार्यक्रम के बारे में बताया और सुनाया , तो उन्हें भी लगने लगा की महिलाओं को भी जमीन मिलनी चाहिए। सुमन ने जब ये कार्यक्रम अपने पिताजी को सुनाया , तब उनके पिताजी के सोच में बदलाव आया और उन्होंने भी सुमन को भूमि में हिस्सा दिया। इस कार्यक्रम की वजह से समाज में भी सुधार हो रहा है। आस पास के लोगों को भी लग रहा है कि महिलाओं को भी भूमि में अधिकार मिलना चाहिए। सुमन ने जब ये कार्यक्रम अपने पिताजी को सुनाया, तब उनके पिताजी को समझ आया की लड़कियों को भी भूमि अधिकार मिलना चाहिए। अब सुमन को भी लगता है की, बेटियों को भी उनका हक़ मिलना चाहिए और सुमन भी अपनी बेटियों को अधिकार देना चाहती है। इस कार्यक्रम को सुनने के बाद ही सुमन को पता चला की महिलाओं को भी संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए। सुमना का कहना है कि अगर ससुराल में परेशानिया भी होंगी और महिलाओं के पास भूमि होगा, तो समाज में उनका मान सम्मान बढ़ेगा और वो अपने लिए भी कुछ कर सकती है।इसलिए लड़कियों को भी भूमि में हिस्सा मिलना चाहिए