उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से राकेश कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि उन्होंने अपनी जमीन अपनी आवाज़ कार्यक्रम को सुनकर यह निर्णय लिया है कि वह अपनी जमीन में बेटी को भी हिस्सा देंगे
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से वीर बहादुर यादव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से राकेश यादव से हुई। राकेश यादव यह बताना चाहते है कि लड़का और लड़की में भेद भाव नहीं होना चाहिए। लड़का और लड़की एक समान है उनको समान अधिकार मिलना चाहिए।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से वीर बहादुर यादव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से राकेश यादव से हुई। राकेश यादव यह बताना चाहते है कि वह भैंस पालन करना चाहते है
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू आलू की खेती के लिए किस्म का चयन और लगाने की विधि के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
उत्तप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अध्यापिका नंदिनी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान नंदिनी ने बताया कि वे एक कोचिंग सेंटर खोलना चाहती हैं। इसके लिए उन्हें जानकारी की आवश्यकता है
उत्तप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अध्यापिका नंदिनी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान नंदिनी ने बताया कि मोबाइल वाणी के कार्यक्रम को सुनकर वे जागरूक हुई हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि बेटियों को पढ़ाना बहुत आवश्यक है। बेटियां पढेंगी तो उनका भविष्य सुरक्षित होगा
उत्तप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अध्यापिका नंदिनी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान नंदिनी ने बताया कि मोबाइल वाणी के कार्यक्रम को सुनकर उनके अंदर जागरूकता आयी। और पहले वे अपनी बेटी को पढ़ने के लिए नहीं भेजती थीं। लेकिन अब वे अपनी बेटी को पढ़ा रही हैं
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा फूलगोभी की रोपाई से सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .
साथियों , अनेकता में एकता का प्रतीक हमारे देश भारत ने खुद में कई विविधताओं को अपने अंदर समेटा हुआ है और पुरे साल पर्व - त्योहारों से यहां का वातावरण ऊर्जावान बना रहता है। एक पर्व जाता है और दूसरा पहले से ही दस्तक देने के लिए तैयार रहता है।इसी कड़ी में आज हम मना रहे हैं - दीपों का पर्व, दीपावली। साथियों इसी दिन भगवान श्री राम 14 साल के बाद ,अपने वनवास को पूरा कर के जब अयोध्या वापस लौटे थे,तब उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने पुरे अयोध्या को दीप जलाकर रौशन किया था और खुशियां मनाई थी। तब से लेकर हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की प्रदोषव्यापिनी अमावस्या तिथि को ये पर्व मनाया जाता है। इस दिन पुरे घर की सफाई की जाती है और माता लक्ष्मी एवं गणेश जी की पूजा की जाती है. लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार रंग बिरंगे बत्तियों ,तोरण ,फूलों ,रंगोली, इत्यादि से अपने घरों को सजाते हैं और इस अवसर पर तरह - तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। साथ ही दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर खुशियां मनाई जाती है और मिठाइयां बाटी जाती है। तो दोस्तों ,आइए आज दीपावली के दिन आशावादी दीपक जला कर पूरे विश्व के लिए सुख,शांति,समृद्धि,और प्रेम की कामना करें।
उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से प्रियंका सिंह की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अंकिता सिंह से हुई। अंकिता कहती है कि इन्हे कार्यक्रम सुन कर यह जागरूकता मिली की आने वाले समय में ये अपनी बेटियों को जमीन में अधिकार देंगी और उन्हें फैसला लेने का पूरा अधिकार देंगी