उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला अलोक बर्णवाल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से  बताया कि बच्चों में कुपोषण एक बहुत बड़ी समस्या है,जिसे दूर करना बहुत जरुरी है। बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए उन्हें संतुलित एवं पौष्टिक भोजन देना बहुत जरुरी है। बच्चों को कुपोषण से बचाने का प्रयास करना चाहिए

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी. चौधरी  ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सरयू प्रसाद से साक्षात्कार लिया। सरयू प्रसाद ने बताया कि अविवाहित महिलाओं का मायके की सम्पत्ति पर पूरा अधिकार होना चाहिए। शादी के बाद बेटी को पैतृक सम्पत्ति में अधिकार नही देना चाहिए। हिस्सा देने से भाई - बहन के रिश्ते में दरार आ जाएगी

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी. चौधरी  ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जय प्रकाश मौर्य से साक्षात्कार लिया। जय प्रकाश मौर्य ने बताया कि महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति में अधिकार नही देना चाहिए। भाई - बहन को बराबर सम्पत्ति का अधिकार देने रिश्ता ख़राब हो जाएगा। महिला को पति की सम्पत्ति में हिस्सा मिलना चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अजय यादव से साक्षात्कार लिया। अजय यादव ने बताया कि पैतृक सम्पत्ति में बेटी को हिस्सा मिलना चाहिए। बेटा और बेटी एक समान होते हैं। विवाहित महिलाओं को ससुराल की संपत्ति में अधिकार होता है।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी. चौधरी  ने मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रदीप से साक्षात्कार लिया। प्रदीप ने बताया कि महिला को सम्पत्ति में अधिकार नही देना चाहिए ,ऐसा होने से भाई - बहन के रिश्ते में दरार आ सकती है

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रामावत प्रजा पति से बातचीत की। रामावत प्रजा पति का कहना है कि महिलाओं को पिता की सम्पत्ति में अधिकार नहीं मिलना चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से एक श्रोता से बातचीत की। बातचीत में श्रोता ने बताया कि महिलाओं को पैतृक संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए। भाई और बहन तो दोनों को अधिकार मिलना चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जीला से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कहा जा रहा है कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार दिया जाए या नहीं, इस पर क्षेत्र के लोगों की अलग-अलग राय है। क्षेत्र के कुछ लोगों का कहना है कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार दिया जाना चाहिए और कुछ लोगों का कहना है कि संपत्ति का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए। लेकिन सरकार द्वारा जो कानून बनाया जा रहा है कि महिलाओं को शिक्षा, रोजगार, पेशे आदि दिया जा रहा है तो समानता का अधिकार भी दिया जाना चाहिए। अगर देखा जाए तो अक्सर महिलाओं के पास भूमि और संपत्ति का अधिकार नहीं होता है। भले ही उनके पास संपत्ति का अधिकार न हो, फिर भी वे खेती में लगे हुए रहती हैं। अगर उन्हें संपत्ति का अधिकार मिलता है, तो महिलायें भी सशक्त होंगी। अक्सर देखा जाता है जब संपत्ति के अधिकार की कमी के कारण कई स्थानों पर महिलाओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है अगर उनके पास संपत्ति का अधिकार होगा, तो महिलाएं किसी भी आवश्यकता या किसी भी बच्चे की शिक्षा, रोजगार आदि के अनुसार अपनी जमीन खरीद बिक्री कर सकती हैं। दी गई स्थिति में वह अपनी संपत्ति का उपयोग कर सकती है, अगर उसे संपत्ति का अधिकार मिलता है, तो यह काफी अच्छा होगा और फिर समानता के अधिकार को समानता के अधिकार के रूप में देखा जाएगा।

उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिला से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सुशीला कुमार से बातचीत की। सुशीला का कहना है पिता की संपत्ति में बेटियों को हिस्सा मिलना चाहिए लेकिन बेटियों की दान दहेज़ देकर शादी विवाह किया जाता है ,इसलिए शादी के बाद बेटियों का हिस्सा ससुराल में होना चाहिए। यदि मायके में हिस्सा लेती हैं तो भाई बहन के रिश्ते में दरार आ जाता है। उनका कहना है जिस पीड़ा से बेटे जन्म लेते हैं उसी पीड़ा से बेटियां भी जन्म लेती हैं इसलिए दोनों में भेदभाव नहीं करना चाहिए

उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिला से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से आलोक कुमार से बातचीत की। बातचीत में अलोक कुमार ने बताया कि बेटी को अपने पिता की संपत्ति में समान अधिकार होने चाहिए क्योंकि पिता बिना किसी भेदभाव के अपने बच्चों का समान रूप से लाड प्यार से पालता है भले ही बच्चा बेटा हो चाहे वह बेटी हो एक समान प्यार से बेटी की देखभाल करता है इसलिए जितना बेटे को अधिकार है उतना ही बेटी का भी अधिकार होना चाहिए।