"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू गेहूं के फसल बुवाई करने का सही समय और किस्मों की जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
बिहार राज्य के जिला नवादा से तारा कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सुषमा कुमारी से हुई। सुषमा कुमारी यह बताना चाहती है कि वह अपनी जमीन अपनी आवाज़ कार्यक्रम को सुनी और अपने पिता जी को भी सुनाई। इस कार्यक्रम को सुनकर उनके पिता प्रभावित हुए और अपनी तीनो बेटियों को जमीन में हिस्सा दे दिए है। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है। वह सशक्त महसूस कर रही है। वह अपनी भविष्य को लेकर सुरक्षित महसूस कर रही है। अधिकार मिलने से उनके पास स्थाई संपत्ति हो गई है। उनके घर में अगर कोई समस्या आएगी तो उनके पास जमीन होगी जिससे वह अपनी जीवन अच्छे से चला सकेगी। उनको पति के संपत्ति में भी हिस्सा मिला है।
बिहार राज्य के नवादा जिला के नारदीगंज प्रखंड से तारा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से किरण कुमारी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान किरण ने बताया कि उन्होंने मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्यक्रम अपनी जमीन अपनी आवाज़ कार्यक्रम सुना और अपने पिता को भी सुनाया। साथ ही इस कार्यक्रम से प्रेरित हो कर उन्होंने अपने पिता के पास संपत्ति में अपने अधिकार की मांग रखी। जिसके बाद पिता ने सभी को बेटियों को संपत्ति में बराबर का हिस्सा दे दिया है। संपत्ति में अधिकार मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति में मजबूती आयी है और वे खुद को सशक्त महसूस कर रही हैं
बिहार राज्य के नवादा जिला से नारदीगंज प्रखंड से तारा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शीला कुमारी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान शीला ने बताया कि उन्होंने मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्यक्रम अपनी जमीन अपनी आवाज़ कार्यक्रम सुना और पिता को भी सुनाया। साथ ही इस कार्यक्रम प्रेरित हो कर उन्होंने अपने पिता के पास संपत्ति में अपने अधिकार की मांग रखी। जिसके बाद पिता ने सभी को बेटियों को संपत्ति में बराबर का हिस्सा दे दिया है। संपत्ति में अधिकार मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति में मजबूती आयी है और वे खुद को सशक्त महसूस कर रही हैं
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा फूलगोभी और पत्ता गोभी में लगने वाले माहू कीट के बारे में जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .
माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सविता देवी से हुई। सविता देवी यह बताना चाहती है कि वह मोबाइल वाणी के द्वारा चलाई जा रही कार्यक्रम अपनी जमीन अपनी आवाज़ को सुनी और अपने पिता जी को भी सुनाई जिसके बाद उनके पिता इस कार्यक्रम से प्रभावित होकर अपने दोनों बेटियों को जमीन में बराबरी का हिस्सा दिए है। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। वह सशक्त महसूस कर रही है। उनको लगता है कि जो लोग इस कार्यक्रम को सुन रहे है वह भी प्रभावित होकर जमीन में अपने बेटियों हिस्सा देंगे।
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से बेबी कुमारी से हुई। बेबी कहती है कि इन्होने मोबाइल वाणी में 'अपनी जमीन अपनी आवाज़' कार्यक्रम सुना और अपने माता पिता को भी सुनाया । जिसके बाद कार्यक्रम से प्रभावित हो कर पिताजी ने इन्हे और इनके भाई बहन को जमीन में बराबर का हिस्सा दे दिया है। जिससे इनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है। अब ये खुद को सशक्त और भविष्य को लेकर सुरक्षित महसूस कर रही है।अधिकार मिलने से इनके पास एक स्थाई संपत्ति हो गयी है ,इससे वो परिवार का ख्याल अच्छे से रख सकती है।
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज प्रखंड से संगीता कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मिंटी कुमारी से हुई। मिंटी कहती है कि ये तीन बहन और एक भाई है और इनके पिताजी ने जमीन में बराबर का अधिकार दिए है। नवादा मोबाइल वाणी का कार्यक्रम से प्रभावित हो कर आगे अपने बच्चों को बराबर का अधिकार देंगे।
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से पूनम कुमारी से हुई। पूनम कहती है कि ये अक्सर मोबाइल वाणी के माध्यम से जमीन के बारे में सुनते आ रही है और इन्होने कार्यक्रम के बारे में माता पिता को भी जानकारी दी । ये एक बहन और तीन भाई है। कार्यक्रम से जागरूक हो कर माता पिता ने तीनों भाई बहन को जमीन में बराबर का दिया है। इससे पूनम सशक्त महसूस कर रही है। आने वाले समय में ये भी अपने बच्चों में संपत्ति का बराबर बंटवारा करेंगी।