सिवान जिले के मैरवा थाना के मनमानी के खिलाफ भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने जन आक्रोश मार्च निकाला है। इस दौरान बभनौली गांव के सैकड़ो महिलाओ ने पुलिस के मनमानी के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया है। आक्रोशित महिलाओ ने बभनौली के गोपाल कुशवाहा, देवानंद कुशवाहा, नितेश कुशवाहा पर हमला करने वाले अपराधियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रही थी। उन्होंने कहा कि हमला करने वाले दोषियों को पुलिसिया संरक्षण देना बंद करो। भाकपा माले नेताओ ने पुलिस पर पीड़ितों का आवेदन फेक देंना, जबरन आवेदन को बदलवाना, दोषियों को संरक्षण देना सहित कई आरोप लगाये है। यह मार्च बभनौली से चकिया पुल, शिवपुर नहर पुल, मझौली चौक, थाना रोड़, स्टेशन रोड होते हुए प्रखंड परिसर में पहुंची। जहां विधायक अमरजीत कुशवाहा ने एसडीपीओ से मामले की जांच कर हमला करने वाले दोसियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग किया है। भाकपा माले के पूर्व जिला पार्षद उपेन्द्र साह ने कहा कि बभनौली में हुए घटना को लेकर पुलिस ने पीड़ित के आवेदन पर आजतक कोई कार्यवाई नही किया। उलटे में पीड़ितों का सिर फोड़ने और हाथ तोड़ने वाले लोगो का पुलिस आवेदन लेकर मुकदमा दर्ज कर लेती है। पुलिस को घटना की जानकारी देने के बाद उस दौरान कोई कार्यवाई नही किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि मैरवा थाना क्षेत्र के सूर्यपुरा, इमलौली, बरासों, शेवतापुर सहित अन्य गांवों से पीड़ित फरियाद लेकर थाने में जाते है। तो उनको पहले डांट फटकार लगाया जाता है। पुलिस के इस रवैये को लेकर लोगो को थाना से विश्वाश खत्म होते हुए नजर आ रहा है। जिसको लेकर आज इंसाफ के लिए लोग सड़क पर उतरकर आंदोलन कर रहे है। वही इस जन आक्रोश मार्च में उपेन्द्र साह, इम्तियाज अंसारी, बीडीसी श्रीप्रकाश राम, सतेंद्र कुशवाहा उर्फ राजू मिस्त्री, पंचदेव कुशवाहा, लालबाबू साह, स्वामीनाथ भगत, ललन जी कुशवाहा, रोशन आरा, सिपाही भगत, हरेंद्र भगत, ललन चौहान, अलाऊद्दीन अंसारी, ताज अंसारी, धर्मेंद्र कुशवाहा सहित सैंकड़ों लोग शमिल थे।
सिवान: मैरवा में बाइक चोर चोरी करने का ट्रेड बदल लिया है। इसी कड़ी में मैरवा में ऑटो चालक बनकर बाइक चोरी की घटना को अंजाम देने का मामला प्रकाश में आया है। सेवतापुर के सुनील यादव ने शुक्रवार की रात गांव से ही ऑटो चलाते हुए एक बाइक चोर को पकडकर पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस ने चोर का ऑटो भी जप्त कर लिया है। गिरफ्तार चोर बिलासपुर गांव के सुमित कुशवाहा बताया जाता है। वही बाइक चोरी की घटना की वारदात एक निजी अस्पताल के कैमरे में कैद है। तो चोरी की बाइक के नम्बर प्लेट बदलते हुए फ़ोटो लिया गया है। पीड़ित ने वीडियो और फ़ोटो के साथ थाना में आवेदन भी दिया है। पीड़ित सुनील यादव ने बताया की मेरा दो बाइक और तथा चार स्मार्ट फोन की चोरी हुई है। जिसमे एक बाइक 29 फरवरी को इमलौली में शादी समारोह से और दूसरा बाइक नगर के प्राण गढ़ी के एक निजी अस्पताल से 29 जून को चोरी हुई थी। इस मामले में अज्ञात के खिलाफ स्थानीय थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया था। कुछ महीनों बाद मेरा बाइक का नम्बर प्लेट बदलते हुए चोर का फोटो मिलने के बाद उसकी तलाश करना शुरू कर दिये। शुक्रवार की रात मैरवा स्टेशन से ऑटो से सवारी लेकर सेवतापुर जा रहे बाइक चोर को पीड़ित ने मैरवा धाम पर देख कर पीछा करते हुए सेवतापुर पहुंचा। जहां ऑटो रुकते ही चालक को पकड़कर लिया। पूछताछ के बाद उसने पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़ित ने पुलिस प्रसाशन से गिरफ्तार चोर के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाई करते हुए चोरी हुई बाइक तथा मोबाइल फोन की बरामदगी करने का गुहार लगाया है। इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष भरत साह ने बताया कि गिरफ्तार चोर से पूछताछ की जा रही है।
सिवान जिला के दरौली थाना पुलिस शराबबंदी को सफल बनाने में सख्त है। इस क्रम में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर शराब के साथ एक शराब माफिया को पकड़ा है। जिसके पास से पुलिस ने एक कार्टन विदेशी शराब भी बरामद किया है। गिरफ्तार तस्कर दरौली थाना क्षेत्र के सरहरवा गांव निवासी रामप्रवेश यादव का पुत्र राकेश यादव है। जिस पर शराब तस्करी के साथ ही बाइक छिनैती समेत अन्य मामले दरौली थाना में दर्ज हैं। मिली जानकारी के अनुसार राकेश यादव बंटी बबली विदेशी शराब की सप्लाई करने की फिराक में था। तभी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर पीछा कर उसे दबोच लिया। जांच में उसके पास से एक कार्टून विदेशी शराब बरामद किया। वहीं पुलिस ने शराब तस्कर को गिरफ्तार कर थाने लाई और पूछताछ कर रही है। आपको बता दे की शराब माफिया राकेश पर पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं।
राजनैतिक सिंद्धांत औऱ प्रक्रियाओं में न्याय सबसे पुरानी अवधारणाओं में से एक है, न्याय के सिद्धांत को लेकर तमाम प्रकार की बातें कहीं गई हैं, जिसे लगभग हर दार्शनिक और विद्वान ने अपने समय के अनुसार समझाया है और सभी ने इसके पक्ष में अपनी आवाज को बुलंद किया है। न्याय को लेकर वर्तमान में भी पूरी दुनिया में आज भी वही विचार हैं, कि किसी भी परिस्थिति में सबको न्याय मिलना चाहिए। इसके उलट भारत में इस समय न्याय के मूल सिद्धामत को खत्म किया जा रहा है। कारण कि यहां न्याय सभी कानूनी प्रक्रियाओं को धता को बताकर एनकाउंटक की बुल्डोजर पर सवार है, जिसमें अपरधियों की जाति और धर्म देखकर न्याय किया जाता है। क्या आपको भी लगता है कि पुलिस को इस तरह की कार्रवाइयां सही हैं और अगर सही हैं तो कितनी सही हैं। आप इस मसले पर क्या सोचते हैं हमें बताइये अपनी राय रिकॉर्ड करके, भले ही इस मुद्दे के पक्ष में हों या विपक्ष में
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
भारतीय संविधान किसी के आर्टिकल 14 से लेकर आर्टिकल 21 तक समानता की बात कही है, इस समानता धार्मिक आर्थिक राजनीतिक और अवसर की समानता का जिक्र किया गया है। इस समानता किसी प्रकार की जगह नहीं है और किसी को भी धर्म, जाति और समंप्रदाय के आधार पर कोई भेद नहीं किये जाने का भी वादा किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के हालिया फैसले में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि वह धर्म की पहचान के आधार भेदभाव पैदा करने की कोशिश है।दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं? क्या आप सरकार के फैसले के साथ हैं या फिर इसके खिलाफ, जो भी हो इस मसले पर आपकी क्या राय है? आप इस मसले पर जो भी सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें
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