आपलोग हमें बताएं कि केवल परीक्षा में लाये हुए अच्छे नंबर ही एक अच्छा और सच्चा इंसान बनने का माप दंड कैसे हो सकता है? अक्सर देखा जाता है कि माता पिता अपने बच्चों के तुलना दूसरे बच्चों से करते है. क्या यह तुलना सही मायने में बच्चे को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करती है या उनके मन में नकारात्मक सोच का बीज बो देती है ? आपको क्या लगता है? इस पर आप अपनी राय, प्रतिक्रिया जरूर रिकॉर्ड करें। और हां साथियों अगर आज के विषय से जुड़ा आपके मन में किसी तरह का सवाल है तो अपने सवाल रिकॉर्ड करें अपने फ़ोन नंबर 3 दबाकर। हम आपके सवालों का जवाब ढूंढ कर लाने की पूरी कोशिश करेंगे।

राजू कुमार, उम्र 21 वर्ष, पिन कोड 805109

शोभा कुमारी,उम्र 24,पिन कोड संख्या 805123

नाम - सरिता कुमारी ,उम्र 32 वर्ष ,पिन कोड 805109

नाम रहीश कुमार । उम्र 20 वर्ष।

पवन कुमार, उम्र 40 वर्ष, पिन कोड 805109

गौतम कुमार, उम्र 17 वर्ष, 805109

नाम -आरती कुमारी , उम्र - 21 , पिन कोड - 805109

नाम - मुस्कान कुमारी ,उम्र -20 वर्ष ,पिन कोड -805109

नाम- रितेश कुमार , उम्र - 30 , पिन कोड - 805109