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पोठिया प्रखंड में विद्यालय में वर्गवार आठ रूम की आवश्यकता है।विद्यालय में प्रधान शिक्षक अनुप कुमार सिंह सहित मात्र पांच शिक्षक शिक्षिकाएं कार्यरत हैं।जबकि नियमानुसार कम से कम दस शिक्षक शिक्षिकाओं की संख्या होनी चाहिए। प्रधान शिक्षक ने बताया की विद्यालय में प्रतिदिन 70 से 80 फीसदी बच्चों की उपस्थिति होती और उपस्थित इन तमाम बच्चों को एक क्लास रूम में दो-दो वर्ग के छात्र- छात्राओं को बैठाए जाने बाद जो बच्चें शेष रह जाते हैं। उन्हीं बच्चों को विद्यालय के फर्श पर तथा इसके नीचे बैठकर पठन-पाठन करना पड़ता हैं। इसी प्रकार बच्चों की उपस्थिति के अनुरूप डेस्क बैंच का भी अभाव है। इतना ही नहीं यहां बच्चों के अनुपात में शौचालय का भी अभाव है।

आज दिनांक 14 अक्टूबर 2023 को मेंट्रेन्स एवं ट्री कटिंग के कारण बहादुरगंज ग्रामीण एवं दिघलबैंक के कई फीडरों में सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिजली बाधित रहेगी।

किशनगंज शहर का मुख्य बाजार नेमचंद रोड, भगत टोली रोड, डेमार्केट सहित अन्य सड़क जर्जर होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लोगों की मांग है जल्द से जल्द इन सड़कों का मरम्मती करण हो।

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किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखंड में अभियान के तहत आज सशस्त्र सीमा बल एसएसबी की ओर से दीघलबैंक प्रखंड क्षेत्र में अमृत कलश यात्रा निकाली गयी।एस एस बी के जवानों ने घर-घर से पवित्र मिट्टी एकत्र की जिसका उपयोग अमृत वाटिका में किया जायेगा।

किशनगंज जिले के शतरंज संघ के तत्वावधान में स्थानीय हलीम चौक स्थित सेंट जेवियर्स इंग्लिश मीडियम स्कूल में एक निशुल्क शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के करीब 500 छात्र- छात्राओं ने भाग लिया।

किशनगंज शहर में लो वोल्टेज की समस्या इन दिनों बढ़ गयी है। कई कॉलोनियों में ओवरलोड की समस्या के कारण लो वोल्टेज की दिक्कत है। पहले की तुलना में कुछ कॉलोनियों में लोड बढ़ा है।

दिघलबैंक गंधर्वडांगा थाना क्षेत्र के बांसबाड़ी चौक पर एक मिठाई दुकान में अचानक से आग लगने के कारण दुकान का सारा सामान जलकर राख हो गया। घटना रात करीब साढ़े ग्यारह बजे की करीब की बताई जा रही है।

किशनगंज सदर अस्पताल में वर्तमान समय में बेहतर इलाज के संसाधन व,सुविधा तो बढ़ा है,पर इलाज के लिए विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी की वजह से मरीज को गंभीर मामले में दूसरे जिला व अन्य निजी संस्थान में इलाज कराने के लिए जाना पड़ता है। राज्य सरकार मिशन 60 डेज के तहत सदर अस्पताल का आधारभूत संरचना को चमका दिया है।लेकिन करीब 25 लाख आबादी वाले किशनगंज जिले के सदर अस्पताल में जहां 34 चिकित्सक का पद स्वीकृत है वही मात्र 12 चिकित्सक द्वारा ओपीडी से लेकर आईपीडी तक स्वास्थ्य सेवा दिया जा रहा है।