इस अभियान का मुख्य उदेश्य क्या है ? इस अभियान के तहत भारत के हर शहर और ग्रामीण इलाकों के घरों में शौचालय का निर्माण किया जाना है। जिन घरो में जगह की उपलब्धिता न हो वहा समुदायक शौचालिय का निर्माण होने का एक विकल्प है, ऐसे शौचालिय सबकी पहुंच में होऔर सभी के उपयोग के लिए सहज हो जैसे बुजुर्ग, विकलांग जन, गर्भवती व् धात्री महिला, ट्रांस पर्सन, समुदाय सभी के लोग आदि | शौचालय को सीवर चेंबर या सेप्टिक टैंक से जोड़ना चाहिए एवं शौचालय की लाइन को खुले नाले में न छोड़े| 3 साल की अवधि में चैम्बर खली करवाना और मलगाद प्रबंधन को बढ़ावा देना है । इस अभियान के अंदर खुले में शौच यानि खुले में मल त्याग को समाप्त करना है। उस शहर या गॉव को ODF++ (खुले में शौच मुक्त ) घोषित करना है । कचरा प्रबंधन यानि गीले सूखे कचरे को अलग करके सही निपटान करना है, और तकनीक का इस्तमाल करके अपशिष्ट को पुनः उपयोग करने को बढ़ावा देना है । हाथ से मैला ढोने को रोकना है। सफाई कर्मचारी द्वारा सीवर या सेप्टिक टैंक, सार्वजनिक सड़कों और शौचालयों से मानव मल को हाथ से हटाने पर रोक लगाना। सेफटी किट यानि सुरक्षा किट पहने को बढ़ावा देना है, और सीवर या सेप्टिक टैंक में सफाई कर्मचारी के सीधे उतरने पर रोक लगाना है। शहर और गांव की प्रत्येक सड़क गली और मोहल्ले साफ-सुथरे रखना है, लोगों की मानसिकता और व्यवहार में परिवर्तन को बढ़ावा देना है। किचन और बाथरूम में जाली का प्रयोग करना । इस्तमाल किये गए नैपकिन, शम्पू के पाउच, बाल आदि को सीवर में न जाने देना | सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तमाल नहीं करना । प्लास्टिक बैग की जगह कपडे के बैग को उपयोग में लेना ।