ओडिसा राज्य के केंदूझर से हमारे श्रोता गीतांजलि लोहार मो उपवन मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है..बीमारी के समय शिशु के खाने की देखरेख वाला वाणी बहुत पसंद आया है। अगर सभी माँ शिशु के बीमारी के वक़्त थोड़ा थोड़ा करके खठे मीठे खाना खिलायीं और शिशु को अपना पूर्व हालत में लेन के लिए एक और बार ज्यादा खाना खिलाना होगा।

ଓଡିଶା ରାଜ୍ୟ ର କେନ୍ଦୁଝର ଜିଲ୍ଲା ର ଗୋଟିଏ ଛୋଟ ଗାଁ ମନୋହରପୁର ରୁ ଆମ ଶ୍ରୋତା ମୋ ଉପବନ ବାଣୀ ମାଧ୍ୟମ ରେ କହୁଛନ୍ତି ସେ ଏହି ବାଣୀର ନିୟମିତ ଶ୍ରୋତା ଗତ ସପ୍ତାହ ରେ ପ୍ରଶୀରିତ 6 ରୁ 12 ଶିଶୁ ର ଖାଦ୍ୟ ତାଲିକା କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମ ବହୁତ ଭଲ ଲାଗିଲା ,ଯଦି ସବୁ ମାନେ ସବୁ ପ୍ରକାର ଖାଦ୍ୟ ଦିନକୁ 4/5 ଥର ଦେବା ସହିତ ଋତୁ ଅନୁସାରେ ଫଳମୂଳ ଖାଇବାକୁ ଦିଅନ୍ତି ଏବଂ ସପ୍ତାହ କୁ 4/5 ଥର ଆମିଷ ଦିଅନ୍ତି ପିଲା ନିରୋଗ ରହିବେ ..ଏହିପରି ବାର୍ତ୍ତା ପାଇଁ ମୋ ଉପବନ ବାଣୀ କୁ ଧନ୍ୟବାଦ .

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता देवस्मिता राणा मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..वह हर रविबार को मो उपवन वाणी सुनते हे ,उन्हें इस बार यह जानकारी मिली की ९ ममाह से लेकर १२ माह तक के बच्चे के खाने में पोषण होना बहुत जरुरी है ,बढ़ते बच्चों की खाने ,में परिवर्तन होना जरुरी है। ताकि उसे बच्चे की शारीरिक और मानशिक विकाश सही तरहा से हो पाए.

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता चंद्रमणि महंत मो उपवन वाणी के माध्यम से कहते हे ,वह हर रविबार को सारे कार्यक्रम को नियमित सुनते है , गर्भवती माँ और बच्चे खयाल रखने वाला कार्यक्रम उन्हें बेहद पसंद आया ,अपने वागीचे में हम लोग खुद फसल लगा कर उसका लाभ उठा सकते है ,दूध के लिए गाय रख सकते हैं ,अगर गर्भवती माँ को सही समय पर पोषण युक्त खाना मिलेगा तो एक स्वस्थ शिशु जन्म होगा।

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ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता तिलोत्तमा महंत मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..वह एक १००० दिन की माँ हैं,वह हुमो उपवन बानी के सारे कार्यक्रम सुन चुके हैं,,१००० दिन क्या हैं यह उन्हें कार्यक्रम से पता चला। .१००० दिन का अहमियत के बारे में उन्हें कार्यक्रम से पता चला..गर्भाबस्था से लेकर बच्चे की २ शाल तक हो जाने तक के वक़्त को १००० दिन की माँ कहते हैं..यह १००० दिन माँ और बच्चे का ख्याल रखना बेहत जरुरी है..

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता मधुश्मिता साहू मो उपवन वाणी के माध्यम से कहते हे उनका एक २ साल उम्र का बेटा है,पुई फसल कार्यक्रम सुनकर अच्छा लगा ,में पहले पुई नहीं कहती थी,लकिन जब से सुना हे की इश्मे भरपूर मात्रा में पोषण है में अबइसे ख़ाति हूँ ,अपने बेटे को भी खिलाती हूँ..आगे भी इसी तरह का कार्यक्रम मो उपवन वाणी में आना चाहिए। धन्यवाद।