कोई भी राजनीतिक दल हो उसके प्रमुख लोगों को जेल में डाल देने से समान अवसर कैसे हो गये, या फिर चुनाव के समय किसी भी दल के बैंक खातों को फ्रीज कर देने के बाद कैसी समानता? आसान शब्दों में कहें तो यह अधिनायकवाद है, जहां शासन और सत्ता का हर अंग और कर्तव्य केवल एक व्यक्ति, एक दल, एक विचारधारा, तक सीमित हो जाता है। और उसका समर्थन करने वालों को केवल सत्ता ही सर्वोपरी लगती है। इसको लागू करने वाला दल देश, देशभक्ति के नाम पर सबको एक ही डंडे से हांकता है, और मानता है कि जो वह कर रहा है सही है।

झारखण्ड राज्य के जिला सिमडेगा से शुभम कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से बेंग साग की शरबत बनाने के बारे में बताना चाहते है , इसलिए इसे बनाने के लिए हमें एक कटोरी बेंग साग और फिर दो गिलास मिश्री लेनी होगी ।बेंग साग से जड़ों को अलग कर लें ,साग को पानी में भिगो दे। थोड़ी देर बाद साग को धो लें। सिलोट या मिक्सी में बेंग साग को अच्छी जरूरत के अनुसार पानी डाल कर पीस लें। पीसे हुए पेस्ट को एक बर्तन में रख लें। एक बर्तन मे दो गिलास में पानी डाल लें। इसमें बेंग साग का पीसा हुआ पेस्ट डाल दें। चम्मच की शाहयता से पेस्ट को पानी में घोल लें , स्वाद के अनुसार मिश्री और हल्का नमक डालें। उसे अच्छी तरह चम्मच से चला लें। इस घोल को छान लें। और इस तरह बेंग साग का शरबत तैयार हो जायेगा।

झारखण्ड राज्य के जिला सिमडेगा से शुभम कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से कटाई साग का माड़ झोर बनाने की विधि बताना चाहते है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले देहाती चावल , कटाई का सूखा साग , प्याज , लहसुन , टमाटर , मिर्च , नमक , तेल , हल्दी , ले लें। चावल को पका कर माड़ एक बर्तन में रख लें। प्याज़ , टमाटर , मिर्च को काट लें , लहसुन को हल्का कूट लें। चूल्हे पर मध्यम आंच पर कढ़ाई चढ़ा लें। कढ़ाई के गर्म होने पर तेल डालें , तेल के गर्म होने पर प्याज , लहसुन , मिर्च डाल कर करछुल से चला लें , फिर इसमें थोड़ी हल्दी डाल दें , प्याज , लहसुन के हल्का लाल होने पर टमाटर डाल कर पकने दे , टमाटर के पकने के बाद ,माड़ डाल कर उबाल आने दें। उबाल आने पर स्वाद के अनुसार नमक डाल दें , अब माड़ में सूखा हुआ कटाई साग धीरे धीरे डाल कर करछुल से चला लें , थोड़ी देर बाद साग के पकने के बाद गैस बंद कर दें। और इस तरह कटाई साग का माड़ झोर बनकर तैयार हो जायेगा।

झारखण्ड राज्य के जिला सिमडेगा से शुभम कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से कोनार फूल की कली से नुस्खा बताना चाहता हूँ । प्याज , मिर्च , टमाटर , हल्दी , लहसुन , नमक , तेल एकत्र करें और एक चम्मच से कोनार के फूल और कली को तने से अलग करें । उस कोनार के फूल को अच्छे तरह से धो लें फिर प्याज , मिर्च , टमाटर काटें , लहसुन को हल्का कूट लें फिर , गैस स्टोव चालू करें , कोनार के फूल को कड़ाही में डालें, पानी डालें और कोनार के फूल को पकाएं । इसे पकने दें , ढक्कन से ढक दें , पंद्रह मिनट के बाद ढक्कन खोलें और चम्मच से फूल को दबाएं ताकि यह देखा जा सके कि फूल दबा रहा है या नहीं ।यदि फूल दब रहा है तो मतलब वह पक गया है। फिर गैस बंद कर दें । कोनार के फूल को दो से तीन बार ठंडे पानी से धोएँ । अपने हाथ से कोनार के फूल को दबाकर उसमे से पानी निकाल दें । कोनार के फूल को अपने हाथ से मैश कर लें । कड़ाही के गर्म होने पर उसे गैस के चूल्हे पर रख दें । तेल गर्म करें , प्याज , लहसुन , हरी मिर्च डालें और भूनें । टमाटर पकने के बाद , कोनार फूल डालें , स्वाद के लिए नमक डालें , कोनार फूल को अच्छी तरह से भूनें और कोनार फूल तैयार हो जाएगा ।

झारखण्ड राज्य के जिला सिमडेगा से शुभम कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से डुंबू की रेसिपी बनाने के बारे में बताना चाहते है। इसे बनाने के लिए एक कटोरी चावल का आटा लें , कढ़ाई में दो गिलास पानी डालें और उस पानी को उबलने दें उसके बाद एक चम्मच सरसों तेल डालें , एक चम्मच नमक , एक चम्मच चीनी , उसके बाद उसमे थोड़ा थोड़ा करके चावल का आटा डालेंगे और उसे अच्छे से मिलाते जायेंगे , गैस कम करके मिलाते जाये , उसके बाद गैस को बंद करके आटा को ठंडा होने देंगे , उसके बाद उस आटा को कढ़ाई से निकाल कर अलग बर्तन में रख देंगे , उसके बाद हाथ में थोड़े से तेल लेकर , उस आटा को मिलाएंगे , किसी बर्तन में उस आटा को छोटे छोटे लोई बनाकर रख देंगे और फिर उसे किसी बर्तन में हल्का पानी लेकर स्टीमिंग करेंगे , स्टीमिंग करने के बाद गैस बंद करके ठंडा कर लेंगे , उसके बाद कढ़ाई गर्म करके एक चम्मच सरसों तेल डालेंगे , चार हरी मिर्च , थोड़ा कढ़ी पत्ता डालेंगे फिर बनाये गए आटा का लोई डालेंगे और उसे भूनेंगे उसे थोड़ा देर पकाने के बाद डुंबू बनकर तैयार हो जाएगा।

दोस्तों, हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे।अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार चुटकुला, तो रिकॉर्ड करें मोबाइल वाणी पर, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

ऐसे मनाना होली का त्यौहार, पिचकारी से बरसे सिर्फ प्यार, यह मौका अपनों को गले लगाने का, तो गुलाल और रंग लेकर हो जाओ तैयार।होली के दिन हर जगह जश्न का माहौल होता है,भारत में होली बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है कई राज्यों में वसंत ऋतु के आगमन होते ही होली के त्यौहार की शुरुआत हो जाती हैं।होली के दिन लोग एक दूसरे के घर जाकर रंग व गुलाल लगाते हैं,घरों में तरह तरह के पकवान बनाते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं।तो आइये दोस्तों हम भी मनाये बिना पानी के गुलाल और रंगो वाली सुखी और स्वस्थ होली। मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से होली के शुभ अवसर पर आप सभी को ढेरो बधाइयां।

सिमडेगा के गुलजार गली में बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है होलिका दहन कई तरह के पकवानों के साथ या होलिका दहन मनाया जा रहा है

सिमडेगा में धूमधाम के साथ मनाया गया खजूर पर्व।

राजस्थान में सफाई कर्मचारी के 24797 पदों पर आवेदन की अंतिम तिथि 24 मार्च 2024 निर्धारित है। ऐसे में जिन उम्मीदवारों ने अभी तक आवेदन नहीं किया है वे बिना देरी करते हुए तुरंत ही ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। आज के बाद एप्लीकेशन विंडो क्लोज कर दी जाएगी। योग्यता की जानकारी के लिए इस पेज को पूरा पढ़ सकते हैं।