साथियों , अनेकता में एकता का प्रतीक हमारे देश भारत ने खुद में कई विविधताओं को अपने अंदर समेटा हुआ है और पुरे साल पर्व - त्योहारों से यहां का वातावरण ऊर्जावान बना रहता है। एक पर्व जाता है और दूसरा पहले से ही दस्तक देने के लिए तैयार रहता है।इसी कड़ी में आज हम मना रहे हैं - दीपों का पर्व, दीपावली। साथियों इसी दिन भगवान श्री राम 14 साल के बाद ,अपने वनवास को पूरा कर के जब अयोध्या वापस लौटे थे,तब उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने पुरे अयोध्या को दीप जलाकर रौशन किया था और खुशियां मनाई थी। तब से लेकर हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की प्रदोषव्यापिनी अमावस्या तिथि को ये पर्व मनाया जाता है। इस दिन पुरे घर की सफाई की जाती है और माता लक्ष्मी एवं गणेश जी की पूजा की जाती है. लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार रंग बिरंगे बत्तियों ,तोरण ,फूलों ,रंगोली, इत्यादि से अपने घरों को सजाते हैं और इस अवसर पर तरह - तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। साथ ही दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर खुशियां मनाई जाती है और मिठाइयां बाटी जाती है। तो दोस्तों ,आइए आज दीपावली के दिन आशावादी दीपक जला कर पूरे विश्व के लिए सुख,शांति,समृद्धि,और प्रेम की कामना करें।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी.चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से नाती प्रसाद से साक्षात्कार लिया। नाती प्रसाद ने बताया कि महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति में अधिकार नही देना चाहिए। महिलाओं को पति के हिस्से में सम्पत्ति का अधिकार मिलना चाहिए। सम्पत्ति बंटवारा को लेकर भाई - बहन के रिश्ते में दरार आ सकता है

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी.चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिला सम्पत्ति अधिकार विषय पर लोगों की अलग - अलग राय सामने आ रही है। जब तक महिलाएं शिक्षित नही होंगी , तब तक अपने अधिकारों के बारे में जानकारी नही होगी। महिलाओं को जागरूक होना बहुत जरुरी है

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी.चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से राजमती से साक्षात्कार लिया। राजमती ने बताया कि महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति का अधिकार दिया जाना चाहिए। इससे महिलाएं मजबूत और आत्मनिर्भर बनेंगी। भाई - बहन के रिश्ते में दरार नही आएगी।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लड़का और लड़की को एक समान माना जाता है, लेकिन ये भी माना जाता है कि लड़कियों का हक़ तो उनके ससुराल में होता है , न की पैतृक संपत्ति में इससे भाई बहन के बीच खटास आ सकता है। इस मुद्दे पर क्षेत्र के तमाम लोगो से उनकी राय ली जा रही है। कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे है, जबकि कुछ लोग इसका समर्थन नहीं कर रहे है। महिलाओं को संपत्ति में अधिकार दिलाने से लोग अभी भी बहुत पीछे है।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी.चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से हरिलाल यादव से साक्षात्कार लिया। हरिलाल यादव ने बताया कि लड़कियों को अगर संपत्ति में हिस्सा दिया जाएगा , तो इससे विवाद की स्तिथि उत्पन्न हो सकती है। इसलिए जैसा पहले से चला आ रहा है, वैसे ही चलना चाहिए। इससे भाई बहन के रिश्ते में निश्चित दरार आ सकता है। महिलाओं को उनके पति के संपत्ति में हिस्सा मिलना चाहिए

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे देश की आधी आबादी महिलाओं की है। मगर ज्यादातर परिवार में बेटियों की शिक्षा पर ध्यान नही दिया जा रहा है। अशिक्षा के कारण महिलाएं अपने हक़ की लड़ाई नही लड़ पाती हैं और घर के अंदर रहने के लिए मजबूर होती हैं ।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बेटियां किसी भी मामले में बेटों से कम नहीं हैं और हर सुख - दुःख में अपने माता - पिता के साथ खड़ी रहती हैं । बेटियों को सशक्त और मजबूत बनने के लिए पैतृक सम्पत्ति में हिस्सा देना चाहिए

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से एक श्रोता से बातचीत की। श्रोता का कहना है महिलाओं को संपत्ति में अधिकार तभी मिलना चाहिए जब पिता के कोई बेटे नहीं हैं। बेटे के रहने पर बेटियों को अधिकार नहीं मिलना चाहिए