"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा पशुओं में होने वाले थनैला रोग के कारण ,लक्षण व उपचार सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।
झारखण्ड राज्य के जिला सिमडेगा से शुभम कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से सनई के फूल की सब्जी के बारे में बताना चाहते है । झारखंड में सनई के फूल की सब्जी बहुत प्रचलित हैं । सनई के फूल बनाने के लिए पहले कढ़ाई को गर्म करें । तीन गिलास पानी डालें , एक चम्मच हल्दी पाउडर डालें , पाँच सौ ग्राम सनई के फूल डालें और फूलों को मिलाने के बाद दो मिनट तक पकाएं और उसे किसी बर्तन में फूल से पानी को अलग कर के रख लें । फिर गैस ऑन करके कढ़ाई को गर्म करें और उसमें दो बड़े चम्मच सरसों का तेल डालें , तेल गर्म होने के बाद , एक बड़ा चम्मच कलौंजी , एक बड़ा चम्मच राई , एक बड़ा चम्मच जीरा , एक बड़ा चम्मच मेथी के बीज डालें । हींग एक चम्मच , लहसुन की आठ कलियाँ छील कर डालें , अदरक का एक टुकड़ा , एक हरी मिर्च काटकर उसमें डालें , फिर उसे अच्छी तरह भूनें , फिर उसमें प्याज के टुकड़े डालें और अच्छी तरह से भून लें , फिर मसाले डालें जैसे- आधा चम्मच हल्दी पाउडर , आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर , दो टमाटर के टुकड़े डालें और अच्छी तरह से भूनें , फिर आधा चम्मच नमक डालें और अच्छी तरह भूनने के बाद आधा चम्मच गरम मसाला डालें । उसके बाद कढ़ाई में सनई के फूल डाले और उसे मसाले के साथ अच्छे से मिला कर हलकी आंच में पका ले। 15 मिनट तक पकाने के बाद सनई की फूल की सब्जी बनकर तैयार हो जाएगी।
टीबी बीमारी को क्षयरोग के नाम से भी जाना जाता है. हर वर्ष 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस के रूप में मनाया जाता है। टीबी एक गंभीर बीमारी है जिसे लेकर आज भी लोगों के बीच कई सारी अफवाह फैली हुई हैं।विश्व स्वास्थ्य संगठन इस दिन दुनिया भर में तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित करता है ताकि लोग इसके प्रति जागरूक हो। हर साल विश्व क्षयरोग दिवस एक निर्धारित थीम के तहत मनाया जाता है। अभी 2024 की थीम यस! वी कैन एंड टीबी! इस थीम का उद्देश्य है टीबी उपचार के प्रति जागरूकता बढ़ाना। मरीज़ों और उनके परिवारों को प्रेरणा देना की टीबी का जड़ से उपचार संभव है और वह हार न मानें। टीबी का खात्मा हम सब मिलकर कर सकते हैं। इसलिए हमें इससे बचने के लिए विभिन्न उपाय करने चाहिए जैसे टीकाकरण संतुलित आहार लेना और एक्टिव लाइफस्टाइल को शामिल करना चाहिए ।खांसते और छींकते समय चेहरे को साफ नैपकिन या रुमाल से कवर करना और इस्तेमाल के बाद इन चीजों को कूड़े में डाल देने की आदत अपनाने चाहिए ।तो दोस्तों हमें अपनों और खुद का ख्याल रखना है और टीबी से बचाव के उपाय को अपनाना है तभी तो हम टीबी को हराएंगे और देश को जिताएंगे।
सिमडेगा में भाजपा जिला कार्यालय में भाजपा कार्य समिति की बैठक का होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया
सिमडेगा के नीचे बाजार में शिव चर्चा हुआ तथा शिव चर्चा के बाद होली खेला गया
बानो प्रखंड मुख्यालय स्थित बाल विकास विद्यालय परिसर में बच्चों के बीच खेलकूद प्रतियोगिता हुई प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को प्रधानाध्यापक द्वारा पुरस्कृत किया गया
सिमडेगा उपायुक्त अजय कुमार सिंह ने ठेठईटांगर प्रखंड कार्यालय में लोकसभा चुनाव को लेकर बीडीओ व बीएलओ सुपरवाइजर के साथ बैठक की बैठक में उपायुक्त ने लोकसभा आम चुनाव 2024 को शांतिपूर्वक व निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने पर चर्चा की
बानो में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा प्रखंड के बिरनी बेड़ा बानो हुरदा का दौरा कर पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए
सिमडेगा में सरकार द्वारा शिक्षा स्तर को सुधारने के लिए सीएम स्कूल आफ एक्सीलेंस सिमडेगा में सीबीएसई पैटर्न पर निजी स्कूलों की दर्ज पर बच्चों को शिक्षा देने की शुरुआत की गई है