ओडिसा राज्य के केंदूझर से हमारे श्रोता गीतांजलि लोहार मो उपवन मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है..बीमारी के समय शिशु के खाने की देखरेख वाला वाणी बहुत पसंद आया है। अगर सभी माँ शिशु के बीमारी के वक़्त थोड़ा थोड़ा करके खठे मीठे खाना खिलायीं और शिशु को अपना पूर्व हालत में लेन के लिए एक और बार ज्यादा खाना खिलाना होगा।

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता देवस्मिता राणा मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..वह हर रविबार को मो उपवन वाणी सुनते हे ,उन्हें इस बार यह जानकारी मिली की ९ ममाह से लेकर १२ माह तक के बच्चे के खाने में पोषण होना बहुत जरुरी है ,बढ़ते बच्चों की खाने ,में परिवर्तन होना जरुरी है। ताकि उसे बच्चे की शारीरिक और मानशिक विकाश सही तरहा से हो पाए.

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता अजित साहू मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है.. श्रोताओं को प्रणाम ,कोरोना काल में भी माँ और शिशु के स्वास्थ्य के और ध्यान देना बेहद अच्छी बात है

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता चंद्रमणि महंत मो उपवन वाणी के माध्यम से कहते हे ,वह हर रविबार को सारे कार्यक्रम को नियमित सुनते है , गर्भवती माँ और बच्चे खयाल रखने वाला कार्यक्रम उन्हें बेहद पसंद आया ,अपने वागीचे में हम लोग खुद फसल लगा कर उसका लाभ उठा सकते है ,दूध के लिए गाय रख सकते हैं ,अगर गर्भवती माँ को सही समय पर पोषण युक्त खाना मिलेगा तो एक स्वस्थ शिशु जन्म होगा।

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता अजित साहू मो उपवन वाणी के माध्यम से कहते है..वह मो उपवन वाणी के नियमित श्रोता हैं ,माँ और शिशु का पोषण वाला कार्यक्रम वह बेहद अच्छा लगा ,वास्तब में माँ को ज्यादा खाना चाहिए ,ताकि जच्चका बच्चा दोनों स्वस्थ रह सकें।

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ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता तिलोत्तमा महंत मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..वह एक १००० दिन की माँ हैं,वह हुमो उपवन बानी के सारे कार्यक्रम सुन चुके हैं,,१००० दिन क्या हैं यह उन्हें कार्यक्रम से पता चला। .१००० दिन का अहमियत के बारे में उन्हें कार्यक्रम से पता चला..गर्भाबस्था से लेकर बच्चे की २ शाल तक हो जाने तक के वक़्त को १००० दिन की माँ कहते हैं..यह १००० दिन माँ और बच्चे का ख्याल रखना बेहत जरुरी है..

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोतासावित्री पात्र मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..पतला दस्त का कार्यक्रम उन्हें बेहद पसंद आया बच्चों में पतला दस्त होता है,उनका सही से ध्यान रखना होगा सही मात्रा में दबाई ,ORS का घोल देना होगा यह सब कार्यक्रम में बताया गया,में आस पास के लोगों को इसके वारे में बताउंगी। आगे भी इसी तरह का कार्यक्रम आने की उम्मीद है.धन्यवाद

ओडिसा राज्य के केंदूझर जिले से हमारे श्रोता कविता साहू मो उपवन वाणी के माध्यम से कहती है..बच्चों में होता डायरिया और उसे बचने के तरीकों के वारे में वह इस अध्याय में जाना