उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मंजू यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से समाज में महिलाओं की स्थिति पर चर्चा कर रही है। आज महिलाएँ विभिन्न क्षेत्रों में अपनी योग्यता साबित कर रही हैं। इसके बावजूद महिलाओं के लिए आगे का रास्ता बहुत आसान नहीं है। गाँवों और शहरों में, रूढ़िवादी सामाजिक मान्यताएँ महिलाओं की निरक्षरता के लिए जिम्मेदार हैं,

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मंजू यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला सशक्तिकरण एंव समाज में बराबरी का मौहाल बनाने मे शिक्षा की भूमिका के बारे में बता रही है। महिला सशक्तिकरण और समाज में समानता का वातावरण बनाने में शिक्षा की क्या भूमिका है भारत में राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी ने ठीक ही कहा था कि एक पुरुष को शिक्षित करके हम केवल एक व्यक्ति को शिक्षित कर रहे हैं। लेकिन अगर हम एक महिला को शिक्षित करते हैं, तो हम पूरे परिवार को शिक्षित करते हैं। शिक्षा किसी भी युग में मानव जीवन का एक अभिन्न अंग रही है।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानों मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की पक्ष और विपक्ष कार्यक्रम लोगों को सुनकर काफी अच्छा लगता है

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानों मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि राजीव की डायरी जो महिलाओं के जागरूकता के बारे में बात कही गई है वो काफी अच्छी लगी। इससे महिलाये जागरूक हो रही है

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि चुनावी घोषणापत्र तैयार करना कोई आसान काम नहीं है, क्योंकि इसके लिए राजनीतिक दल ऐसे नेताओं की जिम्मेदारी देते हैं जिनके पास जनता का समर्थन है। जान लें कि ऐसी सभी चीजें चुनावी घोषणापत्र में शामिल होती हैं, जिसके कारण जनता उस राजनीतिक दल को वोट देने का मन बनाती है। इसी तरह चुनाव को रद्द करने और बहाल करने का वादा किया गया है। चुनाव घोषणापत्र मुख्य रूप से हिंदी या एक क्षेत्रीय भाषा, अंग्रेजी में जारी किए जाते हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि जब चुनावी माहौल होता है तो नारों का क्या प्रभाव पड़ता है, नारों का जनता पर क्या प्रभाव पड़ता है। अकेले दौड़ने वाले हिटरों का क्रेज आम जनता में भी दिखाई देता है, जैसे कि उस वर्ष भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान जब देश में अनाज की कमी थी। प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान जय जवान का नारा दिया था, जिसने उस समय लोगों को ऊर्जावान किया था और अगले लोकसभा चुनावों में लाभान्वित किया था। एक बार फिर जीता, गरीबी हटाओ का नारा दिया, यह नारा बहुत लोकप्रिय था, एक वरिष्ठ नेता था और अब एक बहुत शक्तिशाली नेता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि 2024 के लोकसभा चुनावों में सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं। या मुद्दा कोई और नहीं बल्कि वह है जिससे हम पहले दिन से जूझ रहे हैं वह है बेरोजगारी मुद्रास्फीति और विकास का कहना है कि चुनावी मुद्दा बेरोजगारी मुद्रास्फीति भ्रष्टाचार है लेकिन आपका घोषणापत्र। पत्र में इसे दिए गए महत्व का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पंद्रह हजार से अधिक शब्द वाले घोषणापत्र में मुद्रास्फीति शब्द का उपयोग तीन स्थानों पर किया गया है। समाजवादी पार्टी अपने चुनावी घोषणापत्र में दूध सहित सभी फसलों के लिए एम. एस. पी. की कानूनी गारंटी देने में अग्रणी रही है।

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उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि राजनीतिक दल किसी भी तरह का वादा करने के लिए स्वतंत्र हैं राजनीतिक दल चुनाव जीतने के लिए अपने घोषणापत्र में किसी भी तरह का वादा कर सकते हैं सभी दल चुनाव के समय किसी भी तरह का वादा कर सकते हैं। समान अवसर बनाए रखने के लिए, सर्वोच्च न्यायालय और चुनाव आयोग ने निर्देश दिया था कि किसी भी प्रकार के मुफ्त उपहारों को चुनाव घोषणापत्र के दिशानिर्देशों के हिस्से के रूप में शामिल किया जाए। चुनाव आयोग ने देश भर के राष्ट्रीय और राज्य स्तर के दलों के साथ घोषणापत्र को लेकर चर्चा की। इसके बाद घोषणापत्र को लेकर दिशा निर्देश तैयार किये गए

उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि घोषणापत्र में कई वादे किए गए थे लेकिन सवाल यह है कि क्या कोई राजनीति है। यदि राजनीतिक दल अपने द्वारा किए गए वादों को पूरा करने में सक्षम नहीं है, तो क्या उन पर कोई कार्रवाई की जानी चाहिए, जैसे कि युवा न्याय से किसान न्याय या नारी न्याय जारी किया गया है? दैनिक घोषणापत्र में जातिगत जनगणना कराने और गरीबी से पीड़ित परिवार की एक महिला को धन देने जैसे कई वादे शामिल हैं, लेकिन कई बार ऐसा भी होता है जब पार्टी अपने वादे से मुकर जाती है।