बिहार राज्य के नवादा ज़िला से बिंदु देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से समीर कुमार से हुई। ये कहते है कि महिलाओं का अधिकार पाना एक मौलिक अधिकार है। महिलाओं को सभी अधिकार मिलना चाहिए
दोस्तों, भारत में विविधता की कोई कमी नहीं है। यहाँ के विभिन्न राज्य, जिलों और गांवों में भिन्न-भिन्न सांस्कृतिक, भाषाई और भौगोलिक विशेषताएं हैं। ये भिन्नताएं जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करती हैं और विशेष रूप से महिलाओं की स्थिति को भी प्रभावित करती हैं।भारत के विभिन्न हिस्सों में शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता में भारी अंतर है। शहरी और विकसित क्षेत्रों में जहां स्कूलों और शिक्षा संस्थानों की संख्या अधिक है और सुविधाएं बेहतर हैं, वहीं ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में स्कूलों की कमी और सुविधाओं की अनुपलब्धता के कारण शिक्षा प्राप्ति में असमानताएं देखने को मिलती हैं। दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- भारत के अलग-अलग हिस्सों में कई तरह की असमानताएं है, जिसमे खेती किसानी भी एक है। यहाँ आपको किस तरह की असमानताएं नज़र आती है। *----- महिलाओं को कृषि और अन्य ग्रामीण उद्यमों में कैसे शामिल किया जा सकता है?
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बिहार राज्य के नवादा जिला के पकरीबरावां प्रखंड से संगीता कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जीतेन्द्र कुमार से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि महिलाओं को बचपन से ही उनके अधिकारों के बारे में नहीं बताया जाता है। जिस कारण महिलाएं आज भी पिछड़ी हुई हैं। महिलाओं को पुरुष के समान अधिकार मिला चाहिए। क्योकि आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुष की बराबरी कर रही है।
बिहार राज्य के नवादा जिला के पकरीबरावां प्रखंड से संगीता कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जीतेन्द्र कुमार से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि बेटी को भी पिता की पैतृक संपत्ति में बेटे के समान अधिकार होने चाहिए। जिससे महिलाएं अपना घर परिवार सही तरीके से चला सकती हैं और अपने भविष्य का विकास कर सकती हैं। साथ ही अपने बच्चों का भविष्य उज्जवल बना सकती हैं
माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के पकरिब्रमा प्रखंड से संगीता कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मनोरमा कुमारी से हुई। ये कहती है कि महिलाओं की सुरक्षा और देखभाल महिला ही करती है। अगर लड़की बाहर जाती है तो माँ को डर रहता है वही अगर लड़का बाहर निकले तो उसको लेकर कोई फ़िक्र नहीं रहता है। ऐसा भेदभाव क्यों होता है। आज के समय में लड़कियाँ सड़क में अकेले निकलने से डरती है
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज प्रखंड के कोशला ग्राम से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से पुष्पा रानी से हुई। ये कहती है कि महिलाओं को सड़क में सुरक्षा का अधिकार है ।अगर महिला मुखिया बन रही है तो उन्हें कार्य करने का अधिकार क्यों नहीं दिया जाता है। मुखिया तो पत्नी बन जाती है पर कार्य पति द्वारा ही किया जाता है। महिला अभी भी स्वतंत्र नहीं है। सड़क पर आज़ादी से महिला ,लड़की नहीं चल सकती है। पुरुषों को जितना अधिकार दिया जा रहा है ,वो महिला को भी देना चाहिए
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज प्रखंड के कोशला ग्राम से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से उत्तम कुमार से हुई। ये कहते है कि पितृसत्तात्मक व्यवस्था अनुसार पुरुषों को ही जमीन मिलना चाहिए। नौकरी के लिए पुरुषों के शहर में प्रवास के बाद खेती कार्य में महिलाओं का योगदान बढ़ा लेकिन तब भी महिलाओं को जमीन का अधिकार नहीं मिलता है। महिलाओं को पैतृक संपत्ति में अधिकार छोड़ देने का दबाव बनाया जाता है
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज प्रखंड के कोशला ग्राम से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से उत्तम कुमार से हुई। ये कहते है कि महिला कोई भी धर्म या जाति की हो ,वो भारत की नागरिक है। महिलाओं को सामान हक़ प्राप्त करने का संवैधानिक अधिकार है। पिता की संपत्ति में बेटा की तरह बेटी का भी अधिकार है। अगर बेटी को अधिकार नहीं मिलता है तो वो कानूनी तौर से अपना हक़ ले सकती है