सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
नमस्कार/ आदाब श्रोताओं, मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो महिला एवं बाल विकास पटना,द्वारा निकाली गई आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के 55 पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से 10वीं कक्षा या समकक्ष योग्यता होना आवश्यक है।इसके साथ ही उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष रखी गयी है,आयु में छूट मानदंडों के अनुसार दिया जाएगा। इन पदों पर वेतनमान 25,000 रुपया प्रतिमाह दिया जाएगा।अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://patna.nic.in/ .उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर होगा।याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 05-10-2024 है।तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी, तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक का बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बाँट सकते हैं। धन्यवाद !
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मोहम्मद आतिफ अली से हुई। आतिफ अली के अनुसार जिस तरह से पुरुषों को अधिकार मिलता है उसी प्रकार महिला को भी अधिकार मिलना जरूरी है। महिला को सभी तरह का अधिकार मिलना चाहिए। महिला असुरक्षित महसूस करने पर 112 नंबर पर कॉल भी कर सकती है।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से धर्मेंद्र चौहान से हुई। धर्मेंद्र चौहान के अनुसार महिलाओं को शिक्षित होना बहुत जरूरी है। अगर एक महिला शिक्षित होती है तो एक परिवार शिक्षित होता है, और अगर समाज शिक्षित होता है तो पूरा राष्ट्र शिक्षित होता है। बच्चों की प्रथम पाठशाला माता - पिता ही होती है। माँ ही अपने बच्चों का अच्छे से ख्याल रख सकती है।
बिहार राज्य के जिला नवादा से बिंदु देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नवल किशोर प्रसाद से हुई। नवल किशोर प्रसाद यह बताना चाहते है कि महिला शिक्षित होकर कोई रोजगार कर सकती है। महिलाओं को शिक्षित होना बहुत जरूरी है। वह शिक्षित होकर अपने परिवार को भी शिक्षित कर सकती है। सुखी परिवार के लिए महिला को पढ़ना जरूरी है।
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री साहू कुल्थी दाल खेती के बारे में जानकारी दे रहें हैं। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
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बिहार राज्य के नवादा जिला से बिंदु देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से विजय से बातचीत किया। बातचीत के दौरान विजय ने बताया कि आज के समय में महिलाओं के पास रोजगार है ही नहीं। महिलाएं थोड़ा बहुत खेती करती भी है तब भी महिलाएं घर में प्रताड़ित होती हैं। इसका सबसे मुख्य कारण है महिलाएं शिक्षित नहीं है और महिलाओं के पास भूमि का अधिकार नहीं है। महिलाएं शिक्षित होंगी और उन्हें ससुराल में भूमि का अधिकार मिलेगा तो महिलाओं की स्थिति में काफी सुधार आएगा
बिहार राज्य के नवादा जिला से बिंदु देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से मोहन से बातचीत किया। बातचीत के दौरान मोहन ने बताया कि महिलाओं के शोषण के खिलाफ सरकार ने कानून तो बनाया है लेकिन अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं अभी भी शोषित हो रही है। इसका कारण यह है कि महिलाओं को भूमि का अधिकार नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को सरुराल में संपत्ति का अधिकार दिया जाना चाहिए।