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सोनपुर मेला में विज्ञान एवं प्रद्योगिक विभाग के लगायी गयी प्रदर्शनी का विभागीय मंत्री सुमित कुमार सिंह ने फीता काटकर किया उद्घाटन सोनपुर। विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला मे शुक्रवार को सूबे के विज्ञान एवं प्रद्योगिकी सह सारण जिला प्रभारी सुमित कुमार सिंह ने कहा कि बिहार विकास की और बढ़ रहा है। बिहार में इंजीनियरिंग की पढ़ाई मात्र 10 रुपए में और पोलटेक्निक कि पढ़ाई मात्र 5 रुपये में होता है। हिंदुस्तान क्या पूरे विश्व में सस्ता तकनीकी की पढ़ाई नहीं होता होगा। मंत्री सुमित कुमार सिंह ने 32 दिनों तक सरकारी स्तर पर लगने वाली सोनपुर मेले के उद्घाटन के 16 दिनों के बाद सोनपुर मेला में विज्ञान एवं प्रद्योगिक विभाग के लगायी गयी प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया। मंत्री ने लगायी गयी प्रदर्शनी को बारीकी से अवलोकन करते हुए मंत्री ने सोनपुर मेला के बारे में बताया पहले के सोनपुर मेला ओर आज के सोनपुर मेला में बहुत अंतर हो गया है। मौके पर विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

सारण मोबाइल वाणी से अजय कुमार कि रिपोर्ट। मोबाइल वाणी से रणंजय कुमार जी मोबाइल वाणी से खास बातचीत।। अधिक जानकारी हेतु क्लिक करें या डाउनलोड।

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दिघवारा प्रखंड से अजय कुमार कि रिपोर्ट। विकसित समाज के निर्माण में बाधक है बढ़ती जनसंख्या परिवार नियोजन कार्यक्रम के प्रति जागरूक के उद्देश्य से छपरा के गर्ल्स हाई स्कूल में टॉपिक शो प्रोग्राम का आयोजन किया गया।।

जी हाँ साथियों, शिक्षा का मानव जीवन में एक अलग महत्व है. शिक्षा ही एक मात्र ऐसा हथियार है जो न सिर्फ एक व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है बल्कि समाज को एक सही रास्ता भी दिखाता है। शिक्षा से समाज में फैले अंधकार को मिटाया जा सकता है। शिक्षा हर वर्ग के लोगों के लिए जरूरी है. हरेक वर्ग को शिक्षा के महत्व को समझाने के उद्देश्य से विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है।दुनिया भर में साक्षरता दर को बढ़ावा देने के उदेश्य से और सभी को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए यूनेस्को ने 7 नवंबर 1965 में इस दिन को मनाने का पहल किया। इसके बाद 8 सितंबर 1966 को पहली बार विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया और तब से लेकर हर वर्ष 8 सितंबर को साक्षरता दिवस मनाया जाता है. तो साथियों, आइये हम सब मिलकर शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रण लें और इस पहल में अपना योगदान दें। आप सभी श्रोताओं को समस्त मोबाइल वाणी परिवार की ओर से विश्व साक्षरता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

सरकार द्वारा लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीट आरक्षित करने और गांवों में पीएम आवास योजना के तहत 70 प्रतिशत से ज्यादा मकान महिलाओं को देने से देश में महिलाओं की गरिमा बढ़ी तो है। हालांकि, इन सबके बावजूद कुछ ऐसे कारण हैं जो महिलाओं को जॉब मार्केट में आने से रोक रहे हैं। भारत में महिलाओं के लिए काम करना मुश्किल समझा जाता है. महिलाएं अगर जॉब मार्केट में नहीं हैं, तो उसकी कई सारी वजहें हैं, जिनमें वर्कप्लेस पर काम के लिए अच्छा माहौल न मिल पाना भी शामिल है . दोस्तों, हर समस्या का समाधान होता है आप हमें बताइए कि *----- नौकरी की तलाश में महिलाओं को किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। *----- आपके अनुसार महिलाओं के नौकरी से दूर होने के प्रमुख कारण क्या हैं? *----- महिलाओं को नौकरी में बने रहने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?

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