उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से स्नेहा गुप्ता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उन्हें सोलर प्लांट लगवाना है जिससे उनके परिवार को आर्थिक सहयोग मिल सके

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से 22 वर्षीय प्रिंशु पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इन्हें ये मेरी भी है माटी कार्यक्रम अच्छा लगा। लोग ये कार्यक्रम पसंद कर रहे है। लोगों को अनेक जानकारी मिल रही है ,उनकी मदद हो रही है

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से प्रिंशु पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इन्हें घर में सोलर प्लेट में लगवाना है। इसके लिए आर्थिक सहयोग चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला के हरैया सतगढ़वा प्रखंड से दिव्या मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि जितना धन संपत्ति में पुरुष का अधिकार होता है उतना ही अधिकार महिलाओं का भी होना चाहिए। पुरुषों के साथ महिलाएं भी कार्यभार संभालती है। इसलिए उनका भी अधिकार धन संपत्ति में होना चाहिए। इससे महिलाएँ आगे चल कर हर कार्य आसानी से कर सकती है

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला के हरैया सतगढ़वा प्रखंड से दिव्या मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि इनका बताशा का दूकान है। अगर पैसे मिल जाते तो कारोबार को आगे बढ़ाती

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से मोबाइल वाणी के माध्यम से मोहिनी कसोधन कहती हैं कि धन संपत्ति में पुरुष के साथ साथ बहन बेटियों को भी हिस्सा मिलना चाहिए। जिससे आने वाले समय में महिलायें अपने कार्यभार को अच्छी तरह से संभाल सके।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला के हरैया सतगढ़वा प्रखंड से मोहिनी कसौधन मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि इनका साइकिल का छोटा दूकान है। अगर पैसे का सहयोग मिलेगा तो कारोबार को आगे बढाएंगी

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से सविता शर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि महिलाओं के नाम जमीन होना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला के हरैया सतगढ़वा से सिमरन मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि माना की सौतेली माँ के धन संपत्ति भले ही रहे लेकिन इसमें सौतेले पुत्र का हक़ नहीं है ,.कानूनी रूप से सौतेला पुत्र बेटा नहीं माना जाता है। अगर सौतेली माँ अपने सौतेले बेटे को वसीहत हिस्सा दें अपने मन से तब ही उसका अधिकार बन सकता है।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से रमेश मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि महिलाओं को भी पुरुषों के बराबर ही सम्मान और अधिकार मिलना चाहिए