उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की भारत वर्ष एक सम्पन्न परंपरा और सांस्कृतिक मूल्यों से समृद्ध देश है, जहां महिलाओं का समाज में प्रमुख स्थान रहा है। ग्रामीण परिदृश्य में महिलाओं की बड़ी आबादी है। दुर्भाग्यवंश विदेशी शासनकाल में समाज में अनेक कुरीतियां व विकृतियां पैदा हुई, जिससे महिलाओं को उत्पीड़न हुआ।
उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बरसो पहले एक कहावत कही गयी थी 'बिन पानी सब सून' आज यह सच्ची साबित होती दिख रही है। प्रकृति और परंपरा हमेशा साथ रहे ,मनुष्य की इसे नियंत्रित करने की स्वार्थ से इनपर ग्रहण लग गया है।पानी के पारंपरिक स्रोत को निजी स्वार्थ के लिए नष्ट करने से परेशानी हो रही है। पानी के पारंपरिक स्रोतों में तालाब का महत्वपूर्ण स्थान है। जिस के विज्ञान और व्यवस्था को समझने में बहुत बड़ी गलती हो रही है। इससे पहले घरों और गांवों में पानी की व्यवस्था तालाबों में ही होती थी।लेकिन अब तालाब ,कुएँ सब सुख रहे हैं। लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है
जलवायु परिवर्तन के कारण पानी की उपलब्धता बदल रही है, जिससे अधिक क्षेत्रों में इसकी कमी हो रही है।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की हर स्त्री का इसलिए आदर होना चाहिए कि उनसे ही हमारा शरीर बनता है। उनके ही द्वारा हम इस दुनियाँ में प्रवेश करते है। जहाँ महिलाओं का सम्मान किया जाता है, जहाँ देवता भी रहते हैं, महिलाओं का सम्मान, सम्मान, सुरक्षा और उनके अधिकार। इसकी रक्षा करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। प्रत्येक व्यक्ति को ईमानदारी और ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए और समाज में फैल रही बुराइयों को समाप्त करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की नारी शक्ति सम्मान या पुरस्कार भारत द्वारा दिये जाने वाले राष्ट्रीय सम्मान की एक श्रृंखला है और यह असाधारण उपलब्धि के लिए व्यक्तिगत महिलाओं को प्रदान किया जाता है।कठिन परिस्थितियों में एक महिला की साहसी भावना को मान्यता देता है जिसने अपने व्यक्तिगत या व्यावसायिक जीवन में और महिलाओं के साथ साहस की भावना स्थापित की है। महिलाओं के मुद्दों को सशक्त बनाने और बढ़ाने में किसी व्यक्ति के अग्रणी योगदान को भी मान्यता देता है। यह सम्मान अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया गया था।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की कई लड़कियों की बीच में ही पढ़ाई छूटने से महिला साथी की कमी हो जाती है जिससे वे लड़कियां जो आगे पढ़ाई करना चाहती हैं, उनकी पढ़ाई अधूरी रह जाती है।परिवहन की असुविधा और गाँव में पक्की सड़कों की कमी भी निरक्षरता की समस्या है। इसका मुख्य कारण सामाजिक भेदभाव, लैंगिक असमानता, आर्थिक शोषण और ऐसे कई कारण हैं जो समाज में महिलाओं के शैक्षिक विकास को प्रभावित करते हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की नारी का सम्मान करना एवं उसके हितो की रक्षा करना हमारे देश की सदियों पुरानी संस्कृति हैं। यह एक विडम्बना ही हैं कि भारतीय समाज में नारी की स्थिति अत्यंत विरोधाभासी रही हैं, एक ओर उन्हें शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है और दूसरी ओर उन्हें बेचारा अबला भी कहा जाता है। इन दोनों चरमपंथी धाराओं ने महिलाओं के स्वतंत्र विकास में बाधा डाली है। सदियों से भारतीय समाज में महिलाओं ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारतीय समाज उसी के बल पर खड़ा रहा है।
ग्रीनहाउस प्रभाव वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से 'ग्रीनहाउस गैसों' नामक पदार्थों द्वारा पृथ्वी की सतह के पास गर्मी को रोक लिया जाता है।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की सदियों से राजनीति में महिलाओं की भागीदारी सबसे ज़्यादा प्रभावित हुई है और इस विषम परिस्थिति के मद्देनज़र जिसमें हम है, ये कच्चे कदम निरर्थक है, इसलिए, ऐसी नीतियों की सख्त़ और तत्काल ज़रूरत हैं। महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने से राज्य विधानसभा और संसदीय चुनावों में महिलाओं की सहमति से न्यूनतम भागीदारी सुनिश्चित करने का मार्ग प्रशस्त होना चाहिए।
कांच के ग्रीनहाउस की तरह, पृथ्वी का ग्रीनहाउस भी पौधों से भरा हुआ है! पौधे पृथ्वी पर ग्रीनहाउस प्रभाव को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं।